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जिसके राम धनी, उसे कौन कमी, अर्थ, प्रयोग(Jiske Ram dhani, use kaun kami)

परिचय: हिंदी की प्राचीन कहावत “जिसके राम धनी, उसे कौन कमी” ईश्वर में आस्था और विश्वास की गहराई को दर्शाती है। यह कहावत यह विचार प्रस्तुत करती है कि जिस व्यक्ति की आस्था ईश्वर में है, उसे जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती।

अर्थ: इस कहावत का अर्थ है कि जिनका विश्वास ईश्वर में होता है, वे जीवन में किसी भी तरह की कमी या अभाव को महसूस नहीं करते।

उपयोग: इस कहावत का प्रयोग उन परिस्थितियों में किया जाता है जब किसी की गहरी आस्था और विश्वास उन्हें संकटों में भी संबल प्रदान करता है।

उदाहरण:

-> मान लीजिए, एक गरीब किसान जो बहुत ही धार्मिक है और अपनी हर समस्या का समाधान भगवान राम में ढूंढता है। उसकी इस आस्था के कारण, वह अपने जीवन की कठिनाइयों को भी सहजता से स्वीकार कर लेता है।

समापन: “जिसके राम धनी, उसे कौन कमी” कहावत हमें यह सिखाती है कि आस्था और विश्वास हमें जीवन की हर कठिनाई से लड़ने की शक्ति देते हैं। यह हमें बताती है कि जब हमारी आस्था दृढ़ होती है, तो हमें जीवन में किसी भी चीज की कमी महसूस नहीं होती।

जिसके राम धनी, उसे कौन कमी कहावत पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में प्रेमचंद्र नामक एक किसान रहता था। प्रेमचंद्र बहुत ही धार्मिक व्यक्ति था और उसकी गहरी आस्था भगवान राम में थी। वह रोज सुबह-शाम भगवान की पूजा करता और अपने सभी काम ईश्वर पर छोड़ देता।

एक साल गाँव में बहुत सूखा पड़ा। फसलें सूख गईं और लोगों के पास खाने के लिए कुछ नहीं बचा। सभी गाँववाले चिंतित और परेशान थे। लेकिन प्रेमचंद्र ने अपनी आस्था नहीं खोई। वह रोज अपने खेत में जाता, पानी की कमी के बावजूद मेहनत करता और ईश्वर से अच्छी फसल की प्रार्थना करता।

कुछ समय बाद, उसके खेत में हरियाली नजर आने लगी। उसकी फसल बाकी सबकी फसलों से अच्छी उगने लगी। यह देखकर गाँववाले हैरान रह गए। उन्होंने प्रेमचंद्र से पूछा कि इस सूखे में भी उसकी फसल कैसे लहलहा रही है।

प्रेमचंद्र ने जवाब दिया, “जिसके राम धनी, उसे कौन कमी। मैंने हमेशा अपनी आस्था भगवान में रखी और मेहनत की। ईश्वर ने मेरी मेहनत का फल दिया।”

इस कहानी से हमें सिखने को मिलता है कि जब हमारी आस्था दृढ़ होती है और हम मेहनत करते हैं, तो ईश्वर हमें कभी निराश नहीं करते। आस्था और विश्वास के बल पर हम किसी भी कठिनाई का सामना कर सकते हैं।

शायरी:

जिसके राम धनी, उसे क्या कमी, ये सोच है बड़ी पुरानी,

हर दुख में साथ निभाते, जब भक्ति में जीवन बितानी।

दुनिया की ये भीड़ में, जब हर कोई खुद में मगन,

भक्त के दिल में बसे, उसके राम, हर पल संग-संग।

सूखा हो या बरसात, आस्था का नहीं छोड़ा हाथ,

जिसके राम धनी, उसके जीवन में नहीं कोई रात।

इस जहान में जब सब छूटे, राम का नाम नहीं छूटा,

जिसके राम धनी, उसके दिल में नहीं कोई डर का फूटा।

दुनिया के धन-दौलत में, ना अपना कोई ठौर,

जिसके राम धनी, उसकी जिंदगी में ईश्वर का नूर।

 

जिसके राम धनी, उसे कौन कमी शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।


Hindi to English Translation of जिसके राम धनी, उसे कौन कमी – Jiske Ram dhani, use kaun kami Proverb:

Introduction: The ancient Hindi proverb “Jiske Ram dhani, use kaun kami” reflects the depth of faith and trust in God. This proverb presents the idea that a person who has faith in God lacks nothing in life.

Meaning: The proverb means that those who have faith in God do not feel any lack or deficiency in life.

Usage: This proverb is used in situations where deep faith and trust provide strength to an individual, even in times of crisis.

Examples:

-> Consider a poor farmer who is deeply religious and seeks solutions to all his problems in Lord Ram. Due to his faith, he accepts the challenges of his life with ease.

Conclusion: The proverb “जिसके राम धनी, उसे कौन कमी” teaches us that faith and trust give us the strength to fight all the difficulties of life. It tells us that when our faith is strong, we do not feel the lack of anything in life.

Story of Jiske Ram dhani, use kaun kami Proverb in English:

In a small village lived a farmer named Premchandra. Premchandra was a very religious man, deeply devoted to Lord Ram. He would pray every morning and evening, leaving all his work to God.

One year, the village faced a severe drought. The crops dried up, and there was nothing left for people to eat. All the villagers were worried and troubled. However, Premchandra did not lose his faith. He continued to go to his field every day, working hard despite the lack of water, and prayed to God for a good harvest.

After some time, greenery started appearing in his field. His crops began to grow better than everyone else’s. This surprised the villagers. They asked Premchandra how his crops were flourishing even in the drought.

Premchandra replied, “One who has Lord Ram lacks nothing. I always kept my faith in God and worked hard. God rewarded my efforts.”

This story teaches us that when our faith is strong and we work hard, God never disappoints us. With faith and trust, we can face any difficulty.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

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