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जोरू चिकनी मियाँ मजूर, अर्थ, प्रयोग(Joru chikni miyan majoor)

परिचय: “जोरू चिकनी मियाँ मजूर” एक पारंपरिक हिंदी कहावत है, जिसका शाब्दिक अर्थ है कि पत्नी सुंदर हो सकती है, जबकि पति गरीब और कम आकर्षक हो सकता है। यह कहावत जीवनसाथी के बीच की असमानता को दर्शाती है।

अर्थ: इस कहावत का भाव यह है कि जीवनसाथी के बीच बाहरी रूप, सामाजिक स्थिति, या आर्थिक स्थिति में असमानता हो सकती है। यह कहावत यह भी दर्शाती है कि बाहरी आकर्षण या सामाजिक स्थिति विवाहित जीवन की सफलता का एकमात्र मानदंड नहीं होती।

उपयोग: यह कहावत अक्सर तब प्रयोग में लाई जाती है जब दंपत्ति के बीच दिखाई देने वाली असमानताओं को उजागर करना होता है, खासकर जब ये असमानताएं बाहरी या आर्थिक होती हैं।

उदाहरण:

-> मान लीजिए एक गाँव में एक दंपत्ति हैं, जहाँ पत्नी अत्यंत सुंदर है लेकिन पति साधारण दिखने वाला और कम आय वाला मजदूर है। इस स्थिति में लोग अक्सर कहते हैं कि “जोरू चिकनी मियाँ मजूर”।

समापन: “जोरू चिकनी मियाँ मजूर” कहावत हमें यह सिखाती है कि विवाहित जीवन में बाहरी आकर्षण या आर्थिक स्थिति की असमानताएं महत्वपूर्ण नहीं होतीं। यह हमें व्यक्ति के चरित्र और साझा जीवन मूल्यों पर ध्यान देने की ओर प्रेरित करती है।

Hindi Muhavare Quiz

जोरू चिकनी मियाँ मजूर कहावत पर कहानी:

एक गाँव में अनीता नाम की एक अत्यंत सुंदर महिला रहती थी। उसका विवाह अभय से हुआ, जो एक साधारण दिखने वाला और मेहनती मजदूर था। गाँव में लोग अक्सर उनके विवाह पर चर्चा करते और कहते, “जोरू चिकनी मियाँ मजूर।”

अनीता की सुंदरता के चर्चे पूरे गाँव में थे, जबकि अभय अपने काम में लगा रहता और कम बोलता था। लोगों को अक्सर आश्चर्य होता कि अनीता ने अभय से शादी कैसे की।

समय के साथ, गाँव में कुछ लोग अनीता को उसके पति के साधारण रूप और आय के कारण उपहास करते। लेकिन अनीता और अभय ने इसकी परवाह नहीं की। उनके बीच गहरा प्रेम और समझ थी।

धीरे-धीरे, लोगों ने महसूस किया कि अनीता और अभय का रिश्ता सतही बातों से परे था। अनीता ने लोगों को बताया कि अभय की सादगी, मेहनती स्वभाव और सच्चाई ने ही उसे आकर्षित किया था।

इस कहानी के माध्यम से हमें सिखने को मिलता है कि “जोरू चिकनी मियाँ मजूर” कहावत का अर्थ है कि बाहरी रूप और सामाजिक स्थिति से अधिक महत्वपूर्ण व्यक्ति का चरित्र और आपसी समझ होती है। सच्चे प्रेम और संबंधों में बाहरी आकर्षण की अपेक्षा आंतरिक गुणों का अधिक महत्व होता है।

शायरी:

जोरू चिकनी मियाँ मजूर, दुनिया कहे ये बात पुरानी,

प्यार में तो बस चाहिए, दिलों की दौलत जुबानी।

खूबसूरती की चमक में, न खो जाए वो आत्मा की रौशनी,

जोरू की चिकनाई में कहीं, न छिप जाए मियाँ की सच्चाई।

सुरत से क्या होगा फायदा, जब सीरत में हो खोट,

जोरू चिकनी हो या न हो, मियाँ की सादगी में है बहुत।

दुनिया देखे बाहरी आवरण, प्यार देखे दिल की बात,

जोरू चिकनी या मियाँ मजूर, प्यार में नहीं होती कोई औकात।

चाहे जोरू हो चिकनी, चाहे मियाँ हो मजूर,

प्यार में तो बस चाहिए, दो दिलों का प्यारा दस्तूर।

 

जोरू चिकनी मियाँ मजूर शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।


Hindi to English Translation of जोरू चिकनी मियाँ मजूर – Joru chikni miyan majoor Proverb:

Introduction: “Joru chikni miyan majoor” is a traditional Hindi proverb, which literally means that the wife can be beautiful, while the husband may be poor and less attractive. This proverb illustrates disparity in a marital relationship.

Meaning: The essence of this proverb is that disparities in physical appearance, social status, or economic condition can exist between spouses. It also conveys that external attractiveness or social status is not the sole criterion for a successful married life.

Usage: This proverb is often used to highlight visible disparities between couples, especially when these differences are external or financial.

Examples:

-> Suppose there is a couple in a village where the wife is extremely beautiful, but the husband is an ordinary-looking and low-income laborer. In this situation, people often say, “जोरू चिकनी मियाँ मजूर.”

Conclusion: The proverb “जोरू चिकनी मियाँ मजूर” teaches us that in married life, disparities in external attractiveness or economic status are not important. It encourages us to focus on a person’s character and shared life values.

Story of Joru chikni miyan majoor Proverb in English:

In a village lived a woman named Anita, known for her extraordinary beauty. She was married to Abhay, a simple-looking and hardworking laborer. The villagers often discussed their marriage, remarking, “oru chikni miyan majoor” (A beautiful wife and a laborer husband).

Anita’s beauty was the talk of the village, while Abhay was more reserved and focused on his work. People often wondered why Anita chose to marry Abhay.

Over time, some villagers mocked Anita for her husband’s ordinary looks and modest income. However, Anita and Abhay didn’t care. They shared a deep love and understanding.

Gradually, people realized that Anita and Abhay’s relationship was beyond superficial aspects. Anita explained to them that it was Abhay’s simplicity, hard work, and honesty that attracted her.

This story teaches us that in “जोरू चिकनी मियाँ मजूर,” the proverb’s meaning is that character and mutual understanding are more important than external appearance and social status. True love and relationships value inner qualities over external attraction.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.

FAQs:

इस कहावत का आज के समय में क्या महत्व है?

आधुनिक समय में यह कहावत रिश्तों में सत्ता संतुलन को दर्शाती है, और यह बताती है कि कैसे किसी एक साथी का दूसरे पर अधिक प्रभाव हो सकता है।

क्या इस कहावत का सामाजिक जीवन पर भी कोई प्रभाव पड़ता है?

हाँ, इस कहावत का सामाजिक जीवन पर प्रभाव यह है कि यह समाज में रिश्तों के सत्ता संरचना को उजागर करती है।

क्या यह कहावत पति-पत्नी के बीच के सम्बन्धों के असंतुलन को दर्शाती है?

हाँ, यह कहावत पति-पत्नी के बीच के सम्बन्धों में सत्ता के असंतुलन को दर्शाती है, जहां पत्नी का पति पर अधिक प्रभाव होता है।

इस कहावत को सामाजिक स्टीरियोटाइप्स और लिंग भूमिकाओं से कैसे जोड़ा जा सकता है?

यह कहावत सामाजिक स्टीरियोटाइप्स और लिंग भूमिकाओं को चुनौती देती है, जहां आमतौर पर पुरुष को घर का मुखिया माना जाता है।

क्या इस कहावत का सामाजिक समानता और लैंगिक भेदभाव पर कोई टिप्पणी की जा सकती है?

हाँ, इस कहावत के माध्यम से सामाजिक समानता और लैंगिक भेदभाव पर चर्चा की जा सकती है, विशेषकर यह कैसे पारंपरिक लिंग भूमिकाओं को उलट देती है।

क्या इस कहावत का आत्म-विकास और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर कोई प्रभाव है?

हाँ, यह कहावत आत्म-विकास और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के महत्व पर बल देती है, यह दर्शाती है कि कैसे किसी व्यक्ति की स्वतंत्रता और आत्मनिर्णय उसके रिश्ते में होने चाहिए।

हिंदी कहावतों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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