Budhimaan

Home » Kahavaten » ऊंट बर्राता ही लदता है, अर्थ, प्रयोग (Oont barrata hi ladta hai)

ऊंट बर्राता ही लदता है, अर्थ, प्रयोग (Oont barrata hi ladta hai)

परिचय: ऊंट बर्राता ही लदता है, यह कहावत उस समय की है जब ऊंटों का उपयोग बोझ उठाने के लिए किया जाता था। भले ही ऊंट बर्राए, अर्थात शोर करे या असंतोष जताए, लेकिन फिर भी वह लदान करता रहता है।

अर्थ: कहावत का सामान्य अर्थ है कि जब कोई व्यक्ति काम करते समय असंतुष्टि या शिकायत करता है, लेकिन फिर भी काम जारी रखता है। यह उस स्थिति को दर्शाता है जब व्यक्ति अनिच्छा से या डर के कारण काम करता है।

उपयोग: इस कहावत का उपयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति को उसके नाराजगी या शिकायत के बावजूद काम जारी रखने की स्थिति को दर्शाना हो।

उदाहरण:

-> मान लीजिए, एक कर्मचारी अपने काम से खुश नहीं है और अक्सर इस बारे में शिकायत करता है, परन्तु उसे यह भी पता है कि उसके पास और कोई विकल्प नहीं है। इसलिए, वह बिना इच्छा के भी काम करता रहता है। यहाँ “ऊंट बर्राता ही लदता है” कहावत सटीक बैठती है।

समापन: इस कहावत से हमें यह सीखने को मिलता है कि कई बार जीवन में हमें अपनी अनिच्छा के बावजूद काम करना पड़ता है। यह न केवल व्यावसायिक जीवन में, बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी लागू होता है। इस कहावत के माध्यम से धैर्य और संकल्प की महत्ता को समझा जा सकता है।

Hindi Muhavare Quiz

ऊंट बर्राता ही लदता है कहावत पर कहानी:

एक गांव में अनुज नाम का एक व्यापारी रहता था। उसके पास एक ऊंट था, जिसका नाम बादल था। अनुज हर रोज बाजार में सामान ले जाने के लिए बादल का उपयोग करता था। बादल भारी बोझ से अक्सर थक जाता था और बर्राने लगता था, लेकिन फिर भी वह चुपचाप अपना काम करता रहता।

एक दिन, अनुज ने बादल पर बहुत अधिक सामान लाद दिया। बादल ने बर्राना शुरू कर दिया, लेकिन अनुज ने उसकी एक न सुनी और उसे बाजार की ओर ले चला। रास्ते में, बादल के कदम भारी होते जा रहे थे, लेकिन उसने अपना काम जारी रखा।

गांव के लोग बादल को देखकर कहने लगे, “बेचारा बादल, हमेशा बर्राता है लेकिन काम करता जा रहा है।” लोगों की यह बात सुनकर अनुज को अहसास हुआ कि उसने बादल पर अत्यधिक बोझ डाला है।

अनुज ने फौरन बादल से कुछ सामान उतारा और उसे थोड़ा आराम दिया। उसने सोचा, “मैं भले ही जल्दी में हूं, लेकिन बादल की भलाई के लिए मुझे उस पर इतना भार नहीं डालना चाहिए।”

निष्कर्ष

इस कहानी के माध्यम से हम समझते हैं कि “ऊंट बर्राता ही लदता है” कहावत का अर्थ है कि कई बार हम अनिच्छा के बावजूद काम करते हैं। यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि हमें दूसरों पर अधिक भार नहीं डालना चाहिए और उनकी सीमाओं का सम्मान करना चाहिए।

शायरी:

ऊंट बर्राता है लदता जब, कहानी यही जग की है,
बोझ सहते जाना है, जीवन की यही अग्नि परीक्षा है।

शिकायतों का बाजार है, पर कदम बढ़ते जाना है,
हालातों से लड़ना है, बस यही तो फ़लसफ़ा है।

जब जब दुनिया बोझ बढ़ाए, ऊंट की तरह चलना है,
दर्द में भी मुस्कुराना है, ये ज़िन्दगी का चलन है।

बोझ तले दबकर भी, चलने का हुनर सीखा है,
जीवन की इस राह में, खुद को हर बार परखा है।

हर शिकवा, हर गिला छोड़, आगे बढ़ते जाना है,
‘ऊंट बर्राता ही लदता है’, यही सबक सिखाना है।

 

ऊंट बर्राता ही लदता है शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।


Hindi to English Translation of ऊंट बर्राता ही लदता है – Oont barrata hi ladta hai Proverb:

The Hindi proverb “Oont barrata hi ladta hai” is often used to express a situation where a person continues to work despite not wanting to and even while complaining, but does not stop working.

Introduction: This proverb dates back to the time when camels were used for carrying loads. Even though a camel grumbles or expresses dissatisfaction, it continues to carry the load.

Meaning: The general meaning of the proverb is when a person works with dissatisfaction or complains while working, but still continues the work. It represents a situation where a person works out of reluctance or fear.

Usage: This proverb is used when depicting a situation where a person continues to work despite their grievances or complaints.

Examples:

-> Suppose an employee is not happy with his job and often complains about it, but he also knows that he has no other option. Therefore, he continues to work without any desire to do so. Here, the proverb “Oont barrata hi ladta hai” fits perfectly.

Conclusion: This proverb teaches us that sometimes in life, we have to work despite our unwillingness. It is applicable not just in professional life but also in personal life. The proverb helps us understand the importance of patience and determination.

Story of Oont barrata hi ladta hai Proverb in English:

In a village, there lived a trader named Anuj. He had a camel named Badal. Anuj used Badal every day to carry goods to the market. Badal, often tired from the heavy load, would grumble, but still quietly continued his work.

One day, Anuj loaded an excessive amount of goods on Badal. Badal began to grumble, but Anuj ignored him and led him towards the market. On the way, Badal’s steps grew heavier, yet he kept on working.

The villagers, seeing Badal, started saying, “Poor Badal, always grumbling but still keeps working.” Hearing this, Anuj realized that he had put too much burden on Badal.

Immediately, Anuj removed some of the load from Badal and gave him some rest. He thought, “Even though I am in a hurry, I should not overload Badal for his well-being.”

Conclusion

Through this story, we understand that the proverb “ऊंट बर्राता ही लदता है” means that sometimes we work despite our unwillingness. This story also teaches us that we should not overload others and should respect their limits.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.

FAQs:

क्या इस कहावत में कोई व्यंग्य होता है?

हां, इस कहावत में व्यंग्य होता है, जो स्वार्थी व्यक्तियों पर तंज कसता है।

इस कहावत का व्यावहारिक जीवन में क्या महत्व है?

व्यावहारिक जीवन में इस कहावत का महत्व यह है कि यह हमें स्वार्थी व्यवहार के प्रति सचेत करती है और दूसरों की भलाई के महत्व को दर्शाती है।

इस कहावत का शिक्षा क्षेत्र में क्या उपयोग है?

शिक्षा क्षेत्र में इस कहावत का उपयोग छात्रों को स्वार्थी बनने के नकारात्मक परिणामों और सामाजिक भलाई की महत्वता को समझाने के लिए किया जा सकता है।

इस कहावत का नैतिक या सामाजिक संदेश क्या है?

नैतिक या सामाजिक संदेश यह है कि समाज में हर व्यक्ति को स्वार्थी नहीं बनना चाहिए और सामाजिक भलाई के लिए काम करना चाहिए।

क्या यह कहावत बच्चों को सिखाने के लिए उपयुक्त है?

हां, यह कहावत बच्चों को सिखाने के लिए उपयुक्त है क्योंकि यह उन्हें स्वार्थी न बनने और सामाजिक भलाई के महत्व को समझाने में मदद करती है।

हिंदी कहावतों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"गुरु और शिष्य की अद्भुत कहानी", "गुरु गुड़ से चेला शक्कर की यात्रा", "Budhimaan.com पर गुरु-शिष्य की प्रेरणादायक कहानी", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण और अर्थ"
Hindi Muhavare

गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया अर्थ, प्रयोग (Guru gud hi raha, chela shakkar ho gya)

परिचय: “गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया” यह हिन्दी मुहावरा शिक्षा और गुरु-शिष्य के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह बताता है

Read More »
"गुड़ और मक्खियों का चित्रण", "सफलता के प्रतीक के रूप में गुड़", "Budhimaan.com पर मुहावरे का सार", "ईर्ष्या को दर्शाती तस्वीर"
Hindi Muhavare

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ

Read More »
"गुरु से कपट मित्र से चोरी मुहावरे का चित्रण", "नैतिकता और चरित्र की शुद्धता की कहानी", "Budhimaan.com पर नैतिकता की महत्वता", "हिन्दी साहित्य में नैतिक शिक्षा"
Hindi Muhavare

गुरु से कपट मित्र से चोरी या हो निर्धन या हो कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Guru se kapat mitra se chori ya ho nirdhan ya ho kodhi)

परिचय: “गुरु से कपट, मित्र से चोरी, या हो निर्धन, या हो कोढ़ी” यह हिन्दी मुहावरा नैतिकता और चरित्र की शुद्धता पर जोर देता है।

Read More »
"गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे मुहावरे का चित्रण", "मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर सहयोग की भावना", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण"
Hindi Muhavare

गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे अर्थ, प्रयोग (Gud na de to gud ki-si baat to kare)

परिचय: “गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे” यह हिन्दी मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति यदि किसी चीज़

Read More »
"गुड़ खाय गुलगुले से परहेज मुहावरे का चित्रण", "हिन्दी विरोधाभासी व्यवहार इमेज", "Budhimaan.com पर मुहावरे की समझ", "जीवन से सीखने के लिए मुहावरे का उपयोग"
Hindi Muhavare

गुड़ खाय गुलगुले से परहेज अर्थ, प्रयोग (Gud khaye gulgule se parhej)

परिचय: “गुड़ खाय गुलगुले से परहेज” यह हिन्दी मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहां व्यक्ति एक विशेष प्रकार की चीज़ का सेवन करता

Read More »
"खूब मिलाई जोड़ी इडियम का चित्रण", "हिन्दी मुहावरे एक अंधा एक कोढ़ी का अर्थ", "जीवन की शिक्षा देते मुहावरे", "Budhimaan.com पर प्रकाशित मुहावरे की व्याख्या"
Hindi Muhavare

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Khoob milai jodi, Ek andha ek kodhi)

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी, यह एक प्रसिद्ध हिन्दी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां दो व्यक्ति

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।