परिचय: अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है, इस कहावत का प्रयोग अक्सर उस स्थिति में किया जाता है जब कोई व्यक्ति अपने परिचित या स्थानीय परिवेश में अधिक साहसी और शक्तिशाली बन जाता है। यह कहावत उस स्थिति का वर्णन करती है जहाँ व्यक्ति अपने ज्ञान और प्रभाव के चलते अपने क्षेत्र में अधिक प्रभावशाली बन जाता है।
अर्थ: कहावत का अर्थ है कि जब व्यक्ति अपने परिचित वातावरण में होता है, तो उसका आत्मविश्वास और साहस बढ़ जाता है, और वह उस स्थान पर अधिक प्रभावशाली बन जाता है।
उपयोग: इस कहावत का प्रयोग उस समय किया जाता है जब किसी व्यक्ति का परिचित परिवेश में उसका प्रभाव और सामर्थ्य दिखाई दे।
उदाहरण:
-> यदि कोई व्यक्ति अपने कार्यस्थल पर या अपने समुदाय में अधिक निर्णायक और प्रभावशाली बन जाता है, तो उसे “अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है” कहकर वर्णित किया जा सकता है।
समापन: यह कहावत हमें यह सिखाती है कि व्यक्ति की अपनी परिस्थितियों में अधिकतम सामर्थ्य और प्रभाव का महत्व होता है। “अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है” कहावत व्यक्ति के परिचित परिवेश में उसके प्रभाव और आत्मविश्वास को दर्शाती है।
अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है कहावत पर कहानी:
एक छोटे से गाँव में अभय नाम का एक युवक रहता था। अभय अपने गाँव में बहुत ही प्रतिष्ठित और सम्मानित था। गाँव के लोग उसकी बातों को बड़े ध्यान से सुनते थे और उसकी सलाह को महत्व देते थे। अपने गाँव में अभय का व्यवहार बहुत ही निर्णायक और आत्मविश्वास से भरा होता था।
एक बार अभय को एक बड़े शहर में एक सम्मेलन में भाग लेने का मौका मिला। वहाँ पहुँचकर अभय ने महसूस किया कि उसका वही आत्मविश्वास और प्रभावशाली व्यवहार कहीं खो गया है। शहर के लोगों के बीच वह उतना सहज और निर्णायक नहीं रह गया था।
अभय ने इस पर विचार किया और समझा कि “अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है।” उसे एहसास हुआ कि उसका प्रभाव और आत्मविश्वास उसके गाँव के परिवेश में ही मजबूत था, लेकिन नए परिवेश में वह उतना प्रभावशाली नहीं रह गया था।
इस अनुभव से अभय ने सीखा कि वास्तविक आत्मविश्वास और प्रभावशालिता किसी भी परिवेश में समान रूप से बनाए रखनी चाहिए। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि व्यक्ति का प्रभाव और आत्मविश्वास उसके परिचित परिवेश में ही नहीं, बल्कि हर जगह समान रूप से मजबूत होना चाहिए। “अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है” कहावत इसी विचार को दर्शाती है।
शायरी:
अपनी गली में तो हर कोई शेर होता है,
असली इम्तिहान तो जब बेगाने डेरे होता है।
घर की गलियों में तो हर आवाज़ में दम होता है,
अनजान राहों में कदमों का क्या हाल होता है।
“अपनी गली में कुत्ता भी शेर” कहते हैं सभी,
पर असली पहचान तो वहाँ होती है, जहाँ अजनबी।
गली के राजा बने फिरते हैं सभी यहाँ,
पर असली जंग तो वहाँ होती है, जहाँ न कोई अपना नहीं।
अपनी मिट्टी में तो हर बीज उगता है,
ज़रा देखें तो सही, बेगानी धरती पर क्या रुतबा होता है।
आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।
Hindi to English Translation of अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है – Apni gali mein kutta bhi Sher hota hai Proverb:
Introduction: “Apni gali mein kutta bhi Sher hota hai” is a popular Hindi proverb that illustrates the importance of a person’s local influence and self-confidence.
Meaning: The proverb means that when a person is in their familiar environment, their confidence and bravery increase, and they become more influential in that place.
Usage: This proverb is used when someone’s influence and prowess in their familiar environment become apparent.
Examples:
-> If a person becomes more decisive and influential at their workplace or in their community, they can be described as “Apni gali mein kutta bhi Sher hota hai.”
Conclusion: This proverb teaches us that a person’s maximum strength and influence are important in their own circumstances. The proverb “Apni gali mein kutta bhi Sher hota hai” highlights a person’s influence and self-confidence in their familiar environment.
Story of Apni gali mein kutta bhi Sher hota hai Proverb in English:
In a small village, there lived a young man named Abhay. He was highly respected and esteemed in his village. The villagers listened to his words attentively and valued his advice. In his village, Abhay’s behavior was decisive and filled with confidence.
Once, Abhay got the opportunity to participate in a conference in a big city. Upon arriving there, Abhay realized that his usual confidence and influential behavior had somehow diminished. Among the city dwellers, he was no longer as comfortable and decisive as he used to be.
Abhay reflected on this and understood the meaning of “Even a dog is a lion in its own street.” He realized that his influence and confidence were strong in his village’s environment, but in a new setting, he was not as influential.
This experience taught Abhay that genuine confidence and influence should be maintained consistently in any environment. This story teaches us that a person’s influence and confidence should not only be strong in their familiar surroundings but everywhere. The proverb “Apni gali mein kutta bhi Sher hota hai” illustrates this idea.
I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly
FAQs:
इस कहावत में किसी गली या स्थान का उल्लेख है?
नहीं, इसमें केवल एक गली का उल्लेख है जो अभिव्यक्ति के लिए प्रयुक्त है।
कहावत में क्या संदेश है?
इसका संदेश है कि हर किसी का योगदान महत्वपूर्ण है, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों ना हो।
क्या इसका कोई विरोधाभास है?
नहीं, इसका कोई विरोधाभास नहीं है, क्योंकि यह सभी को उनकी महत्वपूर्णता की महत्वपूर्णता बताता है।
कहावत में ‘गली’ का क्या स्वरूप है?
यहाँ ‘गली’ एक छोटे से स्थान का प्रतीक है, जिसे कहावत में उपयोग किया गया है।
कहावत का उपयोग किस प्रकार के परिस्थितियों में किया जा सकता है?
यह विभिन्न स्थितियों में उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि कार्यस्थल, परिवार, और समाजिक परिषदें, जहाँ किसी का महत्व अवश्य है।
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