“उधार प्यार की कैंची है” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है, जो सामाजिक और व्यक्तिगत संबंधों में उधार लेन-देन के प्रभाव को व्यक्त करता है। यह मुहावरा उधार और प्यार के बीच के सूक्ष्म संबंध को स्पष्ट करता है।
परिचय: “उधार प्यार की कैंची है” मुहावरा उस परिस्थिति का वर्णन करता है जब उधार (कर्ज) लेने और देने की प्रक्रिया पारस्परिक संबंधों में दरार ला सकती है।
अर्थ: इस मुहावरे का अर्थ है कि उधार लेना या देना अक्सर प्रेम और सद्भाव के संबंधों को कमजोर कर सकता है। जब कोई व्यक्ति उधार लेता है और समय पर नहीं चुकाता, तो इससे रिश्तों में खटास आ जाती है।
प्रयोग: यह मुहावरा विशेषकर उन स्थितियों में प्रयोग होता है, जहां आर्थिक लेन-देन रिश्तों पर भारी पड़ते हैं। यह सामाजिक और व्यावसायिक दोनों संदर्भों में लागू होता है।
उदाहरण:
-> सुरेंद्र ने अपने मित्र से बड़ी रकम उधार ली और वापस नहीं की, जिससे उनकी दोस्ती में दरार आ गई। इससे साफ है कि “उधार प्यार की कैंची है।”
-> मीरा ने अपने पड़ोसी से उधार लिया लेकिन समय पर नहीं चुका पाई, जिससे उनके बीच की मित्रता में कड़वाहट आ गई।
निष्कर्ष: “उधार प्यार की कैंची है” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर जब यह मामला परिवार या दोस्तों के साथ हो। यह हमें यह भी याद दिलाता है कि कभी-कभी संबंधों की गरिमा और सद्भावना आर्थिक लाभ से कहीं अधिक महत्वपूर्ण होती है।
उधार प्यार की कैंची है मुहावरा पर कहानी:
एक छोटे शहर में मुनीश और प्रेमचंद्र नाम के दो अच्छे दोस्त रहते थे। वे बचपन से ही एक दूसरे के सबसे करीबी साथी थे और हर सुख-दुख में साथ निभाते थे। मुनीश का एक छोटा सा व्यापार था, जबकि प्रेमचंद्र नौकरी करता था।
एक दिन प्रेमचंद्र को अपने बच्चे की पढ़ाई के लिए अचानक पैसों की जरूरत पड़ गई। उसने अपने दोस्त मुनीश से कुछ पैसे उधार मांगे। मुनीश ने बिना सोचे-समझे अपने दोस्त की मदद की और उसे जरूरत की रकम उधार दे दी।
समय बीतने के साथ, प्रेमचंद्र मुनीश को पैसे वापस करना भूल गया। मुनीश ने कई बार धीरे-धीरे इस विषय को उठाया, लेकिन प्रेमचंद्र हमेशा कोई न कोई बहाना बना देता। धीरे-धीरे इस बात को लेकर उनके बीच तनाव बढ़ने लगा।
मुनीश को लगने लगा कि प्रेमचंद्र उसकी मेहनत की कमाई का सम्मान नहीं कर रहा है और उसकी दरियादिली का फायदा उठा रहा है। प्रेमचंद्र को भी यह लगने लगा कि मुनीश सिर्फ पैसों की वजह से उससे दोस्ती कर रहा था।
इस तरह, जो दोस्ती सालों से चली आ रही थी, वह उधार के पैसों की वजह से धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगी। दोनों के बीच की गहरी दोस्ती में दरार पड़ गई, और आखिर में उनका संबंध पूरी तरह से टूट गया।
यह कहानी हमें बताती है कि कैसे “उधार प्यार की कैंची है”। यह हमें सिखाता है कि पैसों के लेन-देन से दोस्ती और रिश्ते कमजोर हो सकते हैं, और कभी-कभी यह उन्हें पूरी तरह से खत्म भी कर सकता है। इसलिए, ऐसे मामलों में सावधानी और समझदारी बहुत जरूरी है।
शायरी:
दोस्ती में उधार का सिलसिला शुरू किया,
प्यार में फासले का अंदाज़ लिया।
जिस दोस्ती में था प्यार बेहिसाब,
उधार ने उसे बना दिया एक ख्वाब।
रिश्तों की बुनियाद में जब पैसों की बात आई,
तो दोस्ती की राहों में दूरियां सी छाई।
कहते हैं “उधार प्यार की कैंची है” सच्चाई से,
जब भी आई पैसे की बात, दोस्ती की बगिया मुरझाई।
रिश्ते निभाने हैं तो इस बात का रखना ख्याल,
उधार और प्यार का न होने पाए कोई सवाल।
दोस्ती के आंगन में पैसों का न हो वास,
ताकि रहे सलामत हर रिश्ते की आस।
आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।
Hindi to English Translation of उधार प्यार की कैंची है – Udhar pyar ki kainchi hai Idiom:
“Udhaar Pyaar Ki Kainchi Hai” (Debt is the Scissors of Love) is a popular Hindi idiom that expresses the impact of borrowing and lending in social and personal relationships. This idiom highlights the delicate balance between debt and love.
Introduction: The idiom “Udhaar Pyaar Ki Kainchi Hai” describes situations where the process of borrowing and lending can create rifts in interpersonal relationships.
Meaning: The meaning of this idiom is that borrowing or lending can often weaken the bonds of love and harmony. When a person borrows and fails to repay on time, it leads to bitterness in relationships.
Usage: This phrase is particularly used in situations where financial transactions weigh heavily on relationships. It applies to both social and professional contexts.
Usage:
-> Surendra borrowed a large sum of money from his friend and failed to return it, which caused a rift in their friendship. This clearly shows that “Udhaar Pyaar Ki Kainchi Hai.”
-> Meera borrowed from her neighbor but couldn’t repay on time, leading to bitterness in their friendship.
Conclusion: The idiom “Udhaar Pyaar Ki Kainchi Hai” teaches us to be cautious in financial matters, especially when it involves family or friends. It also reminds us that sometimes the dignity and goodwill of relationships are far more important than financial gains.
Story of Udhaar Pyaar Ki Kainchi Hai Idiom in English:
In a small town, two good friends named Munish and Premchandra lived. They had been each other’s closest companions since childhood and supported each other through every joy and sorrow. Munish had a small business, while Premchandra was employed.
One day, Premchandra urgently needed money for his child’s education. He asked his friend Munish for a loan. Without a second thought, Munish helped his friend and lent him the required amount.
As time passed, Premchandra forgot to repay Munish. Munish brought up the subject several times, but Premchandra always made excuses. Gradually, this issue started causing tension between them.
Munish began to feel that Premchandra was not respecting his hard-earned money and was taking advantage of his generosity. Premchandra also started to feel that Munish was befriending him only for the sake of money.
Thus, the friendship that had lasted for years began to weaken due to the borrowed money. A rift formed in their deep friendship, and eventually, their relationship completely broke down.
This story tells us how “Udhaar Pyaar Ki Kainchi Hai” (Debt is the Scissors of Love). It teaches us that financial transactions can weaken friendships and relationships, and sometimes they can even end them entirely. Therefore, caution and wisdom are essential in such matters.
I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly
FAQs:
क्या इस मुहावरे का उपयोग केवल वित्तीय संदर्भों में ही होता है?
नहीं, इस मुहावरे का उपयोग केवल वित्तीय संदर्भों में ही नहीं होता, बल्कि यह भावनात्मक संबंधों को भी दर्शाने के लिए भी प्रयुक्त हो सकता है।
उधार प्यार की कैंची है मुहावरे का उपयोग कहाँ होता है?
यह मुहावरा विशेषकर उन स्थितियों में आता है जब हम किसी से मदद या सहारा मांगते हैं और उससे हमारा रिश्ता मजबूत होता है, लेकिन उधार की राशि हमारे लिए एक चुनौती बन सकती है।v
उधार प्यार की कैंची है मुहावरा का अर्थ क्या है?
इस मुहावरे का अर्थ है कि जब हम किसी से कुछ उधार लेते हैं, तो यह हमारे लिए एक प्यारा रिश्ता बना लेता है, परन्तु वह कैंची की तरह भारी हो सकता है।
इस मुहावरे का उपयोग सामाजिक संदर्भों में कैसे हो सकता है?
इसे सामाजिक संदर्भों में उधार लेने और देने के रिश्तों को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त किया जा सकता है, जिससे सजगता और सजीवता बनी रहती है।
क्या इस मुहावरे का उपयोग केवल पॉजिटिव संदर्भों में ही होता है?
नहीं, इस मुहावरे का उपयोग नकारात्मक संदर्भों में भी किया जा सकता है, जब किसी का उधार लेना अच्छा समझा जाता है, लेकिन उससे अधिकतम लाभ नहीं होता।
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