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तेली का काम तमोली से नहीं होता अर्थ, प्रयोग(Teli ka kaam tamoli se nahi hota)

परिचय: “तेली का काम तमोली से नहीं होता” यह हिंदी मुहावरा विशेषज्ञता और कौशल की महत्वता पर प्रकाश डालता है। इस मुहावरे में ‘तेली’ का अर्थ है तेल निकालने वाला और ‘तमोली’ का अर्थ है पान बेचने वाला।

अर्थ: इस मुहावरे का सामान्य अर्थ है कि प्रत्येक काम के लिए विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। तेली का काम तमोली नहीं कर सकता, यानी प्रत्येक व्यवसाय या काम के लिए उस विषय के विशेषज्ञ की जरूरत होती है।

प्रयोग: यह मुहावरा अक्सर उस समय प्रयोग में लाया जाता है जब किसी व्यक्ति को उसके क्षेत्र के बाहर का काम करने की चुनौती दी जाती है या जब कोई अपने विशेषज्ञता क्षेत्र से बाहर का काम करने का प्रयास करता है।

उदाहरण:

-> विशाल ने जब कंप्यूटर ठीक करने की कोशिश की, तो उसके दोस्त ने कहा, “तेली का काम तमोली से नहीं होता, इसे तो किसी तकनीशियन से ही ठीक करवाना पड़ेगा।”

-> लक्ष्मी ने जब गाड़ी की मरम्मत करने की कोशिश की, तो उसके पिता ने कहा, “बेटा, तेली का काम तमोली से नहीं होता।”

निष्कर्ष: “तेली का काम तमोली से नहीं होता” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि प्रत्येक काम के लिए उस क्षेत्र के विशेषज्ञ की जरूरत होती है। यह हमें यह भी बताता है कि विशेषज्ञता और अनुभव का महत्व किसी भी क्षेत्र में अपरिहार्य है। इस मुहावरे का प्रयोग हमारी भाषा की समृद्धि और ज्ञान के प्रति हमारी समझ को भी दर्शाता है।

Hindi Muhavare Quiz

तेली का काम तमोली से नहीं होता मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में विनीत नामक एक तेली और सुधीर नामक एक तमोली रहते थे। विनीत बहुत ही कुशलता से तेल निकालने का काम करता था, वहीं सुधीर पान बेचने में माहिर था।

एक दिन, गाँव में एक बड़ा मेला लगा। उस मेले में, विनीत और सुधीर ने सोचा कि वे अपना-अपना काम बदल लेंगे। विनीत ने सोचा कि वह पान बेचेगा और सुधीर ने सोचा कि वह तेल निकालेगा।

विनीत ने पान की दुकान सजाई, लेकिन उसे पान बनाने का सही तरीका नहीं पता था। वहीं, सुधीर तेल निकालने की मशीन को ठीक से चला नहीं पा रहा था। ग्राहकों ने विनीत के पान की शिकायत की और सुधीर के तेल की भी।

तभी, गाँव के एक बुजुर्ग ने उन्हें समझाया, “तेली का काम तमोली से नहीं होता। हर किसी की अपनी विशेषज्ञता होती है और उसी में उसे माहिर होना चाहिए।”

विनीत और सुधीर ने बुजुर्ग की बात मानी और अपने-अपने पुराने काम पर लौट आए। इसके बाद, उनका व्यापार फिर से फलने-फूलने लगा।

निष्कर्ष:

इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि हर व्यक्ति की अपनी एक विशेषज्ञता होती है। “तेली का काम तमोली से नहीं होता” मुहावरा हमें बताता है कि हर काम के लिए उस क्षेत्र के विशेषज्ञ की जरूरत होती है। यह मुहावरा विशेषज्ञता के महत्व को भी दर्शाता है।

शायरी:

हर फन में रंग है अलग, हर कारीगर की अपनी दास्ताँ,

तेली का काम तमोली से नहीं होता, हर इंसान की अपनी पहचान।

जैसे चाँद को सूरज की नहीं जरूरत, और सूरज चाँद से नहीं रोशन होता,

हर किसी की अपनी काबिलियत है, तेली का काम तमोली से नहीं होता।

हर ख्वाब की अपनी उड़ान है, हर मंजिल का अपना रास्ता,

किसी के सपने में किसी का नहीं बसेरा, तेली का काम तमोली से नहीं होता।

मेरी कलम से मेरी बात होती है, जैसे सागर में हर लहर की अपनी चाल,

हर इंसान की अपनी खूबी होती है, तेली का काम तमोली से नहीं होता।

इस दुनिया की भीड़ में हर किसी की अपनी जगह,

काम करने का अपना हुनर, तेली का काम तमोली से नहीं होता।

 

तेली का काम तमोली से नहीं होता शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of तेली का काम तमोली से नहीं होता – Teli ka kaam tamoli se nahi hota Idiom:

Introduction: The Hindi idiom “तेली का काम तमोली से नहीं होता” highlights the importance of expertise and skill. In this phrase, ‘तेली’ means an oil extractor, and ‘तमोली’ refers to a betel leaf seller.

Meaning: The general meaning of this idiom is that every task requires specialized expertise. The task of an oil extractor cannot be done by a betel leaf seller, implying that every profession or job requires an expert in that field.

Usage: This idiom is often used when someone is challenged to perform a task outside their area of expertise or when someone tries to do a job beyond their specialized field.

Example:

-> When Vishal tried to fix the computer, his friend said, “तेली का काम तमोली से नहीं होता, you should get a technician to fix it.”

-> When Lakshmi tried to repair her car, her father said, “Daughter, तेली का काम तमोली से नहीं होता.”

Conclusion: The idiom “तेली का काम तमोली से नहीं होता” teaches us that every task requires a specialist in that field. It also tells us about the indispensable importance of expertise and experience in any area. The usage of this idiom reflects the richness of our language and our understanding of knowledge.

Story of ‌‌Teli ka kaam tamoli se nahi hota Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there lived an oil extractor named Vineet and a betel leaf seller named Sudhir. Vineet was very skilled at extracting oil, while Sudhir excelled in selling betel leaves.

One day, a big fair was organized in the village. At the fair, Vineet and Sudhir thought of switching their jobs. Vineet decided to sell betel leaves, and Sudhir decided to extract oil.

Vineet set up a betel leaf shop but didn’t know the correct way to prepare betel leaves. Similarly, Sudhir struggled to operate the oil extraction machine properly. Customers complained about Vineet’s betel leaves and Sudhir’s oil.

Then, an elder from the village explained to them, “An oil extractor’s work cannot be done by a betel leaf seller. Everyone has their own expertise, and they should master their own field.”

Vineet and Sudhir heeded the elder’s advice and returned to their respective original jobs. Afterward, their businesses started flourishing again.

Conclusion:

This story teaches us that every individual has their own area of expertise. The idiom “तेली का काम तमोली से नहीं होता” tells us that every task requires a specialist in that field. This idiom also highlights the importance of expertise.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का अर्थ अच्छे से समझाया जा सकता है?

हाँ, यह मुहावरा एक व्यक्ति को बताता है कि किसी काम को अच्छे से करने के लिए सही व्यक्ति की आवश्यकता होती है।

तेली क्या होता है?

तेली वह व्यक्ति है जो तेल बेचने या बनाने का काम करता है।

क्या तमोली क्या है?

तमोली एक व्यक्ति होता है जो अपने काम को ठीक से नहीं करता है और लापरवाह होता है।

क्या यह मुहावरा केवल तेली व्यक्तियों के लिए है?

नहीं, यह मुहावरा किसी भी क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए है।

क्या इस मुहावरे का कोई ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है?

ऐतिहासिक दृष्टिकोण से, यह मुहावरा जीवन के अनुभवों से निकला है जहां अगर कोई काम ठीक से नहीं होता, तो उसकी जिम्मेदारी उसके कर्मचारियों की होती है।

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