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जैसी करनी वैसी भरनी, अर्थ, प्रयोग(Jaisi karni waisi bharni)

परिचय: हिंदी भाषा में कई मुहावरे हैं जो हमें जीवन की अनेक महत्वपूर्ण शिक्षाएँ प्रदान करते हैं। ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ भी इन्हीं मुहावरों में से एक है, जिसे कर्मों के परिणाम पर आधारित माना जाता है।

अर्थ: ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ मुहावरे का अर्थ है कि व्यक्ति को उसके किए गए कर्मों का फल जरूर मिलता है। अगर वह अच्छा कार्य करता है तो उसे अच्छा परिणाम मिलता है और अगर वह बुरा कार्य करता है तो उसे बुरा परिणाम मिलता है।

प्रयोग: यह मुहावरा तब प्रयुक्त होता है जब किसी को उसके किए गए कर्मों का सीधा परिणाम मिलता है।

उदाहरण:

-> सुभाष ने अपने मित्र की मदद की और जब उसे सहायता की जरूरत पड़ी, उसका मित्र भी उसके पास था। जैसी करनी वैसी भरनी।

-> विनीत ने चोरी की और जब उसे पकड़ा गया, उसे जेल भेजा गया। जैसी करनी वैसी भरनी।

निष्कर्ष: ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए। क्योंकि हमारे किए गए हर कर्म का परिणाम हमें जरूर मिलेगा, चाहे वह अच्छा हो या बुरा। हमें चाहिए कि हम अपने कर्मों का सही तरीके से मूल्यांकन करें और सही मार्ग पर चलें।

Hindi Muhavare Quiz

जैसी करनी वैसी भरनी मुहावरा पर कहानी:

गाँव के उस पार, विशाल और विकास नामक दो भाई रहते थे। विशाल सभी के प्रति प्रेम और सहानुभूति दिखाता था, जबकि विकास हमेशा अपना लाभ देखने में रहता।

एक दिन, गाँव में अकेली रह रही एक वृद्ध महिला को उसके खेत में काम करने में मदद की जरूरत थी। विशाल ने उसे अपना समय और बलिदान करके मदद की। जब उस महिला को उसकी फसल अच्छी हुई, तो उसने विशाल को उसके अन्न का भरपूर हिस्सा दिया।

वहीं, विकास ने देखा कि उसी महिला के घर के पीछे एक सोने की मुद्रा दफन है। वह रात में उसे चुराने चला गया। लेकिन, जब वह मुद्रा को खोद रहा था, तभी उसे गाँव के लोगों ने पकड़ लिया, क्योंकि वृद्ध महिला ने उसे पहले ही देख लिया था। विकास को गाँव के पंचायत के सामने लाकर उसे सजा दी गई।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमारे कर्म हमें पुनरावृत्ति करते हैं। जैसी करनी वैसी भरनी। विशाल ने अच्छा किया और उसे अच्छा ही प्रतिफल मिला, जबकि विकास के बुरे कर्मों का परिणाम भी बुरा ही आया।

शायरी:

कर्मों की गहराई में है सच्चाई की बात,

जैसी करनी वैसी भरनी, यही है जीवन की राहत।

जिन्हें समझ आया इस बात का राज,

उनकी खुद में चुप्प, जगता रहता एक ताज।

 

जैसी करनी वैसी भरनी शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of जैसी करनी वैसी भरनी – Jaisi karni waisi bharni Idiom:

Introduction: The Hindi language is replete with idioms that offer valuable life lessons. ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ (As you sow, so shall you reap) is one such idiom, which is considered to be based on the consequences of one’s actions.

Meaning: The phrase ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ means that a person inevitably faces the outcomes of their actions. If one performs good deeds, they receive positive results, and if one engages in wrongdoings, they face negative consequences.

Usage: This idiom is typically used when someone directly experiences the outcome of their actions.

Examples:

-> Subhash helped his friend, and when he needed assistance, his friend was there for him. As you sow, so shall you reap.

-> Vineet committed theft, and when he got caught, he was sent to jail. As you sow, so shall you reap.

Conclusion: The idiom ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ teaches us that we should always engage in good deeds. Because we will surely face the outcomes of our actions, be they good or bad. We should properly evaluate our actions and tread the right path.

Story of ‌‌Jaisi karni waisi bharni Idiom in English:

Across the village, two brothers named Vishal and Vikas lived. Vishal showed love and compassion to everyone, while Vikas was always self-centered, looking out for his own benefit.

One day, an elderly woman living alone in the village needed help with her farm. Vishal helped her, giving his time and effort selflessly. When the woman had a good harvest, she gave Vishal a generous portion of her crop.

Meanwhile, Vikas learned that there was a gold coin buried behind the same woman’s house. He tried to steal it at night. However, as he was digging for the coin, the villagers caught him, as the elderly woman had spotted him earlier. Vikas was brought before the village council and was punished.

This story teaches us that our actions have consequences. As you sow, so shall you reap. Vishal did good and received goodness in return, while Vikas faced the repercussions of his ill deeds.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

“जैसी करनी वैसी भरनी” मुहावरे का अंग्रेजी में क्या अनुवाद होता है?

इस मुहावरे का अंग्रेजी में अनुवाद “As you sow, so shall you reap” होता है।

“जैसी करनी वैसी भरनी” मुहावरे से हमें क्या सीखने को मिलता है?

इस मुहावरे से हमें यह सीखने को मिलता है कि हमें अच्छे कर्म करने की प्रेरणा लेनी चाहिए, क्योंकि उसके परिणाम भी अच्छे ही होते हैं।

“जैसी करनी वैसी भरनी” मुहावरे का समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है?

यह मुहावरा समाज में न्याय और समानता की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और लोगों को सावधान करता है कि वे अपने कर्मों का उचित चयन करें।

“जैसी करनी वैसी भरनी” मुहावरे का कोई ऐतिहासिक महत्व है?

यह मुहावरा मानव जीवन के लिए विशेष महत्व रखता है, लेकिन इसका कोई विशेष ऐतिहासिक महत्व नहीं है।

“जैसी करनी वैसी भरनी” मुहावरे का उपयोग आधुनिक समय में किस प्रकार से हो रहा है?

आधुनिक समय में, यह मुहावरा व्यक्तिगत विकास और प्रोफेशनल जीवन में न्याय की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और लोगों को उनके कर्मों के परिणामों के लिए जिम्मेदारीपूर्ण बनाता है।

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