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गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ भी अच्छाई या सफलता होगी, वहाँ ईर्ष्या और नकारात्मकता भी खिंची चली आएगी।

अर्थ: मुहावरे का सीधा अर्थ है कि अगर कुछ अच्छा या मूल्यवान है, तो उसके आसपास नकारात्मक या अवांछित तत्व भी आकर्षित होंगे।

प्रयोग: यह मुहावरा उन स्थितियों में प्रयोग किया जाता है, जहाँ किसी व्यक्ति या संस्था की सफलता या समृद्धि उसे ईर्ष्या या दुश्मनी का पात्र बना देती है।

उदाहरण:

-> जब सुरेंद्र का व्यापार अचानक से फलने-फूलने लगा, तो उसके पड़ोसी ने उससे ईर्ष्या करनी शुरू कर दी। उसके मित्र ने उसे समझाया, “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी, यह स्वाभाविक है।”

-> अनीता जब स्कूल में टॉप की, तो कुछ सहपाठी उसकी सफलता पर ताने कसने लगे। उसके शिक्षक ने कहा, “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी, इसलिए तुम्हें अपनी सफलता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।”

निष्कर्ष: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” मुहावरा हमें सिखाता है कि सफलता और अच्छाई के साथ-साथ चुनौतियाँ और नकारात्मकता भी आती है। यह हमें यह भी याद दिलाता है कि हमें अपनी सफलता की राह में आने वाली बाधाओं से विचलित नहीं होना चाहिए और सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए।

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में अभय नामक एक किसान रहता था। अभय बहुत मेहनती था और उसकी मेहनत के कारण ही उसकी फसलें हर साल बहुत अच्छी होती थीं। उसके खेतों में गुड़ बनाने के लिए गन्ने की खेती भी बहुत अच्छी होती थी।

अभय की सफलता देखकर गाँव के कुछ लोग उससे ईर्ष्या करने लगे। वे लोग अभय के खेतों के आस-पास मंडराते रहते और उसकी फसलों को नुकसान पहुँचाने की कोशिश करते। अभय को इस बात का बहुत दुख था, लेकिन वह जानता था कि उसकी सफलता ही इस ईर्ष्या का कारण है।

एक दिन अभय के गुरु उससे मिलने आए। अभय ने अपने गुरु को अपनी समस्या बताई। गुरु ने उसे समझाया, “अभय, ‘गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी।’ तुम्हारी सफलता ही इन लोगों की ईर्ष्या का कारण है। तुम्हें इससे विचलित नहीं होना चाहिए।”

अभय ने गुरु की बातों को मन में उतार लिया और अपने काम में और अधिक मेहनत करने लगा। उसने अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए कुछ उपाय भी किए। धीरे-धीरे, अभय की मेहनत रंग लाई और उसकी फसलें पहले से भी ज्यादा अच्छी होने लगीं।

इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि सफलता के साथ ईर्ष्या और नकारात्मकता भी आती है, लेकिन हमें इससे विचलित नहीं होना चाहिए। हमें अपनी मेहनत और सकारात्मकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिए।

शायरी:

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी, यह कुदरत की बात है,
जिसमें सफलता की मिठास हो, वहाँ चुनौती भी साथ है।

सुख में संगी साथी बहुत, दुःख में यार कम नज़र आते हैं,
जो चमकता है सोना बनकर, पत्थर में भी हीरे पाए जाते हैं।

जिनके दिल में सच्चाई है, वो अकेले नहीं चला करते,
गुड़ की मिठास लिए, मक्खियों का झुंड भी खिंचा चला आते।

कहते हैं जिस डाली पर फल होते हैं, वही झुका करती है,
जहाँ सफलता के दीप जलते, वहीं ईर्ष्या रुका करती है।

ये जीवन की राह में, सबक एक सारा है,
‘गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी’, सफलता का इशारा है।

चलो चलें उस राह पर, जहां सफलता का स्वाद है,
समझें कि जीवन में हर मिठास के पीछे, एक सबक याद है।

 

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी – Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi Idiom:

Introduction: “Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi” is a Hindi idiom that highlights an important truth of life. It expresses that wherever there is goodness or success, jealousy and negativity will also be drawn.

Meaning: The direct meaning of the idiom is that if something is good or valuable, negative or unwanted elements will also be attracted to it.

Usage: This idiom is used in situations where an individual’s or an institution’s success or prosperity makes them a target of jealousy or enmity.

Example:

-> When Surendra’s business suddenly started flourishing, his neighbor began to envy him. His friend explained to him, “If there is jaggery, flies will come. It is natural.”

-> When Anita topped the school, some classmates started taunting her success. Her teacher said, “If there is jaggery, flies will come, so you should focus on your success.”

Conclusion: The idiom “Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi” teaches us that along with success and goodness, challenges and negativity also arrive. It also reminds us that we should not be distracted by the obstacles that come our way in the path of success and should continue moving forward with positivity.

Story of ‌‌Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there lived a farmer named Abhay. Abhay was very hardworking, and due to his diligence, his crops were excellent every year. His fields also produced sugarcane for making jaggery, which was of exceptional quality.

Seeing Abhay’s success, some villagers began to envy him. They would loiter around Abhay’s fields, attempting to damage his crops. This saddened Abhay, but he knew his success was the reason for their jealousy.

One day, Abhay’s guru came to visit him. Abhay shared his problem with his guru. The guru explained, “Abhay, ‘If there is jaggery, flies will come.’ Your success is the reason for their envy. You should not be disturbed by this.”

Abhay took his guru’s words to heart and started to work even harder. He also took measures to protect his crops. Gradually, Abhay’s efforts paid off, and his crops were even better than before.

This story teaches us that success brings along jealousy and negativity, but we should not be disturbed by it. We must focus on our hard work and positivity and continue to move forward.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.

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