Budhimaan

Home » Hindi Muhavare » तेली का बैल होना, अर्थ, प्रयोग(Teli ka bail hona)

तेली का बैल होना, अर्थ, प्रयोग(Teli ka bail hona)

अर्थ: “तेली का बैल होना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जिसका अर्थ है कि व्यक्ति निरंतर काम करता रहता है, लेकिन उसे उस काम का मूल उद्देश्य या फायदा समझ में नहीं आता। जैसे तेली का बैल तेल निचोड़ने के लिए चक्की में चक्कर लगाता रहता है, लेकिन वह नहीं जानता कि वह क्यों और कैसे कर रहा है।

प्रयोग: जब आपको लगे कि कोई व्यक्ति बिना किसी ठोस उद्देश्य या समझ-बूझ के काम कर रहा है, तो आप इस मुहावरे का प्रयोग कर सकते हैं।

उदाहरण:

-> विकास तो पूरे दिन काम में लगा रहता है, पर उसे इसका मुख्य उद्देश्य ही समझ में नहीं आता। वह तो पूरी तरह ‘तेली का बैल’ बन गया है।

-> मुझे लगता है कि मैं भी ‘तेली का बैल’ बन चुका हूँ, मैं तो सिर्फ काम करता रहता हूँ, बिना किसी विशेष उद्देश्य के।

विस्तार: हर व्यक्ति का जीवन में कुछ लक्ष्य या उद्देश्य होता है, जिसकी प्राप्ति के लिए वह काम करता है। लेकिन कई बार, हम सिर्फ काम करने के चक्कर में अपने मूल उद्देश्य को भूल जाते हैं। ‘तेली का बैल होना’ इसी भावना को प्रकट करता है, जब हम अपने जीवन के असली मकसद को ना जानते हुए, अंधाधुंध काम करते रहते हैं।

आशा है कि आपको “तेली का बैल होना” मुहावरे के बारे में जानकारी पसंद आई होगी। अधिक जानकारी और हिंदी मुहावरों के बारे में जानने के लिए बने रहें।

Hindi Muhavare Quiz

तेली का बैल होना मुहावरा पर कहानी:

विशाल शहर की एक बड़ी कंपनी में काम करता था। वह हर रोज़ सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक काम करता था। उसे अपने काम से बहुत प्यार था, और वह सभी प्रोजेक्ट्स पर उत्तमता से काम करने का प्रयास करता था। लेकिन उसे यह समझ में नहीं आता था कि उसके इतने सारे काम करने का क्या असली उद्देश्य है।

एक दिन उसके मित्र अनुभव ने उससे पूछा, “विशाल, तुम इतना काम क्यों करते हो? क्या तुम्हें पता है कि तुम्हारा यह काम कैसे तुम्हारे जीवन में मायने रखता है?”

विशाल ने उत्तर दिया, “मैं तो बस काम करता रहता हूँ, लेकिन मुझे इसका असली मकसद समझ में नहीं आता।”

अनुभव हंसते हुए बोला, “तो तुम भी ‘तेली का बैल’ हो।”

विशाल हैरान हो गया और पूछा, “क्या मतलब?”

अनुभव ने बताया, “‘तेली का बैल’ वह है जो सिर्फ अंधाधुंध काम करता है बिना उसके मकसद को समझे। जैसे कि बैल चक्की में चक्कर लगाता है बिना जाने कि वह क्या कर रहा है।”

विशाल समझ गया कि वह अपने काम को समझकर ही करना चाहिए, ताकि वह उससे अधिक संतोष प्राप्त कर सके।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि केवल काम करने से कुछ भी हासिल नहीं होता। हमें अपने काम का असली उद्देश्य जानना चाहिए ताकि हम उसे बेहतर तरीके से पूरा कर सकें।

शायरी:

तेली के बैल की तरह मैं चलता जा रहा हूँ,

जिंदगी के इस मेले में खोता जा रहा हूँ।

काम की चक्की में बंधा, जिंदगी का मकसद भूला,

जो भी चाहा था खुदा से, वो सब खोता जा रहा हूँ।

हर दिन एक नई राह में, फिर भी मंजिल पास नहीं,

जिंदगी की इस राह में, खुद को खोता जा रहा हूँ।

 

तेली का बैल होना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of तेली का बैल होना – Teli ka bail hona Idiom:

Meaning: The idiom “Teli ka bail hona” is a prevalent Hindi saying, implying that a person continually works but does not comprehend the primary objective or benefit of that work. Just as an oil mill’s ox endlessly circles the grindstone to extract oil but remains unaware of why and how he does so.

Usage: When you feel that someone is working without a solid purpose or understanding, you can use this idiom.

Examples:

-> Vikas is engrossed in work all day, but he doesn’t understand its primary purpose. He’s entirely become like the ‘oil mill’s ox’.

 -> I feel I’ve also turned into an ‘oil mill’s ox’; I just keep working without a specific goal in mind.

Detail: Every individual has some goal or objective in their life, towards which they work. However, often, amidst the hustle and bustle of work, we forget our core purpose. The idiom ‘like the oil mill’s ox’ captures this sentiment when, without recognizing the true objective of our lives, we continue working blindly.

We hope you enjoyed the information about the idiom “Teli ka bail hona”. Stay tuned for more insights and information about Hindi idioms.

Story of ‌‌Teli ka bail hona Idiom in English:

Vishal worked in a large company in a sprawling city. He worked from 8 in the morning until 10 at night every day. He loved his job dearly and always strived to excel in all projects. However, he couldn’t grasp the real purpose of his relentless effort.

One day, his friend Anubhav asked him, “Vishal, why do you work so much? Do you realize the significance of your work in your life?”

Vishal replied, “I just keep working, but I don’t understand its real purpose.”

Laughing, Anubhav said, “So you’re like the ‘oil mill’s ox’.”

Puzzled, Vishal asked, “What do you mean?”

Anubhav explained, “‘Oil mill’s ox’ is someone who works blindly without understanding its purpose, just like an ox that goes round in the oil mill, unaware of what it’s doing.”

Vishal realized that he should understand his work so that he can derive more satisfaction from it.

This story teaches us that mere working doesn’t achieve anything. We should be aware of the real purpose of our work to fulfill it in the best possible manner.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या “तेली का बैल होना” मुहावरे का केवल नकारात्मक अर्थ होता है?

हाँ, आमतौर पर यह मुहावरा नकारात्मक संदर्भ में प्रयोग किया जाता है, जिसमें अत्यधिक परिश्रम और थकान की स्थिति को दर्शाया जाता है।

“तेली का बैल होना” मुहावरे की उत्पत्ति कैसे हुई?

यह मुहावरा पुराने समय के तेल निकालने की प्रक्रिया से आया है, जहाँ एक बैल को तेल निकालने के लिए चक्की चलाने के काम में लगाया जाता था, जिसे वह बिना किसी विश्राम के लगातार करता था।

“तेली का बैल होना” मुहावरे का सामाजिक महत्व क्या है?

इस मुहावरे का सामाजिक महत्व इसमें निहित है कि यह समाज में अत्यधिक परिश्रम और उसके परिणामों के प्रति जागरूकता लाता है, साथ ही यह विश्राम और काम के बीच संतुलन की आवश्यकता को भी दर्शाता है।

“तेली का बैल होना” मुहावरे का शैक्षिक महत्व क्या है?

शैक्षिक दृष्टिकोण से, यह मुहावरा छात्रों को कठिन परिश्रम के महत्व और उसकी सीमाओं को समझने में मदद करता है, साथ ही यह सिखाता है कि जीवन में संतुलन कैसे बनाया जाए।

“तेली का बैल होना” मुहावरे का व्यावसायिक जीवन में क्या महत्व है?

व्यावसायिक जीवन में, यह मुहावरा कर्मचारियों और श्रमिकों के अत्यधिक परिश्रम और उसके परिणामस्वरूप होने वाली थकान और जलन की स्थिति को व्यक्त करता है, जिससे वर्क-लाइफ बैलेंस की महत्वपूर्णता पर प्रकाश डाला जाता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

यह मुहावरा जानवर पर मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"गुरु और शिष्य की अद्भुत कहानी", "गुरु गुड़ से चेला शक्कर की यात्रा", "Budhimaan.com पर गुरु-शिष्य की प्रेरणादायक कहानी", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण और अर्थ"
Hindi Muhavare

गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया अर्थ, प्रयोग (Guru gud hi raha, chela shakkar ho gya)

परिचय: “गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया” यह हिन्दी मुहावरा शिक्षा और गुरु-शिष्य के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह बताता है

Read More »
"गुड़ और मक्खियों का चित्रण", "सफलता के प्रतीक के रूप में गुड़", "Budhimaan.com पर मुहावरे का सार", "ईर्ष्या को दर्शाती तस्वीर"
Hindi Muhavare

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ

Read More »
"गुरु से कपट मित्र से चोरी मुहावरे का चित्रण", "नैतिकता और चरित्र की शुद्धता की कहानी", "Budhimaan.com पर नैतिकता की महत्वता", "हिन्दी साहित्य में नैतिक शिक्षा"
Hindi Muhavare

गुरु से कपट मित्र से चोरी या हो निर्धन या हो कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Guru se kapat mitra se chori ya ho nirdhan ya ho kodhi)

परिचय: “गुरु से कपट, मित्र से चोरी, या हो निर्धन, या हो कोढ़ी” यह हिन्दी मुहावरा नैतिकता और चरित्र की शुद्धता पर जोर देता है।

Read More »
"गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे मुहावरे का चित्रण", "मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर सहयोग की भावना", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण"
Hindi Muhavare

गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे अर्थ, प्रयोग (Gud na de to gud ki-si baat to kare)

परिचय: “गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे” यह हिन्दी मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति यदि किसी चीज़

Read More »
"गुड़ खाय गुलगुले से परहेज मुहावरे का चित्रण", "हिन्दी विरोधाभासी व्यवहार इमेज", "Budhimaan.com पर मुहावरे की समझ", "जीवन से सीखने के लिए मुहावरे का उपयोग"
Hindi Muhavare

गुड़ खाय गुलगुले से परहेज अर्थ, प्रयोग (Gud khaye gulgule se parhej)

परिचय: “गुड़ खाय गुलगुले से परहेज” यह हिन्दी मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहां व्यक्ति एक विशेष प्रकार की चीज़ का सेवन करता

Read More »
"खूब मिलाई जोड़ी इडियम का चित्रण", "हिन्दी मुहावरे एक अंधा एक कोढ़ी का अर्थ", "जीवन की शिक्षा देते मुहावरे", "Budhimaan.com पर प्रकाशित मुहावरे की व्याख्या"
Hindi Muhavare

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Khoob milai jodi, Ek andha ek kodhi)

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी, यह एक प्रसिद्ध हिन्दी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां दो व्यक्ति

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।