Budhimaan

पल में तोला पल में माशा अर्थ, प्रयोग (Pal mein tola pal mein masha)

“पल में तोला पल में माशा” यह एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां किसी व्यक्ति का स्वभाव या रवैया बहुत तेजी से बदलता है।

परिचय: हिंदी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ भाषा को रोचक और प्रभावशाली बनाते हैं। “पल में तोला पल में माशा” मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है – कुछ ही क्षणों में वजन या महत्व में बड़ा बदलाव होना। यहां ‘तोला’ और ‘माशा’ पुराने समय के वजन मापने की इकाइयाँ हैं, जहां तोला अधिक और माशा कम वजन को दर्शाता है।

अर्थ: इस मुहावरे का प्रयोग उस स्थिति को व्यक्त करने के लिए किया जाता है जहां किसी का मूड या व्यवहार बहुत जल्दी और अचानक बदल जाता है। यह अस्थिरता और अनिश्चितता का प्रतीक है।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग व्यक्ति की चंचलता या भावनाओं में अचानक परिवर्तन को दर्शाने के लिए किया जाता है। यह किसी के अप्रत्याशित स्वभाव को व्यक्त करने में सहायक होता है।

उदाहरण:

-> विशाल का स्वभाव है “पल में तोला पल में माशा”, कभी हंसता है तो कभी रोता है।

-> पारुल के विचार इतने बदलते रहते हैं, वह तो “पल में तोला पल में माशा” की तरह है।

निष्कर्ष: यह मुहावरा हमें दिखाता है कि किस प्रकार कुछ लोगों का स्वभाव बहुत ही अस्थिर होता है। यह हमें यह भी सिखाता है कि स्थिरता और धैर्य जीवन में महत्वपूर्ण हैं। इस मुहावरे का प्रयोग करके हम जटिल भावनाओं और व्यवहार की बारीकियों को सरलता से व्यक्त कर सकते हैं।

Hindi Muhavare Quiz

पल में तोला पल में माशा मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक गाँव में दो मित्र विकास और अनुभव रहते थे। विकास बहुत ही स्थिर स्वभाव का था, जबकि अनुभव हर पल अपने विचार और मूड बदलता रहता था।

एक दिन, गाँव में मेला लगा। विकास और अनुभव ने तय किया कि वे मेले में जाएंगे। रास्ते में अनुभव ने कहा, “चलो, हम घोड़े की सवारी करेंगे।” विकास सहमत हो गया, लेकिन जैसे ही वे घोड़े के पास पहुंचे, अनुभव बोला, “नहीं, नहीं, चलो ऊंट की सवारी करते हैं।”

विकास मुस्कुराया और उसने अनुभव की बात मान ली। लेकिन ऊंट की सवारी करते समय भी अनुभव का मन बदल गया और उसने कहा, “चलो झूला झूलते हैं।” विकास ने फिर भी उसकी बात मानी।

मेले में, अनुभव ने पहले तो मिठाई की दुकान पर जाने का सुझाव दिया, फिर तुरंत ही खिलौने देखने चला गया। इस तरह से वह पूरे दिन एक चीज़ से दूसरी चीज़ में बदलता रहा।

विकास ने धैर्यपूर्वक अनुभव का साथ दिया। शाम को घर लौटते समय विकास ने मुस्कुराते हुए अनुभव से कहा, “तुम्हारा स्वभाव तो ‘पल में तोला पल में माशा’ जैसा है। सुबह से लेकर अब तक तुम्हारे विचार और इच्छाएं कितनी बार बदलीं हैं।”

अनुभव ने गंभीरता से विकास की बात सुनी और सोचने लगा कि वाकई में उसका स्वभाव बहुत अस्थिर है। उसने विकास से वादा किया कि वह अपने स्वभाव पर काबू पाने की कोशिश करेगा।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि अस्थिरता और चंचलता हमें किसी एक लक्ष्य पर केंद्रित नहीं होने देती, और यही संदेश “पल में तोला पल में माशा” मुहावरे से मिलता है।

शायरी:

चाँदनी रात में ख्यालों का काफिला सजता है,

हर पल दिल का मिजाज बदलता है।

“पल में तोला पल में माशा” की तरह,

कभी हँसता है, कभी आँखें नम करता है।

दुनिया की भीड़ में खुद को ढूँढता हूँ,

कभी मिलता हूँ खुद से, कभी खो जाता हूँ।

हर पल बदलते इस दिल की फितरत में,

जीवन का सार छुपा, खुद से ही कहता हूँ।

हवाओं का रुख बदले, या बदले ज़माना,

मेरे दिल का मौसम, हर पल अनजाना।

“पल में तोला पल में माशा” बन के,

जीता हूँ हर पल, हर लम्हा अपनाना।

ख्वाबों की दुनिया में, हकीकत से मिलता हूँ,

हर रोज नया सफर, नए रास्ते चुनता हूँ।

ज़िंदगी की इस दास्ताँ में, हर पल नया,

“पल में तोला पल में माशा” की तरह बुनता हूँ।

ज़िंदगी के इस सफर में, रंग हजारों हैं,

हर पल में नया रंग, नयी बहारों है।

“पल में तोला पल में माशा” का यह सिलसिला,

जीवन के हर पहलू में, खूबसूरत इज़हारों है।

 

पल में तोला पल में माशा शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of पल में तोला पल में माशा – Pal mein tola pal mein masha Idiom:

“पल में तोला पल में माशा” is a popular Hindi idiom often used in situations where a person’s nature or attitude changes very rapidly.

Introduction: In the Hindi language, idioms and proverbs make the language interesting and impactful. The literal meaning of the idiom “पल में तोला पल में माशा” is – a significant change in weight or importance within moments. Here, ‘तोला’ (Tola) and ‘माशा’ (Masha) are units of weight measurement from ancient times, where Tola represents a higher weight and Masha a lower weight.

Meaning: This idiom is used to describe situations where someone’s mood or behavior changes very quickly and suddenly. It symbolizes instability and unpredictability.

Usage: The idiom is used to depict the fickleness or sudden change in a person’s emotions. It helps in expressing someone’s unpredictable nature.

Example:

-> Vishal’s nature is like “पल में तोला पल में माशा”, sometimes he laughs and sometimes he cries.

-> Parul’s thoughts change so frequently, she is just like “पल में तोला पल में माशा”.

Conclusion: This idiom shows us how the nature of some people can be very unstable. It also teaches us that stability and patience are important in life. By using this idiom, we can easily express the complexities of emotions and behaviors.

Story of ‌‌Pal mein tola pal mein masha Idiom in English:

Once upon a time, in a village, there lived two friends, Vikas and Anubhav. Vikas was of a very steady nature, while Anubhav used to change his thoughts and mood every moment.

One day, a fair was set up in the village. Vikas and Anubhav decided to go to the fair. On the way, Anubhav said, “Let’s go for a horse ride.” Vikas agreed, but as soon as they reached the horse, Anubhav said, “No, no, let’s ride a camel instead.”

Vikas smiled and agreed to Anubhav’s suggestion. However, even during the camel ride, Anubhav changed his mind and said, “Let’s go on the swings.” Vikas agreed to this as well.

At the fair, Anubhav first suggested going to the sweet shop, then immediately went to see toys. In this way, he kept changing from one thing to another throughout the day.

Vikas patiently accompanied Anubhav. In the evening, while returning home, Vikas said to Anubhav with a smile, “Your nature is like ‘पल में तोला पल में माशा’ (fluctuating every moment). Your thoughts and desires have changed so many times from morning until now.”

Anubhav listened to Vikas seriously and started to think that indeed his nature was very unstable. He promised Vikas that he would try to control his fickle nature.

This story teaches us that instability and fickleness do not let us stay focused on a single goal, and this is the message we get from the idiom “पल में तोला पल में माशा” (fluctuating every moment).

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का कोई विरोधी अर्थ है?

नहीं, इस मुहावरे का कोई विरोधी अर्थ नहीं है।

क्या इस मुहावरे का कोई विशेष इतिहास है?

जी हां, इस मुहावरे का प्रारंभिक उपयोग वास्तव में तोलने और मापने के लिए किया जाता था।

क्या इस मुहावरे का कोई संदर्भ है?

हां, यह मुहावरा बदलते समय और परिस्थितियों के संदर्भ में प्रयोग में लाया जा सकता है।

क्या इस मुहावरे का कोई उपयोग अधिक शिर्क्षा में होता है?

हां, इस मुहावरे का अधिक शिर्क्षा में भी उपयोग किया जाता है।

क्या इस मुहावरे का कोई अन्य संबंध है?

नहीं, यह मुहावरा किसी और संबंध में नहीं है, यह केवल अप्रत्याशित परिवर्तन को व्यक्त करने के लिए है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"खुदा गंजे को नाखून न दे - मुहावरे का चित्रण", "जीवन में संसाधनों का उचित उपयोग दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर आवश्यकताओं की महत्वपूर्णता पर प्रकाश", "अनुचित आवंटन की विडंबना को उजागर करती तस्वीर", "समझदारी और व्यावहारिकता की सीख देता बुद्धिमानी छवि"
Uncategorized

खुदा गंजे को नाखून न दे अर्थ, प्रयोग (Khuda ganje ko nakhun na de)

परिचय: “खुदा गंजे को नाखून न दे” एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है, जो व्यंग्यात्मक ढंग से उस स्थिति का वर्णन करता है जब किसी व्यक्ति

Read More »
"खाल ओढ़ाए सिंह की मुहावरे का चित्रण", "असली पहचान और दिखावे के बीच का अंतर", "वास्तविकता बनाम आवरण का चित्र", "सिंह की खाल में छिपा स्यार का इलस्ट्रेशन", "Budhimaan.com पर जीवन की वास्तविकता का पाठ"
Hindi Muhavare

खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय अर्थ, प्रयोग (Khal odhaye singh ki, Siyar singh nahi hoye)

परिचय: “खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जो यह बताता है कि केवल बाहरी दिखावे से किसी की

Read More »
जीवन-उतार-चढ़ाव-चित्रण, घी-चना-जीवन-मुहावरा-इमेज, जीवन-संघर्ष-और-सफलता-कला, हिंदी-मुहावरा-विवेचना, Budhimaan.com-जीवन-शैली-सुझाव
Hindi Muhavare

कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना अर्थ, प्रयोग (Kabhi ghee ghana, Kabhi mutthi bhar chana, Kabhi wo bhi manaa)

परिचय: “कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में उतार-चढ़ाव और समय की अनिश्चितता

Read More »
"खाइए मनभाता पहनिए जगभाता मुहावरे का चित्रण", "गाँव की शादी में समाज के अनुरूप वेशभूषा में युवक", "सादगीपसंद खाने और समाजिक वस्त्रों में संतुलन", "Budhimaan.com पर जीवन शैली और संस्कृति"
Hindi Muhavare

खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता अर्थ, प्रयोग (Khaiye manbhata, Pahniye jagbhata)

परिचय: “खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता” यह एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की सलाह देता है। यह मुहावरा हमें

Read More »
"करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत मुहावरे का चित्रण", "सकारात्मक कार्यों में ऊर्जा निवेश करते व्यक्ति की छवि", "Budhimaan.com पर सकारात्मक योगदान की प्रेरणा", "विवादों की बजाय कर्म पर ध्यान केंद्रित करता किसान"
Hindi Muhavare

करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत अर्थ, प्रयोग (Karni na kartoot, Ladne ko majboot)

परिचय: “करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत” एक हिंदी मुहावरा है जो उन व्यक्तियों के व्यवहार को उजागर करता है जो वास्तव में तो कुछ

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।