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अहमक से पड़ी बात, काढ़ो सोटा तोड़ो दांत, अर्थ, प्रयोग(Ahmak se padi baat, kadho sota todo daant)

परिचय: “अहमक से पड़ी बात, काढ़ो सोटा तोड़ो दांत” यह हिंदी कहावत असावधानी और अविवेकपूर्ण व्यवहार के परिणामों को दर्शाती है। यह हमें यह सिखाती है कि बिना सोचे-समझे और अविवेकी लोगों के साथ उलझने से अक्सर स्वयं को ही नुकसान पहुँचता है।

अर्थ: कहावत का शाब्दिक अर्थ है कि जब आप एक मूर्ख व्यक्ति से बहस में पड़ते हैं, तो यह उसी प्रकार है जैसे आप एक डंडे से अपने दांत तोड़ रहे हों। यह संकेत करता है कि अविवेकी लोगों से विवाद में पड़ने से आपको ही हानि होती है।

उपयोग: इस कहावत का इस्तेमाल अक्सर तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति को यह समझाना होता है कि बेवजह की बहस या अनावश्यक विवाद में पड़ने से बचना चाहिए, खासकर जब विरोधी पक्ष तर्कसंगत न हो।

उदाहरण:

-> मान लीजिए एक व्यक्ति अपने पड़ोसी से बार-बार छोटी-मोटी बातों पर झगड़ता रहता है, जबकि पड़ोसी का व्यवहार बेहद अविवेकी और उत्तेजित होता है। इस स्थिति में, “अहमक से पड़ी बात, काढ़ो सोटा तोड़ो दांत” कहावत उसे यह समझाती है कि बेवजह के विवाद से दूर रहना ही बेहतर है।

समापन: इस कहावत के माध्यम से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में समझदारी और विवेक से काम लेना चाहिए। यह हमें यह भी बताती है कि कभी-कभी शांत रहना और अनावश्यक तर्क-वितर्क से बचना ही समझदारी होती है। इसलिए हमें चुनौतियों और विवादों का सामना करते समय विवेकपूर्ण निर्णय लेने चाहिए।

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अहमक से पड़ी बात, काढ़ो सोटा तोड़ो दांत कहावत पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गांव में विकास नाम का एक समझदार और विवेकी व्यापारी रहता था। उसके पड़ोस में रहता था रामू, जो अक्सर बेतुकी बातों पर विवाद करता रहता था। रामू की आदत थी किसी भी छोटी-मोटी बात पर अपना आपा खो देना और बेवजह का झगड़ा करना।

एक दिन रामू ने विकास से एक बहुत ही तुच्छ बात पर विवाद शुरू कर दिया। विवाद इतना बढ़ गया कि रामू ने विकास को खुलेआम बहस के लिए चुनौती दे दी। विकास को पता था कि रामू के साथ बहस करना न केवल निरर्थक होगा, बल्कि उससे विकास की अपनी प्रतिष्ठा पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए विकास ने शांति से उस स्थिति से खुद को अलग कर लिया और रामू को अकेला छोड़ दिया।

इससे रामू को अपनी मूर्खता का अहसास हुआ, और वह समझ गया कि विकास ने उससे बहस न करके एक समझदारी भरा कदम उठाया। विकास के इस व्यवहार से गांव वालों ने भी उसकी प्रशंसा की और उसके विवेक की सराहना की।

इस कहानी के माध्यम से “अहमक से पड़ी बात, काढ़ो सोटा तोड़ो दांत” कहावत का सही अर्थ समझ में आता है। यह दर्शाती है कि कैसे विकास ने अपने विवेक से काम लेकर बेवजह के विवाद से बचने का निर्णय लिया और अनावश्यक झगड़े से खुद को बचाया।

शायरी:

अहमक से जो उलझे, वो अपनी खुशियाँ खो बैठे,

बेवजह की बातों में, अपने सुकून को रो बैठे।

वो जो समझदार हैं, शोर में भी खामोश रहते,

जानते हैं कब सन्नाटा, अपनी बात कहते।

कहते हैं जग में सभी, बेकार की लड़ाई से बचो,

जो अक्लमंद हैं वो कहते, अपने रास्ते पर चलो।

जिंदगी की राह में, कितने ही तूफान आएंगे,

वो सच्चे हैं जो इनसे, बिना डरे मुस्कुराएंगे।

अहमक से बात करके, अपना वक्त ना गँवाओ,

चुप रहकर, अपने सपनों की उड़ान भर जाओ।

 

अहमक से पड़ी बात, काढ़ो सोटा तोड़ो दांत शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।


Hindi to English Translation of अहमक से पड़ी बात, काढ़ो सोटा तोड़ो दांत – Ahmak se padi baat, kadho sota todo daant Proverb:

Introduction: “Ahmak se padi baat, kadho sota todo daant” is a Hindi proverb that illustrates the consequences of carelessness and imprudent behavior. It teaches us that getting involved with thoughtless and foolish people often leads to self-harm.

Meaning: The literal meaning of the proverb is that arguing with a foolish person is like breaking your own teeth with a stick. It indicates that engaging in disputes with unwise people can be self-detrimental.

Usage: This proverb is often used when someone needs to be reminded to avoid pointless arguments or unnecessary conflicts, especially when the opposing party is irrational.

Examples:

-> For instance, a person who repeatedly quarrels with their neighbor over trivial matters, while the neighbor behaves in an extremely unreasonable and agitated manner. In this situation, the proverb “Ahmak se padi baat, kadho sota todo daant” advises them that it’s better to stay away from unnecessary disputes.

Conclusion: This proverb teaches us the importance of acting wisely and judiciously in life. It also tells us that sometimes it’s wiser to stay calm and avoid pointless debates. Therefore, we should make prudent decisions when facing challenges and conflicts.

Story of Ahmak se padi baat, kadho sota todo daant Proverb in English:

Once upon a time, in a small village, there lived a wise and judicious businessman named Vikas. His neighbor, Ramu, often engaged in pointless disputes over trivial matters. Ramu had a habit of losing his temper over minor issues and unnecessarily picking fights.

One day, Ramu started an argument with Vikas over a very trivial matter. The dispute escalated to the point where Ramu publicly challenged Vikas to an argument. Vikas knew that arguing with Ramu would be not only futile but could also negatively impact his own reputation. Therefore, Vikas calmly extricated himself from the situation and left Ramu alone.

This made Ramu realize his folly, and he understood that Vikas had made a wise decision by not engaging in an argument with him. The villagers also praised Vikas for his judicious behavior and appreciated his wisdom.

This story illustrates the true meaning of the proverb “अहमक से पड़ी बात, काढ़ो सोटा तोड़ो दांत.” It shows how Vikas used his discretion to avoid unnecessary conflict and saved himself from a pointless quarrel.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस कहावत का उपयोग व्यापक सांद्रता में होता है?

हां, यह कहावत व्यापक सांद्रता में अपने समय की सही रूप से उपयोगिता को बताती है।

क्या इस कहावत में कोई ऐतिहासिक महत्व है?

इसका कोई ऐतिहासिक महत्व नहीं है, लेकिन यह जीवन के तथ्यों को सामान्य रूप से दर्शाने में सहारा करती है।

इस कहावत का प्रयोग किस परिस्थिति में किया जा सकता है?

इस कहावत को किसी अहमक या उच्च मतित्व के व्यक्ति के साथ सम्बंधित स्थितियों में प्रयोग किया जा सकता है।

क्या इस कहावत का कोई विपरीतार्थक भी हो सकता है?

हां, कुछ स्थितियों में, विपरीतार्थक भी हो सकता है, यदि सही समर्थन न करना हो सकता है।

क्या इस कहावत का कोई संबंध धार्मिक दृष्टिकोण से है?

नहीं, यह कहावत धार्मिक दृष्टिकोण से सीधे नहीं है, बल्कि यह जीवन में बुद्धिमत्ता की महत्वपूर्णता पर बल डालती है।

हिंदी कहावतों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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