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जैसे को तैसा, अर्थ, प्रयोग(Jaise ko Taisa)

"अमन_गरीब_औरत_की_मदद_करते_हुए", "अंश_बुजुर्ग_की_टोपी_छिपाते_हुए", "अंश_गाँव_पंचायत_के_सामने"

परिचय: हिंदी भाषा में अनेक मुहावरे हैं जो हमें जीवन की महत्वपूर्ण शिक्षाएँ देते हैं। “जैसे को तैसा” भी ऐसा ही एक मुहावरा है जो फल की प्राप्ति के प्रक्रिया को दर्शाता है।

अर्थ: “जैसे को तैसा” मुहावरे का अर्थ है कि जैसा कोई व्यक्ति दूसरों के साथ व्यवहार करता है, वैसा ही वह फल पाता है या वैसा ही व्यवहार उसके साथ होता है। यह मुहावरा कर्म के सिद्धांत को प्रकट करता है।

प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को उसके किये गए अच्छे या बुरे कर्मों का परिणाम मिलता है, तब “जैसे को तैसा” मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।

उदाहरण:

-> “अभय ने अपने दोस्त की मदद की थी और जब उसे जरूरत पड़ी, तो उसका दोस्त भी उसकी मदद को आया। जैसे को तैसा।”

-> “अनीता ने अपनी बहन को धोखा दिया था और बाद में वही धोखा उसे भी मिला। जैसे को तैसा।”

निष्कर्ष: “जैसे को तैसा” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें चाहिए कि हम दूसरों के प्रति सत्यनिष्ठा, ईमानदारी और अच्छा व्यवहार करें, क्योंकि जैसा हम किसी के साथ व्यवहार करते हैं, वैसा ही व्यवहार हमारे साथ भी होता है।

जैसे को तैसा मुहावरा पर कहानी:

एक समय की बात है, दो लड़के अमन और अंश गाँव में रहते थे। अमन हमेशा अच्छा काम करता था, जबकि अंश अक्सर लोगों को चिढ़ाता और परेशान करता था।

एक दिन, अमन ने एक गरीब औरत की मदद की और उसे अपने घर का खाना खिलाया। जब उस औरत को पता चला कि अमन ने उसकी मदद की है, तो वह खुशी से अमन को आशीर्वाद देने चली आई।

वहीं, अंश ने गाँव के बुजुर्ग के साथ मजाक किया और उसके टोपी को छिपा दिया। जब बुजुर्ग को यह पता चला कि अंश ने उसकी टोपी छिपाई है, तो उसने अंश को डांटा और उसे सजा दी।

कुछ समय बाद, अमन को गाँव में एक महत्वपूर्ण काम से बाहर जाना पड़ा। जब वह लौटा, तो उसे देखकर गाँववाले खुशी से उसे स्वागत किया और उसकी उपस्थिति में एक छोटी सी पार्टी भी रखी।

वहीं, अंश ने अपने दोस्त के साथ एक छोटी सी चालाकी की और उसके पैसे चुरा लिए। जब उस दोस्त को पता चला कि अंश ने उसके पैसे चुराए हैं, तो उसने अंश को गाँव के पंचायत के सामने लाया और उसे सजा दी गई।

गाँववालों ने देखा कि जैसा अमन ने अच्छा काम किया, वैसा ही अच्छा फल मिला और जैसा अंश ने बुरा काम किया, वैसा ही बुरा फल मिला। गाँववालों को समझ में आया कि “जैसे को तैसा”। इसका मतलब है कि हमें वही मिलता है जो हम दूसरों के प्रति करते हैं।

और इस तरह, गाँववालों ने समझ लिया कि अच्छा व्यवहार करने से अच्छा ही फल मिलता है और बुरा व्यवहार करने से बुरा ही फल मिलता है।

शायरी:

गलती से गलती को रहे जो तू गिना, यारा,

समझ ले “जैसे को तैसा” यही है दस्तूर ज़िन्दगी का।

मोहब्बत में जो देगा दिल से, पाएगा वापस वो प्यार,

जो धोखा दे, छोड़ जाएगा, वो अपना साया भी यार।

हंसी में जो बाँटेगा खुशियाँ, पाएगा हंसी का खजाना,

जो लुटाएगा दर्द औरों पे, वो खुद बन जाएगा दीवाना।

तो आओ, बदलें हम अपनी राह, बनें बेहतर इंसान,

जो चाहे वो पाएं, “जैसे को तैसा” बनाएं अपनी जिंदगी का अरमान।

 

जैसे को तैसा शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of जैसे को तैसा – Jaise Ko Taisa Idiom:

Introduction: There are many idioms in the Hindi language that impart vital life lessons to us. “जैसे को तैसा” (Jaise Ko Taisa) is one such idiom that illustrates the process of reaping what one sows.

Meaning: The idiom “जैसे को तैसा” (Jaise Ko Taisa) translates to “as you treat others, so shall you be treated.” It signifies that the way an individual interacts with others, they receive a similar treatment or outcome in return. This idiom embodies the principle of karma.

Usage: The phrase “जैसे को तैसा” (Jaise Ko Taisa) can be used when someone experiences the consequences of their good or bad actions.

Examples:

-> “Abhay helped his friend, and when he needed assistance, his friend came forward to help him too. Jaise Ko Taisa (What goes around, comes around).” 

-> “Anita betrayed her sister, and later she faced betrayal herself. Jaise Ko Taisa (As you sow, so shall you reap).”

Conclusion: The idiom “जैसे को तैसा” (Jaise Ko Taisa) teaches us that we should always be honest, sincere, and kind in our dealings with others, because the way we treat others is the way we get treated in return.

Story of ‌‌Jaise Ko Taisa Idiom in English:

Once upon a time, two boys named Aman and Ansh lived in a village. Aman always engaged in good deeds, whereas Ansh often teased and troubled the villagers.

One day, Aman helped a destitute woman by offering her a meal from his home. When the woman came to know of Aman’s kindness, she approached him with joy and blessed him wholeheartedly.

On the other hand, Ansh played a prank on an elderly villager by hiding his hat. When the elder realized Ansh was responsible, he reprimanded him and meted out a fitting punishment.

After some time, Aman had to leave the village for an important task. Upon his return, the villagers warmly welcomed him and even organized a small party in his honor.

Meanwhile, Ansh, with his cunning tactics, stole money from his friend. When the friend discovered the theft, he brought Ansh before the village council, where he was duly punished.

The villagers observed that as Aman did good, he reaped good rewards, and as Ansh committed wrongs, he faced adverse consequences. They understood the principle of “जैसे को तैसा” (Jaise Ko Taisa) which means we get back what we give to others.

And thus, the villagers learned the lesson that good actions result in good outcomes, while bad actions lead to negative consequences.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

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