मन शब्द से बनने वाले मुहावरे हिंदी भाषा की अभिव्यक्ति की विविधता को प्रकट करते हैं। यहाँ पर मन शब्द से बनने वाले प्रमुख मुहावरे, अर्थ , प्रयोग और उदाहरण सहित दिए जा रहे है।
1. मुहावरा – मन चंगा तो कठौती में गंगा
अर्थ: मन चंगा तो कठौती में गंगा’ इस मुहावरे का अर्थ है कि अगर किसी का मन और विचार शुद्ध हों, तो उसे बाहरी जगहों में पवित्रता की तलाश करने की जरूरत नहीं है।
प्रयोग: जब किसी को यह बताना हो कि असली पवित्रता और शुद्धता बाहरी जगहों में नहीं, बल्कि अपने आप में है, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण:राम ने सोमेश को कहा, “तुम बार-बार तीर्थ यात्रा पर जा रहे हो, लेकिन असली पवित्रता तो मन में होती है। ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’।”
2. मुहावरा – मन मसोस कर रह जाना
अर्थ: किसी बात को लेकर अंदर ही अंदर दुखी होना लेकिन उस दुख को बाहर न दिखाना। यह व्यक्ति की असहायता और आंतरिक संघर्ष को दर्शाता है।
प्रयोग: यह मुहावरा अक्सर उन परिस्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां व्यक्ति कुछ करना चाहता है लेकिन परिस्थितियों या अन्य कारणों से वह अपनी इच्छा पूरी नहीं कर पाता।
उदाहरण:अखिल अपने दोस्त की मदद करना चाहता था लेकिन अपनी आर्थिक स्थिति के कारण वह मन मसोस कर रह गया।