Budhimaan

Kahavaten

"विनीत-गड्ढा-खोदने-वाला-कहानी", "जो-दूसरों-के-लिए-गड्ढ़ा-खोदता-इमेज", "नैतिकता-और-न्याय-पर-आधारित-कहावत", "बुद्धिमान-व्यवहार-की-सीख", "प्रेमचंद्र-की-सच्चाई-और-विनीत-की-गलती-चित्र"

जो दूसरों के लिए गड्ढ़ा खोदता है उसके लिए कुआँ तैयार रहता है, अर्थ, प्रयोग (Jo doosron ke liye gadda khodta hai uske liye kuan taiyaar rahta hai)

परिचय: “जो दूसरों के लिए गड्ढ़ा खोदता है उसके लिए कुआँ तैयार रहता है” यह हिंदी की एक प्राचीन कहावत

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"जैसे को तैसा मिले कहावत का चित्रण", "हिंदी मुहावरे की सार्थकता", "कर्म और परिणाम के सिद्धांत का प्रतीक", "भारतीय संस्कृति में कहावतों की भूमिका"

जैसे को तैसा मिले, मिले नीच में नीच, पानी में पानी मिले, मिले कीच में कीच, अर्थ, प्रयोग (Jaise ko taisa mile, Mile neech mein neech, Pani mein pani mile, Mile keech mein keech)

“जैसे को तैसा मिले, मिले नीच में नीच, पानी में पानी मिले, मिले कीच में कीच” यह हिंदी की एक

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"जो गंवार पिंगल पढ़ै कहावत का चित्रण", "शिक्षा और सामाजिक व्यवहार का महत्व", "सामाजिक आदतों में सुधार की छवि", "व्यक्तित्व विकास की ओर अग्रसर युवक"

जो गंवार पिंगल पढ़ै, तीन वस्तु से हीन, बोली, चाली, बैठकी, लीन विधाता छीन, अर्थ, प्रयोग (Jo gnwar pingal padhe, Teen vastu se heen, boli, chali, baithki, leen vidhata cheen)

“जो गंवार पिंगल पढ़ै, तीन वस्तु से हीन, बोली, चाली, बैठकी, लीन विधाता छीन” यह हिंदी की एक प्रचलित कहावत

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"जैसे को तैसा मिले कहावत का चित्रण", "हिंदी मुहावरे और उनके अर्थ", "कर्म और परिणाम की प्रतीकात्मक छवि", "भारतीय संस्कृति में कहावतों का महत्व"

जैसे को तैसा मिले, मिले डोम को डोम, दाता को दाता मिले, मिले सूम को सूम, अर्थ, प्रयोग (Jaise ko taisa mile, Mile dom ko dom, Data ko data mile, Mile soom ko soom)

“जैसे को तैसा मिले, मिले डोम को डोम, दाता को दाता मिले, मिले सूम को सूम” यह एक प्रचलित हिंदी

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