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थोड़ी भी छूट बेजा फायदा अर्थ, प्रयोग(Thodi bhi choot beja faydaa)

परिचय: “थोड़ी भी छूट बेजा फायदा” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां थोड़ी सी छूट या स्वतंत्रता देने पर व्यक्ति या समूह उसका अनुचित लाभ उठा लेते हैं। यह मुहावरा इस विचार को प्रकट करता है कि कभी-कभी छोटी छूट या संयम की कमी बड़े और अनपेक्षित परिणाम ला सकती है।

अर्थ: “थोड़ी भी छूट बेजा फायदा” का अर्थ होता है कि जब थोड़ी सी भी छूट दी जाती है, तो कुछ लोग इसका गलत फायदा उठाने लगते हैं। यह व्यक्तियों में अनुशासन की कमी और स्वार्थी प्रवृत्ति को दर्शाता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग आमतौर पर तब किया जाता है जब किसी को दी गई छोटी सी आज़ादी या छूट का वे गलत तरीके से उपयोग करते हैं।

उदाहरण:

-> स्कूल में: “जब से शिक्षकों ने बच्चों को होमवर्क में थोड़ी छूट दी, तब से वे पढ़ाई कम और खेलने में ज्यादा समय बिता रहे हैं। यह ‘थोड़ी भी छूट बेजा फायदा’ का परफेक्ट उदाहरण है।”

-> कार्यस्थल पर: “मैनेजर ने जब से टीम को लंच ब्रेक में थोड़ी अधिक स्वतंत्रता दी, कई कर्मचारी समय पर वापस नहीं आ रहे हैं। यह ‘थोड़ी भी छूट बेजा फायदा’ का एक उदाहरण है।”

निष्कर्ष: “थोड़ी भी छूट बेजा फायदा” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि स्वतंत्रता और छूट का सही और जिम्मेदारीपूर्ण तरीके से उपयोग महत्वपूर्ण है। यह मुहावरा अनुशासन और जवाबदेही के महत्व को भी रेखांकित करता है। इसलिए, यह समझना जरूरी है कि हर छूट का सकारात्मक और उचित उपयोग करना चाहिए।

Hindi Muhavare Quiz

थोड़ी भी छूट बेजा फायदा मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में अमन नाम का एक लड़का रहता था। अमन बहुत ही होशियार और मेहनती था। उसके माता-पिता बहुत गर्व महसूस करते थे उसकी पढ़ाई के प्रति समर्पण को देखकर।

एक दिन, अमन के स्कूल में अध्यापकों ने तय किया कि वे बच्चों को थोड़ी अधिक स्वतंत्रता देंगे। उन्होंने सोचा कि इससे बच्चों की रचनात्मकता और आत्म-निर्भरता बढ़ेगी। अमन को भी यह बात जब मालूम पड़ी, तो वह बहुत खुश हुआ।

पहले कुछ दिन तो सब कुछ ठीक रहा। अमन समय पर अपना होमवर्क करता और पढ़ाई में भी ध्यान देता। परंतु धीरे-धीरे, उसने पाया कि अब जब शिक्षक इतना ध्यान नहीं दे रहे, तो वह खेलने और दोस्तों के साथ समय बिताने में ज्यादा समय लगाने लगा।

जैसे-जैसे समय बीता, अमन की पढ़ाई में रुचि कम होती गई और उसके ग्रेड गिरने लगे। उसके माता-पिता और शिक्षक चिंतित हो उठे। जब उन्होंने अमन से इस बारे में बात की, तो अमन को अहसास हुआ कि उसने थोड़ी सी दी गई छूट का गलत उपयोग किया है।

अमन ने तब खुद को संभाला और फिर से पढ़ाई में ध्यान देने लगा। उसने सीखा कि “थोड़ी भी छूट बेजा फायदा” किस तरह से नकारात्मक परिणाम ला सकती है। उसने अपने दोस्तों को भी यही सिखाया और वे सभी फिर से अपनी पढ़ाई में लग गए।

निष्कर्ष:

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि छोटी सी छूट या आजादी का भी सही तरीके से उपयोग करना चाहिए। अनुशासन और जिम्मेदारी का महत्व हर क्षेत्र में होता है, और इसका सही पालन हमें सफलता की ओर ले जाता है।

शायरी:

जरा सी छूट में छिपा, इक बड़ा सबक लिए बैठा,

हर आज़ादी के पीछे, जिम्मेदारी का पहरा बैठा।

कहते हैं ज़िंदगी में, थोड़ी सी छूट ज़रूरी है,

पर उस छूट का फायदा, अक्सर गलत दूरी है।

लबों पे हंसी, आँखों में चमक लिए फिरते हैं,

जो थोड़ी सी छूट में, सपनों को संवरते हैं।

ये दुनिया कहती है, थोड़ी छूट है खतरनाक,

जहाँ दिल की सुनी, वहीं रास्ता है अनजानक।

थोड़ी सी छूट में, बहुत कुछ खो दिया हमने,

फिर भी वक्त के साथ, बहुत कुछ सीख लिया हमने।

आजादी और छूट में, एक बारीक सी लकीर है,

जो इसे समझ गया, समझो वो सफलता की राह पर अमीर है।

 

थोड़ी भी छूट बेजा फायदा शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of थोड़ी भी छूट बेजा फायदा – Thodi bhi choot beja faydaa Idiom:

Introduction: “Thodi bhi choot beja faydaa” is a common Hindi idiom often used in situations where a small amount of freedom or leniency leads to its improper exploitation by individuals or groups. This idiom expresses the idea that sometimes a little leniency or lack of restraint can lead to significant and unexpected consequences.

Meaning: “Thodi bhi choot beja faydaa” implies that when even a small amount of leniency is granted, some people start to take undue advantage of it. It reflects a lack of discipline and a selfish tendency in individuals.

Usage: This idiom is commonly used when someone misuses the small freedom or leniency given to them.

Example:

-> In School: Ever since the teachers gave the students a little leniency in their homework, they are spending more time playing than studying. This is a perfect example of ‘Thodi bhi choot beja faydaa.’

-> At the Workplace: Since the manager gave the team a bit more freedom during lunch breaks, many employees are not returning on time. This is an example of ‘Thodi bhi choot beja faydaa.’

Conclusion: The idiom “Thodi bhi choot beja faydaa” teaches us that it is important to use freedom and leniency in a responsible and correct manner. It also highlights the importance of discipline and accountability. Therefore, it is essential to understand that every liberty should be used positively and appropriately.

Story of ‌‌Thodi bhi choot beja faydaa Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there lived a boy named Aman. Aman was very intelligent and hardworking. His parents felt proud of his dedication to his studies.

One day, the teachers in Aman’s school decided to give the children a bit more freedom. They thought this would enhance the children’s creativity and self-reliance. Aman was very happy when he learned about this.

For the first few days, everything went well. Aman did his homework on time and focused on his studies. However, gradually, he noticed that when the teachers were not paying much attention, he started spending more time playing and hanging out with friends.

As time passed, Aman’s interest in his studies decreased, and his grades started to fall. His parents and teachers became worried. When they talked to Aman about this, he realized that he had misused the little freedom he was given.

Aman then took control of himself and started focusing on his studies again. He learned that “even a little excess advantage” could lead to negative consequences. He taught this lesson to his friends, and they all began to focus on their studies once more.

Conclusion:

This story teaches us that even a small amount of freedom or leniency should be used properly. The importance of discipline and responsibility is vital in every aspect of life, and following them correctly leads us towards success.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का कोई और रूप है?

हां, इस मुहावरे का और एक रूप है “थोड़ा ही बहुत बेजा फायदा”।

इस मुहावरे का उपयोग किस संदर्भ में किया जाता है?

यह मुहावरा उस समय का उपयोग किया जाता है जब किसी काम को अधिक समय न देकर भी उससे फायदा हो सकता है।

क्या मुहावरा “थोड़ी भी छूट बेजा फायदा” का अर्थ है?

यह मुहावरा बताता है कि किसी काम को छोटी मात्रा में भी पूरा करने से भी फायदा होता है।

क्या इस मुहावरे के अन्य उपयोग हैं?

हां, इसे अक्सर व्यापारिक संदर्भों में भी उपयोग किया जाता है।

इस मुहावरे का इतिहास क्या है?

यह मुहावरा साहित्यिक और बोलचाल के संदर्भ में प्राचीन समय से प्रचलित है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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