ज से शुरू होने वाले मुहावरे हिंदी भाषा की अभिव्यक्ति की विविधता को प्रकट करते हैं। यहाँ पर ‘ज’ से शुरू होने वाले प्रमुख मुहावरे, अर्थ , प्रयोग और उदाहरण सहित दिए जा रहे है।
1. मुहावरा – जहर उगलना
अर्थ: ‘जहर उगलना’ मुहावरे का अर्थ होता है – कटु या दुष्ट वचन बोलना। जब कोई व्यक्ति अप्रिय या अवशेषणीय शब्दों में बोलता है, तो उसे कहा जाता है कि वह ‘जहर उगल रहा है’।
प्रयोग: जब कोई व्यक्ति अप्रिय या अवशेषणीय शब्दों में बोलता है, तो उसे कहा जाता है कि वह ‘जहर उगल रहा है’।
उदाहरण:अनुज अधिकांश समय जहर उगलता रहता है, इसलिए उसके ज्यादा दोस्त नहीं हैं।
2. मुहावरा – जल में रहकर मगर से बैर
अर्थ: “जल में रहकर मगर से बैर” का अर्थ है कि जब आप किसी शक्तिशाली या प्राधिकृत व्यक्ति के साथ एक ही परिप्रेक्ष्य में हैं, तो उससे दुश्मनी रखना उचित नहीं है।
प्रयोग: इस मुहावरे का मूल संदेश यह है कि जब हम किसी संस्थान, समाज या समुदाय में हैं, तो हमें उस जगह के प्रमुख व्यक्तियों से सम्झौता करना चाहिए और उनसे सहमत होना चाहिए।
उदाहरण:अभय ने अपने मैनेजर से बहस की, लेकिन वह समझ गया कि जल में रहकर मगर से बैर ठीक नहीं है, और उसने अपनी गलती मानकर माफी मांग ली।
3. मुहावरा – जंगल में मोर नाचा, किसने देखा
अर्थ: इस मुहावरे का सीधा अर्थ है कि मोर जंगल में अपने रंगीन पंख फैलाकर नाच रहा है, परंतु वहां कोई भी उसे देखने के लिए मौजूद नहीं है। अतः, उसका प्रदर्शन बेमानी हो जाता है।
प्रयोग: जब कोई व्यक्ति अपनी प्रतिभा, कला या क्षमता का प्रदर्शन करता है, उसकी इच्छा होती है कि लोग उसे देखें, प्रशंसा करें। परंतु, अगर उस प्रदर्शन का कोई दर्शक नहीं होता, तो वह प्रदर्शन अधूरा सा लगता है।
उदाहरण:पूजा ने अपने नए ड्रेस को जब वह सुनसान गली में पहना, तो अभय ने कहा, “जंगल में मोर नाचा, किसने देखा!”
4. मुहावरा – ज्वार उठना
अर्थ:जब किसी के मन में विचारों का संचार तीव्रता से होता है तो कहा जाता है कि उसके मन में “ज्वार उठा है।”
प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग अक्सर सकारात्मक संदर्भ में किया जाता है। जैसे कि, “सृजनात्मक विचारों का ज्वार उठना” यह दर्शाता है कि किसी व्यक्ति के मन में नए और मौलिक विचारों का आगमन हो रहा है।
उदाहरण:जब पूजा ने उस नए प्रोजेक्ट के बारे में सुना, तो उसके मन में ज्वार उठने लगा जिसने बहुत सरे नए विचारों को जन्म दिया।
5. मुहावरा – जी तोड़ मेहनत करना
अर्थ: ‘जी तोड़ मेहनत करना’ का अर्थ होता है बहुत अधिक मेहनत और परिश्रम करना। जब कोई व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अधिकतम प्रयास और संघर्ष करता है, तो उसे कहते हैं कि वह ‘जी तोड़ मेहनत’ कर रहा है।
प्रयोग: यह मुहावरा विशेष रूप से उन समयों में प्रयुक्त होता है जब किसी का काम या प्रयास सराहनीय होता है और जब हम चाहते हैं कि उसकी मेहनत की पहचान हो।
उदाहरण:अमन ने अपने परीक्षा में श्रेष्ठ अंक प्राप्त करने के लिए जी तोड़ मेहनत की।
6. मुहावरा – जी चुराना
अर्थ: ‘जी चुराना’ एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जिसका अर्थ होता है – किसी कार्य, व्यक्ति, स्थल या परिस्थिति से दूर रहने की इच्छा करना। जब कोई व्यक्ति किसी चीज से बचने, उससे दूर रहने या उसे नकारने की सोचता है, तो उसे ‘जी चुराना’ कहा जाता है।
प्रयोग: यह मुहावरा तब प्रयुक्त होता है जब किसी का मन किसी कार्य में न हो, जैसे किसी कार्य से बचना, किसी स्थल से दूर रहना या किसी व्यक्ति से मिलना नहीं चाहना।
उदाहरण:विकास पार्टी में जाने से अपना जी चुरा रहा है, क्योंकि वह वहां लोगों से मिलना नहीं चाहता।
7. मुहावरा – जितने मुँह उतनी बातें
अर्थ: “जितने मुँह उतनी बातें” मुहावरे का अर्थ होता है कि हर व्यक्ति का अपना विचार और अपनी राय होती है। जैसे कि एक ही समस्या या प्रस्थिति पर विभिन्न लोग विभिन्न तरीके से सोचते हैं और अपनी अपनी राय व्यक्त करते हैं।
प्रयोग: हर व्यक्ति की उसके जीवन के अनुभव, उसकी शिक्षा, संस्कृति और उसकी सोच के आधार पर अपनी एक अलग पहचान और विचार होते हैं। इसलिए, जब भी एक समूह में चर्चा होती है, हर व्यक्ति अपनी अपनी राय रखता है।
उदाहरण:परिवार में हो रही चर्चा में हर किसी का अपना अलग विचार था। माँ ने हंसते हुए कहा, “जितने मुँह उतनी बातें”।
8. मुहावरा – जान बची तो लाखों पाए
अर्थ:इस मुहावरे का अर्थ है कि अगर आपकी जान सुरक्षित है, तो आप फिर से सम्पत्ति बना सकते हैं। जान ही सबसे बड़ी संपत्ति है।
प्रयोग: यह मुहावरा जीवन की महत्वकांक्षा और उसकी अनमोलता को दर्शाता है।
उदाहरण:जब विशाल उस दुर्घटना से बच गया, तो उसके मित्र ने कहा, “जान बची तो लाखों पाए।”
9. मुहावरा – जहाँ चाह वहाँ राह
अर्थ: ‘“जहाँ चाह वहाँ राह” मुहावरे का सामान्य अर्थ है कि जब किसी के पास ठोस इच्छा और संकल्प होता है कुछ प्राप्त करने का, तो वह उसे पाने का मार्ग जरूर ढूंढ लेता है।
प्रयोग: जीवन में कई बार हम समस्याओं से घिरे होते हैं, और ऐसा लगता है कि समाधान का कोई मार्ग नहीं है। लेकिन अगर हमारी आत्मा में सच्ची इच्छा होती है, तो हम उस समस्या का समाधान जरूर निकालते हैं।
उदाहरण:अभय गरीब था पर उसकी इच्छा शक्ति ने उसे अपने लक्ष्य तक पहुंचाया। यहाँ पर भी कहा जा सकता है, “जहाँ चाह वहाँ राह”।
10. मुहावरा – जो गरजते हैं वो बरसते नहीं
अर्थ: “जो गरजते हैं वो बरसते नहीं” मुहावरे का अर्थ है कि जो लोग बहुत अधिक डींगें मारते हैं या धमकाते हैं, वे आमतौर पर वास्तव में कुछ करने में सक्षम नहीं होते।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को देखकर लगे कि वह बहुत बड़े-बड़े दावे कर रहा है, लेकिन उसके पास उन दावों को साकार करने की ताकत नहीं है, तब हम इस मुहावरे का प्रयोग कर सकते हैं।
उदाहरण:“अभय अक्सर अपने प्रोजेक्ट की बड़ी-बड़ी बातें करता है, लेकिन अब तक उसने प्रोजेक्ट पर कुछ भी नहीं किया। जैसा कि कहते हैं, जो गरजते हैं वो बरसते नहीं।”
11. मुहावरा – जैसे को तैसा
अर्थ: “जैसे को तैसा” मुहावरे का अर्थ है कि जैसा कोई व्यक्ति दूसरों के साथ व्यवहार करता है, वैसा ही वह फल पाता है या वैसा ही व्यवहार उसके साथ होता है। यह मुहावरा कर्म के सिद्धांत को प्रकट करता है।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को उसके किये गए अच्छे या बुरे कर्मों का परिणाम मिलता है, तब “जैसे को तैसा” मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।
उदाहरण:“अभय ने अपने दोस्त की मदद की थी और जब उसे जरूरत पड़ी, तो उसका दोस्त भी उसकी मदद को आया। जैसे को तैसा।”
12. मुहावरा – जैसी करनी वैसी भरनी
अर्थ:‘जैसी करनी वैसी भरनी’ मुहावरे का अर्थ है कि व्यक्ति को उसके किए गए कर्मों का फल जरूर मिलता है। अगर वह अच्छा कार्य करता है तो उसे अच्छा परिणाम मिलता है और अगर वह बुरा कार्य करता है तो उसे बुरा परिणाम मिलता है।
प्रयोग: यह मुहावरा तब प्रयुक्त होता है जब किसी को उसके किए गए कर्मों का सीधा परिणाम मिलता है।
उदाहरण:सुभाष ने अपने मित्र की मदद की और जब उसे सहायता की जरूरत पड़ी, उसका मित्र भी उसके पास था। जैसी करनी वैसी भरनी।
13. मुहावरा – जैसा देश वैसा भेष
अर्थ: ‘जैसा देश वैसा भेष’ का सीधा अर्थ है कि जिस देश या स्थान में आप होते हैं, आपको उसी अनुसार अपना वेशभूषा और आचरण में बदलाव कर लेना चाहिए।
प्रयोग: यह मुहावरा तब प्रयुक्त होता है जब किसी को सलाह दी जाती है कि वह अपने आस-पास के परिवेश के अनुसार अपनी शैली और जीवनशैली में समायोजन करे।
उदाहरण:जब सुरेंद्र पंजाब की यात्रा पर गए, तो उन्होंने टर्बन पहनना शुरू किया। उन्हें समझ में आ गया था, ‘जैसा देश वैसा भेष’।
14. मुहावरा – जली कटी सुनाना
अर्थ: ‘जली कटी सुनाना’ इस मुहावरे का अर्थ है किसी को बहुत ज्यादा डांटना या फटकारना।
प्रयोग: जब कोई व्यक्ति दूसरे को बहुत ज्यादा डांटता है या उसे बहुत ज्यादा फटकारता है, तो इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।
उदाहरण:राम ने अपने छोटे भाई को उसकी गलतियों के लिए बहुत ज्यादा डांटा। उसके मित्र ने कहा, “राम ने तो उसकी जली कटी सुना दी।”
15. मुहावरा – जान पर खेलना
अर्थ: ‘जान पर खेलना’ इस मुहावरे का अर्थ है अपनी जान को खतरे में डालना या अपनी सुरक्षा को नकारते हुए किसी कार्य को करना।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति ने अपनी सुरक्षा को नकारते हुए या अपनी जान को खतरे में डालते हुए किसी कार्य को किया हो, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:राम ने बहुत तेज बह रही नदी में डूबते हुए बच्चे को बचाने के लिए कूद पड़ा। लोगों ने कहा, “राम ने आज अपनी ‘जान पर खेला’।”
16. मुहावरा – जख़्म पर नमक छिड़कना
अर्थ:‘ज़ख़्म पर नमक छिड़कना’ इस मुहावरे का अर्थ है किसी की पीड़ा या दुख में और अधिक वृद्धि करना।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को पहले से ही दुखी होते हुए और अधिक दुःख या पीड़ा पहुंचाई जाए, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:राम को जब पता चला कि उसका परिणाम अच्छा नहीं आया, तो वह बहुत दुखी हुआ। लेकिन जब मोहन ने उसका मजाक उड़ाया, तो लगा जैसे उसने राम के ‘ज़ख़्म पर नमक छिड़क दिया’।
17. मुहावरा – जिसकी लाठी उसकी भैंस
अर्थ: ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ इस मुहावरे का अर्थ है कि जिसके पास अधिक शक्ति या संसाधन होते हैं, वही अधिकार में होता है और उसी की बात मानी जाती है।
प्रयोग: जब किसी के पास अधिक शक्ति या संसाधन हो और वह उसका उपयोग अपनी बात मानवाने के लिए करे, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:राम ने सुनील से कहा, “तुम्हारे पास पैसा है इसलिए तुम हमें डांटते हो, लेकिन याद रखो ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ यह सच है, लेकिन यह सच्चाई नहीं है।”
18. मुहावरा – जली कटी सुनाना
अर्थ: ‘जली कटी सुनाना’ इस मुहावरे का अर्थ है किसी को बहुत ज्यादा डांटना या फटकारना।
प्रयोग: जब कोई व्यक्ति दूसरे को बहुत ज्यादा डांटता है या उसे बहुत ज्यादा फटकारता है, तो इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।
उदाहरण:राम ने अपने छोटे भाई को उसकी गलतियों के लिए बहुत ज्यादा डांटा। उसके मित्र ने कहा, “राम ने तो उसकी जली कटी सुना दी।”