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आंसू एक नहीं और कलेजा टूक-टूक, अर्थ, प्रयोग(Aansoo ek nahi aur kaleja took-took)

परिचय: “आंसू एक नहीं और कलेजा टूक-टूक” यह हिंदी कहावत गहरे दुख और पीड़ा की अभिव्यक्ति करती है। यह कहावत उन स्थितियों का वर्णन करती है जहां व्यक्ति अत्यधिक पीड़ा और दुख का अनुभव करता है।

अर्थ: इस कहावत का शाब्दिक अर्थ है कि जब किसी का दुख इतना गहरा होता है कि उसके आंसू एक-दो नहीं, बल्कि अनेक बार बहते हैं, और उसका हृदय (कलेजा) टुकड़ों में बंट जाता है। यह असहनीय दर्द और भावनात्मक पीड़ा का प्रतीक है।

उपयोग: इस कहावत का प्रयोग तब किया जाता है जब किसी को अपने दुख और पीड़ा को व्यक्त करना होता है, विशेषकर तब जब वह दुख बहुत गहरा हो।

उदाहरण:

-> मान लीजिए एक माँ जिसका एकमात्र पुत्र दुर्घटना में चल बसा, वह अपने दुख का इज़हार करते हुए कहती है, “मेरे लिए तो आंसू एक नहीं और कलेजा टूक-टूक हो गया है।” यहां यह कहावत उसके असीम दुख और पीड़ा को दर्शाती है।

समापन: इस कहावत से हमें समझ में आता है कि जीवन में कभी-कभी ऐसे कठिन समय आते हैं, जब दुख और पीड़ा इतनी गहरी होती है कि व्यक्ति के लिए उसे सहन कर पाना कठिन होता है। यह कहावत हमें यह भी याद दिलाती है कि मानवीय भावनाएं गहरी और जटिल होती हैं, और उन्हें समझने की जरूरत होती है।

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आंसू एक नहीं और कलेजा टूक-टूक कहावत पर कहानी:

एक छोटे से गांव में नियांत नाम का एक युवक रहता था। नियांत का परिवार बहुत ही साधारण था, लेकिन उसका सपना बड़ा था। वह शहर जाकर पढ़ाई करना चाहता था और एक दिन बड़ा आदमी बनना चाहता था। उसके माता-पिता ने अपनी सारी जमा-पूंजी उसकी पढ़ाई पर लगा दी, और नियांत शहर की ओर रवाना हो गया।

शहर में नियांत ने अपनी पढ़ाई में कड़ी मेहनत की और वह जल्द ही एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी पा गया। समय के साथ, वह अपने गांव और परिवार से दूर होता गया। उसकी जिंदगी में अब सिर्फ काम और शहर की चकाचौंध थी। उसने अपने माता-पिता को भूल जैसे दिया था, जिन्होंने उसके सपनों के लिए अपना सब कुछ न्योछावर किया था।

एक दिन, नियांत को खबर मिली कि उसके पिता बीमार हैं। उसने सोचा कि वह बाद में गांव जाएगा, पर उसकी व्यस्तता में यह बात खो गई। जब उसके पिता का देहांत हो गया, तब नियांत को अपनी गलती का एहसास हुआ। वह तुरंत गांव लौटा, लेकिन अब बहुत देर हो चुकी थी। उसकी मां की आंखों में अनगिनत आंसू थे, और उसका कलेजा टूक-टूक हो गया था।

नियांत ने अपनी मां से कहा, “मां, मुझे माफ कर दो, मैं समझ नहीं पाया कि मेरे लिए आप दोनों कितने महत्वपूर्ण थे।” उसकी मां ने धीरे से कहा, “बेटा, तुम्हारे पिता ने तुम्हारे लिए बहुत कुछ सहा। 

यह कहानी हमें “आंसू एक नहीं और कलेजा टूक-टूक” कहावत का सही अर्थ समझाती है। यह दर्शाती है कि कैसे हमारे करीबी लोग अपने दुःख और पीड़ा को छुपाते हैं, और हमें उनकी पीड़ा का अहसास तब होता है, जब उनका दुःख हमारे दिल को छू लेता है।

शायरी:

दिल की गहराइयों में छुपा दर्द बहुत है,

आंसू एक नहीं, कलेजा टूक-टूक है।

छुपाए बैठे हैं जज्बात अपने,

इन आंखों का हर आंसू एक किताब है।

दुनिया के सामने मुस्कुराना सीखा,

मगर इस दिल का हर कोना रूबरू है।

चुपचाप सहते हैं हर घाव को,

जैसे हर खुशी का पता खो चुका है।

हर दर्द की इक दास्तान होती है,

जो लबों पर नहीं, आंखों में बोलती है।

जीवन की राहों में कितने ही मोड़ आए,

पर हर आंसू में एक कहानी होती है।

जिंदगी की इस राह में, हर खुशी नायाब है,

पर आंसू एक नहीं, कलेजा टूक-टूक है।

छुपा लेते हैं दर्द को अपने अंदर,

हर मुस्कान के पीछे इक अनकही बात है।

 

आंसू एक नहीं और कलेजा टूक-टूक शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।


Hindi to English Translation of आंसू एक नहीं और कलेजा टूक-टूक – Aansoo ek nahi aur kaleja took-took Proverb:

Introduction: “Aansoo ek nahi aur kaleja took-took” is a Hindi proverb that expresses deep sorrow and pain. It describes situations where a person experiences extreme grief and distress.

Meaning: The literal meaning of this proverb is that when someone’s sorrow is so deep that their tears are not just one or two but flow continuously, and their heart (kalējā) shatters into pieces. It symbolizes unbearable pain and emotional anguish.

Usage: This proverb is used when someone needs to express their grief and pain, especially when it is profound.

Examples:

-> For instance, a mother who has lost her only son in an accident expresses her grief by saying, “For me, the tears are not just one, and my heart has shattered into pieces.” Here, the proverb illustrates her immense grief and pain.

Conclusion: This proverb helps us understand that there are times in life when the grief and pain are so deep that it becomes difficult for a person to bear. It also reminds us that human emotions are deep and complex and need to be understood.

Story of Aansoo ek nahi aur kaleja took-took Proverb in English:

In a small village, there lived a young man named Niyant. His family was modest, but he had big dreams. He wanted to study in the city and become a successful person. His parents invested all their savings in his education, and Niyant left for the city.

In the city, Niyant worked hard in his studies and soon secured a job in a prestigious company. Over time, he grew distant from his village and family, getting absorbed in his work and the city’s glitz. He almost forgot his parents, who had sacrificed everything for his dreams.

One day, Niyant received news that his father was ill. He planned to visit the village later, but his busy schedule made him forget. When his father passed away, Niyant realized his mistake. He immediately returned to the village, but it was too late. His mother’s eyes were filled with endless tears, and her heart was shattered.

Niyant apologized to his mother, saying, “Mom, forgive me, I didn’t realize how important you both were to me.” His mother quietly responded, “Son, your father endured a lot for you.”

This story illustrates the true meaning of the proverb “आंसू एक नहीं और कलेजा टूक-टूक.” It shows how our loved ones hide their pain and grief, and we only realize their suffering when it deeply affects our hearts.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इसका मतलब है कि आंसू और कलेजा सम्बंधित हैं?

हाँ, इसका मतलब है कि जीवन की चुनौतियों और दुःखों के साथ-साथ, हमें उनसे निपटने की क्षमता रखनी चाहिए।

क्या इसका अर्थ है कि समस्याएं बार-बार हो सकती हैं?

हाँ, यह कहावत यह बताती है कि जीवन में कई बार मुश्किलें आ सकती हैं, और हर बार सामना करना होता है।

इस कहावत का उपयोग किस परिस्थिति में किया जा सकता है?

यह कहावत उन समयों में उपयोग की जा सकती है जब किसी को जीवन में अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।

क्या इसका अर्थ है कि जीवन में सफलता के लिए संघर्ष करना पड़ता है?

जी हाँ, यह कहावत बताती है कि सफलता प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को अपनी मेहनत और संघर्ष जारी रखना होता है।

क्या इसका उपयोग मोटिवेशन बढ़ाने के लिए किया जा सकता है?

हाँ, यह कहावत व्यक्ति को मजबूत बनाने और उसे हर कठिनाई का सामना करने के लिए प्रेरित करने में मदद कर सकती है।

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