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जानवर पर मुहावरे अर्थ एवं वाक्य प्रयोग सहित (Janwar par muhavare)

जानवर पर मुहावरे हिंदी भाषा की अभिव्यक्ति की विविधता को प्रकट करते हैं। यहाँ पर जानवर पर मुहावरे प्रमुख मुहावरे, अर्थ , प्रयोग और उदाहरण सहित दिए जा रहे है।

1. मुहावरा – आधा तीतर आधा बटेर
अर्थ: यह मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति या वस्तु किसी भी श्रेणी में पूर्णतया फिट नहीं बैठता, या जब किसी चीज़ के दो पहलू बिल्कुल भिन्न हों।
प्रयोग: यदि कोई छात्र विज्ञान और कला दोनों विषयों में सामान रूप से औसत प्रदर्शन करता है, तो उसे आधा तीतर आधा बटेर कहा जा सकता है।
उदाहरण:सुधीर की दुकान आधा रेस्तरां आधा किराना स्टोर है, जिससे ग्राहक कई बार भ्रमित हो जाते हैं। वाकई उसकी दुकान “आधा तीतर आधा बटेर” लगती है।

2. मुहावरा – अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत
अर्थ: इस मुहावरे का सीधा अर्थ है कि जब एक बार अवसर चूक जाए, तो बाद में पछताने से क्या फायदा? यह मुहावरा किसान और खेतों की परिस्थिति से उपजा है, जहां किसान ने अपने खेतों की रक्षा के लिए उपाय नहीं किए और चिड़िया फसल को नुकसान पहुंचा देती है। जब फसल खराब हो जाती है, तब किसान के पछताने से फसल वापस नहीं आती।
प्रयोग: यह मुहावरा आमतौर पर तब प्रयोग किया जाता है जब कोई व्यक्ति महत्वपूर्ण अवसर खो देता है और बाद में पछताता है।
उदाहरण:“तुम्हें उस समय परीक्षा की तैयारी कर लेनी चाहिए थी, अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।”

3. मुहावरा – भैंस के आगे बीन बजाना
अर्थ: “भैंस के आगे बीन बजाना” मुहावरे का अर्थ है किसी ऐसे व्यक्ति को समझाने की कोशिश करना, जो समझने के लिए तैयार न हो या जिसे बात समझ में ही न आए।
प्रयोग: यह मुहावरा उस स्थिति को दर्शाता है जब आपके प्रयास व्यर्थ जा रहे हों क्योंकि सामने वाला उन्हें सराहना या समझने में असमर्थ हो।
उदाहरण:अनपढ़ या मूर्ख व्यक्ति को जटिल विचार समझाने की कोशिश करना – “उसे ये गणितीय समस्याएं समझाना तो भैंस के आगे बीन बजाने जैसा है।”

4. मुहावरा – अपना उल्लू सीधा करना
अर्थ: “अपना उल्लू सीधा करना” हिंदी में एक प्रचलित मुहावरा है, जिसका अर्थ होता है अपने स्वार्थ या निजी लाभ के लिए कार्य करना।
प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है जब कोई व्यक्ति अपने निजी लाभ के लिए दूसरों को धोखा देता है या उनका इस्तेमाल करता है।
उदाहरण:“कुछ व्यापारी सिर्फ अपना उल्लू सीधा करने के लिए ग्राहकों को गलत सामान बेच देते हैं।”

5. मुहावरा – जंगल में मोर नाचा, किसने देखा
अर्थ: इस मुहावरे का सीधा अर्थ है कि मोर जंगल में अपने रंगीन पंख फैलाकर नाच रहा है, परंतु वहां कोई भी उसे देखने के लिए मौजूद नहीं है। अतः, उसका प्रदर्शन बेमानी हो जाता है।
प्रयोग: पूजा ने अपने नए ड्रेस को जब वह सुनसान गली में पहना, तो अभय ने कहा, “जंगल में मोर नाचा, किसने देखा!”
उदाहरण:जब कोई व्यक्ति अपनी प्रतिभा या क्षमता का प्रदर्शन किसी ऐसी जगह पर करता है जहाँ कोई उसे देखने वाला नहीं होता।

6. मुहावरा – चींटी के पर निकलना
अर्थ: “चींटी के पर निकलना” मुहावरे का अर्थ होता है – अपने आपको बहुत महत्वपूर्ण समझना या अधिक घमंड करना।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को छोटी-सी सफलता मिलती है और वह उसे बड़ा समझता है, तो उसके आचरण को व्यक्त करने के लिए “चींटी के पर निकलना” मुहावरा प्रयोग होता है।
उदाहरण:अनुभव ने थोड़ी सी सफलता पाई और उसके तो “पर निकल गए”।

7. मुहावरा – घर की मुर्गी दाल बराबर
अर्थ: मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है कि जिस तरह से घर की मुर्गी को देखकर लगता है कि वह सामान्य है और उसकी महत्व को नकारा जाता है, वैसे ही हम अक्सर जो चीजें या व्यक्तियों को रोजाना देखते हैं, उनका महत्व कम समझते हैं।
प्रयोग: अगर किसी परिवार में पति अपनी पत्नी के प्रति उसके कामकाज या क्षमताओं की उपेक्षा करता है, क्योंकि वह उसे रोज देखता है।
उदाहरण:विनीत अपनी पत्नी को घर की मुर्गी दाल बराबर मानता है।

8. मुहावरा – खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे
अर्थ: जब कोई व्यक्ति अपनी भूल, असफलता या अन्य किसी बात की वजह से गुस्सा हो जाता है और वह उस गुस्से को और किसी अन्य चीज़ पर निकालता है, तो उस स्थिति को इस मुहावरे के माध्यम से व्यक्त किया जाता है।
प्रयोग:‘खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे’ इस मुहावरे में बिल्ली उस व्यक्ति को दर्शाती है जो अपनी असफलता या भूल के कारण गुस्सा होती है, और खंबा वह अज्ञात वस्तु होती है जिस पर वह व्यक्ति अपने गुस्से को निकालना है।
उदाहरण:जैसे अगर कोई कर्मचारी अपने बॉस से डांट खाता है और फिर वह गुस्सा अपने जूनियर पर निकालता है, तो उस स्थिति में कहा जा सकता है – “अरे, तुम तो खिसियानी बिल्ली की तरह खंबा नोच रहे हो।”

9. मुहावरा – कौआ चला हंस की चाल
अर्थ: जब कोई व्यक्ति दूसरे की नकल उतारने का प्रयास करता है, पर वह असफल होता है और अपनी असली पहचान छुपाने में विफल होता है।
प्रयोग: अगर कोई व्यक्ति दूसरे की तरह बनने, बोलने या व्यवहार करने की कोशिश करता है पर असफल रहता है, तो इस स्थिति में यह मुहावरा प्रयोग किया जा सकता है।
उदाहरण:अनुभव ने नई कंपनी में अपने सीनियर की तरह व्यवहार करने की कोशिश की, पर वह असफल रहा। लोगों ने उससे कहा, “कौआ चला हंस की चाल”।

10. मुहावरा – काठ का उल्लू
अर्थ: ‘काठ का उल्लू’ यह मुहावरा उस व्यक्ति के लिए प्रयुक्त होता है जो अज्ञानी या मूर्ख होता है।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को उसकी भूल या मूर्खता का अहसास कराया जाए, तब यह मुहावरा प्रयुक्त हो सकता है।
उदाहरण:प्रथम अपनी किताबें घर भूल आया। शुभ ने उससे कहा, “तू तो सचमुच काठ का उल्लू है!”

11. मुहावरा – दूध की मक्खी होना
अर्थ: “दूध की मक्खी होना” एक प्रचिन हिंदी मुहावरा है जिसका अर्थ होता है किसी व्यक्ति का निरुपयोग होना या बेकार होना।
प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग वह व्यक्तियों के लिए होता है जो अपने जीवन में कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं करते हैं और जो समाज में या उनके परिवार में अपनी उपस्थिति का महसूस नहीं होने देते हैं।
उदाहरण:अभय बहुत आलसी है, वह तो बस दूध की मक्खी की तरह पड़ा रहता है।

12. मुहावरा – तेली का बैल होना
अर्थ: “तेली का बैल होना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जिसका अर्थ है कि व्यक्ति निरंतर काम करता रहता है, लेकिन उसे उस काम का मूल उद्देश्य या फायदा समझ में नहीं आता।
प्रयोग:जब आपको लगे कि कोई व्यक्ति बिना किसी ठोस उद्देश्य या समझ-बूझ के काम कर रहा है, तो आप इस मुहावरे का प्रयोग कर सकते हैं।
उदाहरण:विकास तो पूरे दिन काम में लगा रहता है, पर उसे इसका मुख्य उद्देश्य ही समझ में नहीं आता। वह तो पूरी तरह ‘तेली का बैल’ बन गया है।

13. मुहावरा – जल में रहकर मगर से बैर
अर्थ: “जल में रहकर मगर से बैर” का अर्थ है कि जब आप किसी शक्तिशाली या प्राधिकृत व्यक्ति के साथ एक ही परिप्रेक्ष्य में हैं, तो उससे दुश्मनी रखना उचित नहीं है।
प्रयोग: इस मुहावरे का मूल संदेश यह है कि जब हम किसी संस्थान, समाज या समुदाय में हैं, तो हमें उस जगह के प्रमुख व्यक्तियों से सम्झौता करना चाहिए और उनसे सहमत होना चाहिए। यदि हम उनसे बहस करते हैं या उनसे विवाद करते हैं, तो यह हमारे लिए हानिकारक हो सकता है।
उदाहरण:अनुभव जल्दी ही समझ गया कि उसे अपने प्रिंसिपल से बहस नहीं करनी चाहिए, क्योंकि जल में रहकर मगर से बैर अच्छा नहीं होता।

14. मुहावरा – सांप सूंघ जाना
अर्थ: ‘सांप सूंघ जाना’ का अर्थ है अचानक से चुप हो जाना या बेहोश हो जाना।
प्रयोग: जब किसी की स्थिति ऐसी होती है कि वह अचानक से पूरी तरह से मौन हो जाता है या अपनी होश खो देता है, तो उस स्थिति को व्यक्त करने के लिए ‘सांप सूंघ जाना’ शब्द का इस्तेमाल होता है।
उदाहरण:जब अमन ने सुना कि उसके प्रिय टीम ने मैच हार दिया, तो वह एक पल के लिए सांप सूंघ गया।

15. मुहावरा – सांप को दूध पिलाना
अर्थ: “सांप को दूध पिलाना” का अर्थ है किसी दुर्जन या बुरे व्यक्ति की सहायता करना, जिससे वह और भी शक्तिशाली हो जाए। इससे आमतौर पर उस व्यक्ति के द्वारा और भी अधिक नकरात्मक क्रियावली की संभावना बढ़ जाती है।
प्रयोग: अभय अपने दुश्मन की मदद कर रहा है, वह सांप को दूध पिला रहा है।
उदाहरण:जब हम किसी दुर्जन या बुरे व्यक्ति की सहायता करते हैं, तो उसे हमारी मदद से और भी अधिक ताकत मिलती है।

16. मुहावरा – पेट में चूहे दौड़ना
अर्थ: जब किसी व्यक्ति को अत्यधिक भूख लगी होती है, और वह इसे व्यक्त करना चाहता है, तो वह कहता है कि “मेरे पेट में चूहे दौड़ रहे हैं।” इसका अभिप्रेत यह होता है कि उसे भोजन की अत्यधिक जरूरत है।
प्रयोग:नियांत ने दोपहर में ही अपने दोस्त से कहा, “यार! मेरे पेट में चूहे दौड़ रहे हैं, चलो खाना खाने।”
उदाहरण:इस मुहावरे का उपयोग आमतौर पर तब होता है, जब किसी व्यक्ति को अपनी भूख को जोरदार तरीके से व्यक्त करना होता है।

17. मुहावरा – नाक पर मक्खी न बैठने देना
अर्थ: जब कोई व्यक्ति अपनी महत्वकांक्षाओं या अहंकार में इतना डूबा होता है कि वह अन्य लोगों को अपने पास आने या अपनी उचाई तक पहुँचने की अनुमति नहीं देता, तो उस स्थिति को इस मुहावरे के माध्यम से व्यक्त किया जाता है।
प्रयोग: पारुल अपनी नई नौकरी के चलते अपने पुराने साथियों को भूल चुकी है, जैसे उसने “नाक पर मक्खी न बैठने दिया” हो।
उदाहरण:यह मुहावरा हमें यह सिखाता है कि सफलता, समृद्धि या उचाई पाने के बाद भी हमें अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए। अहंकार से दूर रहकर ही वास्तविक सफलता प्राप्त होती है।

18. मुहावरा – काला अक्षर भैंस बराबर
अर्थ: ‘काला अक्षर भैंस बराबर’ मुहावरे का अर्थ है जिसे पढ़ना-लिखना नहीं आता, उसके लिए लिखावट या की कोई समझ नहीं होती है।
प्रयोग: यह मुहावरा उन लोगों के लिए प्रयुक्त होता है जिन्हें पढ़ाई की समझ नहीं होती या जो अशिक्षित होते हैं।
उदाहरण:रामु को तो पुस्तकों में लिखे हर शब्द काला अक्षर भैंस बराबर लगते हैं।

19. मुहावरा – आस्तीन का साँप
अर्थ: ‘आस्तीन का साँप’ मुहावरे का अर्थ होता है किसी व्यक्ति को अधिक विश्वास करना, जिससे वह व्यक्ति धोखा दे सकता है।
प्रयोग: अगर कोई व्यक्ति आपके विश्वास का दुरुपयोग कर रहा है, तो आप उसे ‘आस्तीन का साँप’ कह सकते हैं।
उदाहरण:“मैंने कभी नहीं सोचा था कि राज इतना बड़ा धोखा देगा, वाकई, वह तो ‘आस्तीन का साँप’ निकला।”

20. मुहावरा – कुत्ते की मौत मरना
अर्थ: ‘कुत्ते की मौत मरना’ का अर्थ है अपमानजनक, दर्दनाक मृत्यु, अकाल मृत्यु मरना। इस मुहावरे का प्रयोग आमतौर पर किसी के अधोगति की स्थिति को बयां करने के लिए किया जाता है।
प्रयोग:प्रेमचंद्र ने अपनी जिंदगी में बहुत पाप किये है देखना वह एक दिन कुत्ते की मौत मरेगा।
उदाहरण:‘कुत्ते की मौत मरना’ मुहावरा आमतौर पर उन लोगों पर प्रयोग होता है जो अपने कारणों से समाज में नीचा देखा जाता है। इसे किसी की तुच्छ और अवमानजनक मौत को बयां करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है।

21. मुहावरा – आ बैल मुझे मार
अर्थ: यह मुहावरा उस समय का संकेत करता है जब किसी की हालत पहले से ही खराब होती है और वह और अधिक समस्याओं को आमंत्रित करता है।
प्रयोग: अनुज ने अभी लोन लेके कार खरीदी थी अब उसने लोन लेके बाइक ले ली। ये तो “आ बैल मुझे मार” वाली कहावत सिद्ध होती है।
उदाहरण:“आ बैल मुझे मार” मुहावरा एक ऐसी स्थिति को दर्शाता है जिसमें व्यक्ति पहले से ही संकट में होता है, और वह अपनी चुनौतियों और समस्याओं को और भी बढ़ाता है।

22. मुहावरा – भीगी बिल्ली बनना
अर्थ: “भीगी बिल्ली बनना” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जिसका अर्थ होता है – डर या आत्म-संदेह में आना, या स्थिति के सामना में अपनी शक्ति खो देना।
प्रयोग: यह मुहावरा तब प्रयुक्त होता है जब किसी व्यक्ति को अच्छे से स्थिति का सामना नहीं कर पाने या डर जाने की स्थिति में दर्शाना हो।
उदाहरण:राम ने स्कूल के अन्य छात्रों के सामने गाने की कोशिश की, लेकिन उसकी आवाज में डर साफ़ दिख रहा था। उसके दोस्त ने कहा, “तू तो पूरी भीगी बिल्ली बन गया।”

23. मुहावरा – मक्खी मारना
अर्थ: “मक्खी मारना” मुहावरे का अर्थ है समय नष्ट करना या वेला बैठा होना। जब किसी को कोई कार्य न हो और वह समय पास कर रहा हो, तो इस स्थिति को इस मुहावरे के माध्यम से दर्शाया जाता है।
प्रयोग: अगर कोई व्यक्ति आपके विश्वास का दुरुपयोग कर रहा है, तो आप उसे ‘आस्तीन का साँप’ कह सकते हैं।
उदाहरण:राजू पूरे दिन तो कुछ काम नहीं करता, बस मक्खी मारता रहता है।

24. मुहावरा – अक्ल के घोड़े दौड़ाना
अर्थ: “अक्ल के घोड़े दौड़ाना” मुहावरे का अर्थ होता है गहरा विचार करना या किसी विषय पर गहरी सोच लगाना।
प्रयोग:जब किसी को किसी विशेष विषय या समस्या पर गहरा विचार या सोचना पड़े, तो “अक्ल के घोड़े दौड़ाना” मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:रमन ने समस्या का समाधान निकालने के लिए अक्ल के घोड़े दौड़ाए।

25. मुहावरा – कान पर जूं न रेंगना
अर्थ: “कान पर जूं न रेंगना” मुहावरे का अर्थ होता है किसी की बातों का प्रभाव नहीं पड़ना, अर्थात उसकी बातों पर ध्यान नहीं देना।
प्रयोग: जब किसी को समझाने पर भी वह समझता नहीं हो, तब “कान पर जूं न रेंगना” मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:मैंने रामु को बहुत समझाया, पर उसके कान पर जूं भी नहीं रेंगी।

26. मुहावरा – जिसकी लाठी उसकी भैंस
अर्थ: ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ इस मुहावरे का अर्थ है कि जिसके पास अधिक शक्ति या संसाधन होते हैं, वही अधिकार में होता है और उसी की बात मानी जाती है।
प्रयोग: जब किसी के पास अधिक शक्ति या संसाधन हो और वह उसका उपयोग अपनी बात मानवाने के लिए करे, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:राम ने सुनील से कहा, “तुम्हारे पास पैसा है इसलिए तुम हमें डांटते हो, लेकिन याद रखो ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ यह सच है, लेकिन यह सच्चाई नहीं है।”

27. मुहावरा – 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली
अर्थ: जब कोई व्यक्ति अपनी पूरी जीवन में अनेक गलतियाँ करता है और फिर अचानक धार्मिक या सजीवनी आचरण दिखाने लगता है, तो उसे इस मुहावरे के माध्यम से दर्शाया जाता है।
प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है जब किसी व्यक्ति का अच्छा व्यवहार उसकी पूर्व गलतियों को छुपाने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:राम ने अपनी पूरी जिंदगी दूसरों को धोखा दिया, लेकिन अब वह मंदिर में प्रतिदिन जा रहा है। लोग कहते हैं, “100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली।”

28. मुहावरा – छछूंदर के सर पर चमेली का तेल
अर्थ: “छछूंदर के सर पर चमेली का तेल” यह मुहावरा तब प्रयोग होता है जब किसी व्यक्ति पर उसके अयोग्यता के बावजूद कोई उपकार किया जाता है, जो उसे समझ में नहीं आता।
प्रयोग:अगर किसी बच्चे को उसकी उम्र से अधिक महंगा और विशेष उपहार दिया जाए, जिसकी वह समझ नहीं सकता, तो इस स्थिति में इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।
उदाहरण:“राम ने अपने मित्र को नई कार दी, लेकिन उसने उसकी अहमियत को नहीं समझा, जैसे छछूंदर के सर पर चमेली का तेल।”

29. मुहावरा – ऊँट के मुँह में जीरा
अर्थ: “ऊँट के मुहं में जीरा” मुहावरे का अर्थ होता है कि किसी बड़े समस्या या जरूरत के सामने छोटी सी सहायता या उपाय।
प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग वहीं होता है जहाँ पर कोई व्यक्ति या संस्था अपनी सामर्थ्य या संपत्ति के मुकाबले में बहुत ही अधिक सामर्थ्यवान हो और फिर भी उसने अपेक्षित रूप से कम सहायता या योगदान किया हो।
उदाहरण:सुनील ने अपने बड़े व्यवसाय में से सिर्फ पाँच हजार रुपये दान में दिए, जो उसके लिए ‘ऊँट के मुहं में जीरा’ जैसा था।

30. मुहावरा – अंधी पीसे कुत्ता खाए
अर्थ: ‘अंधी पीसे कुत्ता खाए’ इस मुहावरे का अर्थ है कि जब किसी को उसकी मेहनत का ठीक से सम्मान नहीं मिलता और कोई और व्यक्ति उसकी मेहनत का फायदा उठाता है।
प्रयोग: जब किसी की मेहनत और परिश्रम का मूल्यांकन नहीं किया जाता और उसकी मेहनत का लाभ कोई और प्राप्त करता है, तो इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।
उदाहरण:राम ने पूरे साल मेहनत से प्रोजेक्ट पर काम किया, लेकिन प्रोजेक्ट की सफलता पर उसके प्रमुख ने सारी प्रशंसा अपने लिए ले ली। इस पर राम के मित्र ने कहा, “अंधी पीसे कुत्ता खाए।”

31. मुहावरा – बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद
अर्थ: ‘बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद’ इस मुहावरे का अर्थ है कि जो व्यक्ति किसी विषय या चीज़ को समझता नहीं है या उसकी महत्व को पहचानता नहीं है, वह उसकी प्रशंसा या आलोचना कैसे कर सकता है।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति की अज्ञानता को दर्शाने के लिए या उसकी अभिप्रेत बात को अस्वीकार करने के लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।
उदाहरण:राम ने संगीत की एक विशेष धुन को अच्छा नहीं माना, जबकि वह संगीत में बिल्कुल अनजान था। इस पर श्याम ने कहा, “बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद।”

32. मुहावरा – गिरगिट की तरह रंग बदलना
अर्थ: ‘गिरगिट की तरह रंग बदलना’ इस मुहावरे का अर्थ है किसी व्यक्ति का धर्म, विचार, या वफादारी बदलना, जैसे ही परिस्थितियाँ बदलती हैं। यह मुहावरा उन लोगों के लिए प्रयुक्त है जो अपने लाभ के लिए अपने विचार या पक्ष बदल देते हैं।
प्रयोग:जब कोई व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए अपनी भावनाओं, विचारों, या संबंधों को बदल देता है, तो इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।
उदाहरण:राम ने पहले श्याम के साथ मिलकर उसके प्रतिस्पर्धी के खिलाफ साजिश रची, लेकिन जब उसे लगा कि वह उसके प्रतिस्पर्धी से अधिक लाभ पा सकता है, तो उसने अपना पक्ष बदल दिया। इस पर श्याम ने कहा, “राम तो गिरगिट की तरह रंग बदल गया।”

33. मुहावरा – घोड़े बेचकर सोना
अर्थ: घोड़े बेचकर सोना, चिंतामुक्त होकर सोना, बेफिक्र सोना या किसी को बहुत अधिक नींद आना।
प्रयोग: यह मुहावरा एक पुरानी कहावत से उत्पन्न हुआ है, जिसमें कहा जाता है कि जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक थक जाता है तो वह इतनी गहरी नींद सोता है कि अगर उसका घोड़ा भी बेचा जाए, तो भी वह जागकर उसे रोकने का प्रयास नहीं करता।
उदाहरण:राम इतना थक गया था कि वह घोड़े बेचकर सो रहा था।

34. मुहावरा – गई भैंस पानी में
अर्थ: गई भैंस पानी में, किसी बात का कोई असर न होना या किसी कार्य को निष्फल होते हुए देखना।
प्रयोग: जब भैंस पानी में चली जाती है, तो उसे वापस बुलाना या उस पर काबू पाना काफी कठिन होता है। इसी कठिनाई को देखते हुए यह मुहावरा उत्पन्न हुआ है, जिसका तात्पर्य यह है कि कोई कार्य या प्रयास व्यर्थ चला गया है।
उदाहरण:मैंने उसे बार-बार समझाया, पर सब व्यर्थ गया, अब तो लगता है गयी भैंस पानी में।

35. मुहावरा – गधे को बाप बनाना
अर्थ: ‘गधे को बाप बनाना’ इस मुहावरे का अर्थ है किसी को बेवकूफ बनाना या उससे धोखा करना। जब किसी ने अपनी समझदारी या चालाकी से दूसरे को भ्रांत किया होता है, तो इसे कहा जाता है।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को अपनी बातों में फंसाया जाता है या जब वह धोखा खाता है, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:राजू अपना काम निकलने के किसी गधे को भी बाप बना सकता है।

36. मुहावरा – धोबी का कुत्ता घर का न घाट का
अर्थ: ‘धोबी का कुत्ता घर का न घाट का’ इस मुहावरे का अर्थ है कि किसी व्यक्ति का कहीं भी स्थायित्व नहीं होना। जब कोई व्यक्ति दोनों पक्षों में फंस जाए और उसका किसी भी जगह स्वीकार न हो, तो इसे कहा जाता है।
प्रयोग:जब किसी व्यक्ति को लगे कि वह किसी भी स्थल पर स्वीकार नहीं हो रहा है या वह दोनों स्थलों में अस्थायी है, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:राम अपनी कंपनी में भी पूरी तरह से समझा नहीं जा रहा था और उसके मित्र भी उसे अब पूराने जैसा महसूस नहीं कर रहे थे। उसका एक साथी ने कहा, “तुम तो ‘धोबी का कुत्ता घर का न घाट का’ हो गए हो।”

37. मुहावरा – अंधे के हाथ बटेर लगना
अर्थ: ‘अंधे के हाथ बटेर लगना’ इस मुहावरे का अर्थ है जब किसी अयोग्य व्यक्ति को अच्छा परिणाम प्राप्त होता है। यह मुहावरा आमतौर पर तब प्रयोग होता है जब लोग दूसरे के अच्छे भाग्य को देखकर हैरान होते हैं और उस पर टिप्पणी करते हैं।
प्रयोग: जब किसी अयोग्य व्यक्ति को अच्छा परिणाम प्राप्त होता है और लोग उस परिणाम को देखकर हैरान होते हैं, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:राम ने बिना किसी मेहनत और योग्यता के एक बड़ी प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया। उसके दोस्त मोहन और सोहन ने आपस में चुपचाप कहा, “राम के तो ‘अंधे के हाथ बटेर लग गया’।”

38. मुहावरा – छाती पर साँप लोटना
अर्थ: ‘छाती पर साँप लोटना’ इस मुहावरे का अर्थ है ईर्ष्या या जलन महसूस करना। जब किसी की प्रगति या सफलता देखकर व्यक्ति में जलन उत्पन्न होती है, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को किसी दूसरे की सफलता से ईर्ष्या हो या वह उससे जले, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:राम ने सुना कि उसके साथी श्याम ने उससे बड़ी गाड़ी खरीदी है। इससे सुनकर राम को लगा जैसे ‘छाती पर साँप लोट रहा हो’।

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