Budhimaan

Home » Kahavaten » चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ, अर्थ, प्रयोग (Chandan ki chutki bhari, Gadi bhara na kaath)

चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ, अर्थ, प्रयोग (Chandan ki chutki bhari, Gadi bhara na kaath)

परिचय: चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ, इस कहावत का शाब्दिक अर्थ है कि चंदन की थोड़ी मात्रा भी महत्वपूर्ण होती है, जबकि लकड़ी का एक पूरा गाड़ी भर भी उतना मूल्यवान नहीं होता।

अर्थ: यह कहावत यह दर्शाती है कि गुणवत्ता की मात्रा उसके मूल्य को निर्धारित करती है, न कि मात्रा। चंदन की छोटी मात्रा भी अपनी सुगंध और औषधीय गुणों के कारण महत्वपूर्ण होती है, जबकि सामान्य लकड़ी की बड़ी मात्रा भी उतनी कीमती नहीं होती।

उपयोग: इस कहावत का प्रयोग अक्सर वास्तु और निर्माण के संदर्भ में किया जाता है। यह बताती है कि एक छोटा लेकिन अच्छी तरह से निर्मित और डिजाइन किया गया घर एक बड़े लेकिन साधारण घर से अधिक मूल्यवान हो सकता है।

उदाहरण:

-> यदि कोई व्यक्ति एक छोटा लेकिन सुंदर और फंक्शनल घर बनाता है, जो वास्तुशास्त्र के अनुसार हो, तो वह एक बड़े, असंगठित और खराब डिजाइन वाले घर से अधिक आनंद और संतोष प्रदान करता है।

समापन: इस कहावत का सार यह है कि गुणवत्ता और महत्वपूर्णता की मात्रा नहीं, बल्कि इसका मूल्य होता है। यह हमें यह सिखाती है कि हमें चीजों की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए और उनके मूल्य का सम्मान करना चाहिए, भले ही वे छोटे हों।

Hindi Muhavare Quiz

चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ कहावत पर कहानी:

एक छोटे से गांव में, विशाल और अभय नाम के दो अच्छे दोस्त रहते थे। विशाल एक साधारण किसान था जबकि अभय एक लकड़हारा था। एक दिन, विशाल ने फैसला किया कि वह अपने परिवार के लिए एक नया घर बनाएगा।

विशाल ने एक छोटा पर सुंदर और अच्छी तरह से डिजाइन किया हुआ घर बनाने का निश्चय किया। उसने अपने घर के निर्माण के लिए थोड़ा सा चंदन का उपयोग किया ताकि उसका घर सुगंधित और शांतिपूर्ण रहे। वहीं, अभय ने अपना घर बनाने के लिए बहुत सारी साधारण लकड़ी इकट्ठा की। उसने एक बड़ा और सामान्य घर बनाया, जिसमें कोई विशेष डिजाइन या सुविधा नहीं थी।

जब दोनों घर बनकर तैयार हुए, तो गांव के लोगों ने विशाल के घर की बहुत प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उसका घर भले ही छोटा हो, लेकिन उसकी सुंदरता और सुगंध उसे बहुत खास बनाती है। वहीं, अभय के बड़े घर को देखकर लोग बहुत प्रभावित नहीं हुए।

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि “चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ”। यानी, गुणवत्ता का महत्व होता है, मात्रा का नहीं। विशाल के छोटे लेकिन गुणवत्तापूर्ण घर ने यह साबित कर दिया कि छोटी चीजें भी, अगर वे गुणवत्तापूर्ण हों, तो बहुत मूल्यवान हो सकती हैं।

शायरी:

चंदन सी महकती फिजां, लकड़ी की भीड़ में खास,

जैसे दिल में बसे कुछ एहसास, जिंदगी के सफर का राज।

काठ की बगिया में खोजे ना कोई चंदन,

वही चुटकी भर खुशबू, बन जाए जीवन की बंदन।

बड़ी-बड़ी बातें नहीं, छोटे से दिल में बसता प्यार,

चंदन सा असर, काठ की भीड़ में भी अपना आधार।

जीवन का संगीत, चंदन की तरह सुरीला,

काठ की दुनिया में भी, असली मोल है उसका अकेला।

चंदन की चुटकी में छिपा, जीवन का सार,

काठ की भीड़ में खोजना, असली प्यार का इजहार।

 

चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।


Hindi to English Translation of चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ – Chandan ki chutki bhari, Gadi bhara na kaath Proverb:

Introduction: Chandan ki chutki bhari, Gadi bhara na kaath, The literal meaning of this proverb is that even a small amount of sandalwood is significant, whereas a cartload of ordinary wood is not as valuable.

Meaning: The proverb illustrates that the quality of an item determines its value, not the quantity. Even a small amount of sandalwood is important due to its fragrance and medicinal properties, whereas a large quantity of ordinary wood is not as precious.

Usage: This proverb is often used in the context of architecture and construction. It suggests that a small but well-built and designed house can be more valuable than a large but ordinary house.

Examples:

-> If a person builds a small, beautiful, and functional house according to the principles of Vastu Shastra, it provides more joy and satisfaction than a large, disorganized, and poorly designed house.

Conclusion: The essence of this proverb is that the value lies in the quality and significance, not in the quantity. It teaches us to focus on the quality of things and respect their value, no matter how small they may be.

Story of Chandan ki chutki bhari, Gadi bhara na kaath Proverb in English:

In a small village, there lived two good friends named Vishal and Abhay. Vishal was a simple farmer, while Abhay was a woodcutter. One day, Vishal decided to build a new house for his family.

Vishal resolved to build a small but beautifully designed house. He used a little bit of sandalwood in its construction to ensure the house was fragrant and peaceful. On the other hand, Abhay collected a lot of ordinary wood for his house. He built a large and plain house, which lacked any special design or features.

When both houses were completed, the villagers praised Vishal’s house. They said that although his house was small, its beauty and fragrance made it very special. In contrast, the people were not very impressed with Abhay’s large house.

This story teaches us the proverb “चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ” which means that quality is important, not quantity. Vishal’s small but high-quality house proved that even small things, if they are of good quality, can be very valuable.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.

FAQs:

इस कहावत का प्रयोग किस प्रकार की स्थितियों में किया जा सकता है?

इस कहावत का प्रयोग तब किया जा सकता है जब गुणवत्ता और मात्रा के बीच की तुलना की जा रही हो।

इस कहावत का उदाहरण क्या हो सकता है?

उदाहरण के लिए, एक छोटी मात्रा में अच्छी क्वालिटी की चीज बड़ी मात्रा में सामान्य क्वालिटी की चीज से अच्छी होती है।

इस कहावत का आधुनिक समाज में क्या प्रभाव है?

आधुनिक समाज में इस कहावत का प्रभाव यह है कि यह लोगों को गुणवत्ता पर ध्यान देने की प्रेरणा देती है।

इस कहावत का साहित्य में क्या स्थान है?

साहित्य में इस कहावत का प्रयोग अक्सर गुणवत्ता और मात्रा के महत्व को दर्शाने के लिए किया जाता है।

क्या यह कहावत किसी विशेष क्षेत्र या समुदाय से जुड़ी हुई है?

यह कहावत किसी विशेष क्षेत्र या समुदाय से नहीं जुड़ी हुई है; यह सामान्य रूप से भारतीय संस्कृति में प्रचलित है।

हिंदी कहावतों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"गुरु और शिष्य की अद्भुत कहानी", "गुरु गुड़ से चेला शक्कर की यात्रा", "Budhimaan.com पर गुरु-शिष्य की प्रेरणादायक कहानी", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण और अर्थ"
Hindi Muhavare

गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया अर्थ, प्रयोग (Guru gud hi raha, chela shakkar ho gya)

परिचय: “गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया” यह हिन्दी मुहावरा शिक्षा और गुरु-शिष्य के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह बताता है

Read More »
"गुड़ और मक्खियों का चित्रण", "सफलता के प्रतीक के रूप में गुड़", "Budhimaan.com पर मुहावरे का सार", "ईर्ष्या को दर्शाती तस्वीर"
Hindi Muhavare

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ

Read More »
"गुरु से कपट मित्र से चोरी मुहावरे का चित्रण", "नैतिकता और चरित्र की शुद्धता की कहानी", "Budhimaan.com पर नैतिकता की महत्वता", "हिन्दी साहित्य में नैतिक शिक्षा"
Hindi Muhavare

गुरु से कपट मित्र से चोरी या हो निर्धन या हो कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Guru se kapat mitra se chori ya ho nirdhan ya ho kodhi)

परिचय: “गुरु से कपट, मित्र से चोरी, या हो निर्धन, या हो कोढ़ी” यह हिन्दी मुहावरा नैतिकता और चरित्र की शुद्धता पर जोर देता है।

Read More »
"गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे मुहावरे का चित्रण", "मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर सहयोग की भावना", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण"
Hindi Muhavare

गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे अर्थ, प्रयोग (Gud na de to gud ki-si baat to kare)

परिचय: “गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे” यह हिन्दी मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति यदि किसी चीज़

Read More »
"गुड़ खाय गुलगुले से परहेज मुहावरे का चित्रण", "हिन्दी विरोधाभासी व्यवहार इमेज", "Budhimaan.com पर मुहावरे की समझ", "जीवन से सीखने के लिए मुहावरे का उपयोग"
Hindi Muhavare

गुड़ खाय गुलगुले से परहेज अर्थ, प्रयोग (Gud khaye gulgule se parhej)

परिचय: “गुड़ खाय गुलगुले से परहेज” यह हिन्दी मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहां व्यक्ति एक विशेष प्रकार की चीज़ का सेवन करता

Read More »
"खूब मिलाई जोड़ी इडियम का चित्रण", "हिन्दी मुहावरे एक अंधा एक कोढ़ी का अर्थ", "जीवन की शिक्षा देते मुहावरे", "Budhimaan.com पर प्रकाशित मुहावरे की व्याख्या"
Hindi Muhavare

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Khoob milai jodi, Ek andha ek kodhi)

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी, यह एक प्रसिद्ध हिन्दी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां दो व्यक्ति

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।