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जख़्म पर नमक छिड़कना मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Jakham par namak chidakna)

अर्थ: ‘ज़ख़्म पर नमक छिड़कना’ इस मुहावरे का अर्थ है किसी की पीड़ा या दुख में और अधिक वृद्धि करना। जब किसी व्यक्ति को पहले से ही दुखी होते हुए और अधिक दुःख या पीड़ा पहुंचाई जाए, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।

प्रयोग: जब किसी व्यक्ति के दुख या पीड़ा में और वृद्धि की जाए, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।

उदाहरण: राम को जब पता चला कि उसका परिणाम अच्छा नहीं आया, तो वह बहुत दुखी हुआ। लेकिन जब मोहन ने उसका मजाक उड़ाया, तो लगा जैसे उसने राम के ‘ज़ख़्म पर नमक छिड़क दिया’।

विशेष टिप्पणी: यह मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें दूसरों की पीड़ा में सहानुभूति दिखानी चाहिए और उनके दुःख में और वृद्धि नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से समाज में सद्भावना और सहयोग की भावना बढ़ती है।

Hindi Muhavare Quiz

ज़ख़्म पर नमक छिड़कना मुहावरा पर कहानी:

राज और सुमित दोनों बचपन के दोस्त थे। वे दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे और हमेशा साथ खेलते थे। एक दिन, स्कूल में फुटबॉल मैच हुआ। राज और सुमित दोनों अलग-अलग टीमों में थे।

मैच के दौरान, सुमित ने गेंद को मारने की कोशिश की, लेकिन वह गेंद को चूक गया और उसकी वजह से उनकी टीम गोल खो बैठी। सुमित बहुत दुखी हो गया।

मैच समाप्त होने पर, जब सभी बच्चे अपने-अपने घर जा रहे थे, राज ने सुमित को देखा और उसका मजाक उड़ाने लगा। वह उसे बार-बार याद दिला रहा था कि कैसे उसने गोल खोया। सुमित का मन और भी दुखी हो गया। उसे लगा जैसे राज उसके ‘ज़ख़्म पर नमक छिड़क रहा हो’।

अगले दिन, सुमित ने अपनी भावनाओं को राज के सामने रखा। राज को समझ में आया कि उसने अपने दोस्त की पीड़ा में और वृद्धि की थी। वह माफी मांगने लौटा और दोनों फिर से अच्छे दोस्त बन गए।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें किसी की पीड़ा में और वृद्धि नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से हमारे और उस व्यक्ति के बीच की दोस्ती और रिश्ते में दरार आ सकती है।

शायरी:

ज़ख़्म जो तुमने दिया है मुझे दीप,

नमक उस पर छिड़कना तुम्हारी अदा।

दर्द में भी मोहब्बत की बुनाई है,

ज़ख़्म पर नमक, ये जीवन का खेला

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of ज़ख़्म पर नमक छिड़कना – Jakham par namak chidakna Phrase:

Meaning: The proverb ‘Jakham par namak chidakna’ means to exacerbate someone’s pain or sorrow. When someone is already upset or hurt, and additional pain or distress is inflicted upon them, this proverb is used.

Usage: This proverb is used when someone’s pain or distress is intensified.

Example: When Ram found out that he didn’t perform well in his exams, he was very upset. But when Mohan made fun of him, it felt as if he ‘poured salt on Ram’s wound’.

Special Note: This proverb teaches us that we should show empathy towards others in their times of pain and should not add to their distress. Doing so promotes goodwill and a sense of cooperation in society.

Story of Jakham par namak chidakna idiom in English:

Raj and Sumit were childhood friends. They both studied in the same school and always played together. One day, there was a football match at school. Raj and Sumit were on opposing teams.

During the match, Sumit tried to kick the ball, but he missed, resulting in his team conceding a goal. Sumit was very upset.

After the match, as all the kids were heading home, Raj saw Sumit and started making fun of him. He kept reminding him of how he missed the goal. Sumit felt even more heartbroken. It felt as if Raj was ‘pouring salt on his wound’.

The next day, Sumit expressed his feelings to Raj. Raj realized that he had exacerbated his friend’s pain. He apologized, and they became good friends again.

This story teaches us that we should not intensify someone’s pain. Doing so can strain and damage our relationship with that person.

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.

FAQs:

क्या किसी के दर्द को और अधिक बढ़ाने का उपयोग इस मुहावरे में उपयुक्त होता है?

नहीं, इस मुहावरे का उपयोग किसी के दर्द को बढ़ाने के लिए नहीं होता है, बल्कि यह दर्द के अधिकतर होने पर किया जाता है।

क्या इस मुहावरे का कोई सम्बंध धार्मिक या आध्यात्मिक विचारधारा से है?

नहीं, इस मुहावरे का कोई धार्मिक या आध्यात्मिक संदेश नहीं होता है, यह केवल भाषा में एक व्यक्ति के क्रूर व्यवहार को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होता है।

क्या इस मुहावरे का कोई विशेष उपयोग शायरी या गीतों में होता है?

हां, यह मुहावरा शायरी और गीतों में भी उपयोग होता है, जैसे कि “वो तो मेरे दिल के ज़ख़्म पर नमक छिड़क दिया” – इस तरह की अभिव्यक्ति आमतौर पर दर्द और दुख के साथ जुड़ी होती है।

क्या इस मुहावरे का कोई प्राचीन उपयोग है?

हां, इस मुहावरे का कई साल पुराने समय में भी उपयोग होता था और यह अब भी प्रचलित है।

क्या इस मुहावरे के किसी विशेष प्रकार के उपयोग के लिए कोई उपयोगी सुझाव है?

यदि आप इस मुहावरे को अधिक विस्तारपूर्ण रूप से समझाना चाहते हैं, तो आप किसी किस्से या कहानी से उदाहरण देने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं, ताकि यह आसानी से समझा जा सके।

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