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गाय-गुण-बछड़ा-पिता-गुण-घोड़-मुहावरा, वंशानुगत-गुणों-की-कहानी, बछड़े-और-घोड़े-के-वंशानुगत-गुण, Budhimaan.com-पर-हिंदी-में-विरासत

गाय गुण बछड़ा, पिता गुण घोड़, बहुत नहीं तो थोड़ै थोड़ अर्थ, प्रयोग (Gaay gun bachda, Pita gun ghod, Bahut nahi to thode thod)

“गाय गुण बछड़ा, पिता गुण घोड़, बहुत नहीं तो थोड़ै थोड़” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जिसका उपयोग वंशानुगत गुणों

प्रेमचंद्र जी पेड़ पर चढ़ते हुए, बुजुर्ग लेकिन ऊर्जावान प्रेमचंद्र जी, गाँव के परिवेश में प्रेरणादायक प्रेमचंद्र, शहरी लोग प्रेमचंद्र जी से प्रभावित, Budhimaan.com पर प्रेमचंद्र जी की प्रेरणादायक कहानी

बंदर कितना बूढ़ा हो जाए, गुलाटी मारना नहीं भूलता अर्थ, प्रयोग (Bandar kitna boodha ho jaye, Gulati marna nahi bhoolta)

परिचय: “बंदर कितना बूढ़ा हो जाए, गुलाटी मारना नहीं भूलता” यह कहावत व्यक्ति की जन्मजात प्रवृत्तियों और स्वभाविक क्षमताओं को