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इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए, होता है क्या, अर्थ, प्रयोग(Ibtida-e-ishq hai rota hai kya, aage-aage dekhiye, hota hai kya)

परिचय: “इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए, होता है क्या” यह कहावत जीवन में नई शुरुआतों और उनकी चुनौतियों के बारे में बताती है।

अर्थ: इस कहावत का अर्थ है कि शुरुआती समय में होने वाली परेशानियां और चुनौतियां स्वाभाविक हैं। यह सुझाव देती है कि अभी तो बस शुरुआत हुई है, आगे चलकर स्थितियां बदल सकती हैं।

उपयोग: यह कहावत तब प्रयोग की जाती है जब कोई नई परियोजना या कार्य शुरू करता है और शुरुआती कठिनाइयों से निराश हो जाता है।

उदाहरण:

-> मान लीजिए, एक युवक ने अपना नया व्यवसाय शुरू किया और शुरुआती महीनों में उसे कई प्रकार की समस्याएँ आईं। ऐसे में, उसके मित्र ने उसे समझाया, “इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए, होता है क्या। अभी तो बस शुरुआत है, आगे चीजें बेहतर हो सकती हैं।”

समापन: इस कहावत से हमें यह सीखने को मिलता है कि जीवन में जब भी कोई नई शुरुआत करते हैं, तो शुरुआती कठिनाइयां आ सकती हैं। हमें धैर्य और संकल्प से इन कठिनाइयों का सामना करना चाहिए और आशावादी रहकर भविष्य की ओर देखना चाहिए।

इस पोस्ट में इस कहावत का अर्थ और उसके प्रयोग को नई शुरुआतों की चुनौतियों और उनसे निपटने के तरीकों के संदर्भ में बताया गया है, जो हमें धैर्य और आशावाद का पाठ पढ़ाता है।

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इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए, होता है क्या कहावत पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से शहर में अनुज नाम का एक युवक रहता था। अनुज ने हाल ही में अपना नया व्यापार शुरू किया था। उसका सपना था कि वह एक दिन बड़ा व्यापारी बनेगा। लेकिन व्यापार शुरू करने के कुछ ही दिनों बाद, उसे कई तरह की समस्याएँ आने लगीं। उसके ग्राहक नहीं बढ़ रहे थे, और उसे वित्तीय समस्याएँ भी होने लगीं।

एक दिन अनुज बहुत निराश हो गया और अपने मित्र विकास के पास गया। उसने विकास से कहा, “मेरा तो व्यापार बिल्कुल भी नहीं चल रहा। शायद मुझे इसे बंद कर देना चाहिए।”

विकास ने उसे समझाया, “अनुज, ‘इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए, होता है क्या।’ यह तो बस शुरुआत है, तुम्हें थोड़ा धैर्य रखना होगा।”

अनुज ने विकास की बात मानी और अपने व्यापार पर और अधिक मेहनत करने लगा। धीरे-धीरे, उसका व्यापार बढ़ने लगा, और वह अपनी समस्याओं को हल करने में सफल हो गया।

आखिरकार, उसका व्यापार फलने-फूलने लगा, और वह उस शहर का एक सफल व्यापारी बन गया।

निष्कर्ष:
इस कहानी से हमें सिखने को मिलता है कि “इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए, होता है क्या” का अर्थ है कि शुरुआती चुनौतियां आम होती हैं, और हमें उनका सामना करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। हमें धैर्य रखना चाहिए और भविष्य की संभावनाओं की ओर देखना चाहिए।

शायरी:

आज की यह घड़ी मुश्किल है, पर रोना क्या,

“इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए, होता है क्या।”

हर शुरुआत में छुपी कठिनाई है, पर घबराना क्या,

जीवन की राह में, आगे बढ़ते जाना है, ठहरना क्या।

जब तकलीफें आएं सामने, हंसकर उनका स्वागत करो,

“इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या”, यह सोच कर आगे बढ़ो।

कदम बढ़ाओ धीरे-धीरे, आगे क्या होगा देखना है,

जीवन के हर पहलू में, कुछ नया और अनोखा देखना है।

शुरुआती धूप में जलना, तो बस एक बहाना है,

“आगे-आगे देखिए, होता है क्या”, यही तो सच्चा फ़साना है।

हर एक कदम पर नई कहानी, हर पल में नया तराना है,

जिंदगी के इस सफर में, हर चुनौती का अपना खजाना है।

 

इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए, होता है क्या शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।


Hindi to English Translation of इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए, होता है क्या – Ibtida-e-ishq hai rota hai kya, aage-aage dekhiye, hota hai kya Proverb:

Introduction: “The phrase ‘Ibtida-e-Ishq Hai Rota Hai Kya, Aage-Aage Dekhiye Hota Hai Kya’ is a Hindi proverb that speaks about the challenges and new beginnings in life.

Meaning: The meaning of this proverb is that initial troubles and challenges in the beginning stages are natural. It suggests that this is just the start and the situation can change as we move forward.

Usage: This proverb is used when someone starts a new project or task and gets disheartened by initial difficulties.

Examples:

-> Suppose a young man starts a new business and faces various problems in the initial months. In this situation, his friend explains to him, “Why do you cry at the beginning of love (a metaphor for new endeavor), just wait and see what happens next. This is just the beginning, things can get better as you go along.”

Conclusion: This proverb teaches us that when we start something new in life, we might face initial difficulties. We should face these challenges with patience and determination and remain optimistic about the future. This post explains the meaning and application of the proverb in the context of challenges in new beginnings and how to deal with them, teaching us the lessons of patience and optimism.

Story of Ibtida-e-Ishq Hai Rota Hai Kya, Aage-Aage Dekhiye Hota Hai Kya Proverb in English:

Once upon a time, in a small town, there lived a young man named Anuj. Anuj had recently started his new business. He dreamt of becoming a successful businessman one day. However, shortly after starting his business, he began facing various problems. His customer base was not growing, and he started encountering financial difficulties.

One day, Anuj became very disappointed and went to his friend Vikas. He said to Vikas, “My business is not doing well at all. Maybe I should just shut it down.” Vikas advised him, “Anuj, ‘Why do you cry at the beginning of love, just wait and see what happens next.’ This is just the beginning, you need to have a little patience.”

Anuj heeded Vikas’s advice and started working harder on his business. Gradually, his business began to grow, and he successfully resolved his problems.

Finally, his business thrived, and he became a successful businessman in the town.

Conclusion:

This story teaches us that “Why do you cry at the beginning of love, just wait and see what happens next” means that initial challenges are common, and we should face them while moving forward. We should be patient and look forward to future possibilities.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

कैसे इश्क में आगे बढ़ा जा सकता है?

इश्क में आगे बढ़ने के लिए समझदारी, सहनशीलता, और उत्साह की आवश्यकता होती है।

क्या है प्रेम में कठिनाईयों का कारण?

प्रेम में कठिनाईयाँ इसलिए हो सकती हैं क्योंकि आरंभिक स्थितियों में समझौता करना और सहनशीलता करना मुश्किल हो सकता है।

क्या है “आगे-आगे देखिए, होता है क्या” का संकेत?

इस भाग में बताया जा रहा है कि जीवन में आगे बढ़ने पर प्रेम का सफल होना कैसे हो सकता है।

कहावत में “रोता है क्या” का अर्थ क्या है?

इस भाग में यह पूछा जा रहा है कि प्रेम की शुरुआत में कठिनाईयों का सामना करना क्यों है?

इब्तिदा-ए-इश्क का मतलब क्या है?

“इब्तिदा-ए-इश्क” का मतलब है प्रेम का आरंभ या पहला कदम।

हिंदी कहावतों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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