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तीन में न तेरह में अर्थ, प्रयोग(Teen mein na terah mein)

परिचय: “तीन में न तेरह में” यह हिंदी भाषा का एक प्रसिद्ध मुहावरा है, जो अक्सर उस परिस्थिति का वर्णन करने के लिए प्रयोग किया जाता है जहां कोई व्यक्ति या चीज न तो एक निश्चित स्थिति में फिट बैठती है और न ही दूसरी में। यह मुहावरा अनिश्चितता और अस्पष्टता की भावना को दर्शाता है।

अर्थ: “तीन में न तेरह में” का अर्थ है कि कोई व्यक्ति या चीज दो विशिष्ट स्थितियों या श्रेणियों में से किसी में भी पूर्ण रूप से नहीं आता। यह उन परिस्थितियों को इंगित करता है जहां एक स्पष्ट वर्गीकरण या पहचान की कमी होती है।

प्रयोग: यह मुहावरा तब प्रयोग किया जाता है जब किसी को यह स्पष्ट न हो कि एक व्यक्ति या चीज किस श्रेणी में आती है या जब कोई व्यक्ति या चीज दो विरोधी स्थितियों या विचारों के बीच झूल रहा हो।

उदाहरण:

-> एक व्यक्ति जो न तो पूरी तरह से पारंपरिक है और न ही पूरी तरह से आधुनिक; वह “तीन में न तेरह में” की स्थिति में है।

-> एक परियोजना जिसका न तो शुरुआती चरण पूरा होता है और न ही अंतिम चरण; यह “तीन में न तेरह में” का उदाहरण है।

निष्कर्ष: “तीन में न तेरह में” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में कई बार हम स्पष्टता की कमी का सामना करते हैं। यह हमें यह भी बताता है कि हर व्यक्ति या चीज को एक निश्चित श्रेणी में बांधना जरूरी नहीं होता। इस मुहावरे के माध्यम से हम यह समझ सकते हैं कि कभी-कभी अस्पष्टता और अनिश्चितता भी जीवन का एक हिस्सा होती है।

Hindi Muhavare Quiz

तीन में न तेरह में मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में विकास नाम का एक युवक रहता था। विकास बहुत प्रतिभाशाली और सपनों से भरा हुआ था। उसके मन में हमेशा एक दुविधा रहती थी – क्या वह अपने पिता का कृषि व्यवसाय संभाले या शहर जाकर अपना करियर बनाए।

एक दिन, विकास ने गाँव के बुजुर्गों से सलाह लेने का फैसला किया। उसने उन्हें अपनी दुविधा बताई। बुजुर्गों ने मुस्कुराते हुए कहा, “बेटा, तुम ‘तीन में न तेरह में’ की स्थिति में हो।”

विकास को यह सुनकर थोड़ा आश्चर्य हुआ। उसने पूछा, “यह क्या मतलब होता है?” बुजुर्गों ने समझाया कि यह मुहावरा उन स्थितियों के लिए होता है जहां व्यक्ति दो विकल्पों के बीच फँसा होता है और कोई भी निर्णय नहीं ले पाता।

विकास ने इस पर गहराई से विचार किया और फैसला किया कि वह गाँव में रहकर अपने पिता की मदद करेगा और साथ ही, अपने खाली समय में शहर जाकर अपनी पढ़ाई भी जारी रखेगा।

इस तरह, विकास ने ‘तीन में न तेरह में’ की स्थिति से बाहर आकर एक संतुलित और सुखद जीवन जीने का रास्ता चुना। उसने सीखा कि कभी-कभी जीवन में दो राहों का चुनाव करने की बजाय उन्हें संतुलित करके चलना बेहतर होता है।

और इस प्रकार, विकास ने अपने गाँववालों को यह सिखाया कि कैसे दो विरोधी स्थितियों के बीच संतुलन बनाकर एक सफल और संतोषजनक जीवन जिया जा सकता है।

शायरी:

दो राहों के बीच में, मैं खड़ा ‘तीन में न तेरह में’,

हर फैसला जैसे कहे, ये राह नहीं आसां है।

ख्वाब आँखों में बसाए, फिर भी राहत ना पाए,

जिंदगी की इस जद्दोजहद में, खुद को ढूँढता जाए।

गाँव की मिट्टी कहे, यहीं तेरा घर है,

शहर की रौशनी बोले, नया सफर यहाँ है।

‘तीन में न तेरह में’ की इस बाजी में,

हर पल एक नई आजमाइश, हर कदम एक नई परीक्षा है।

सोच की गलियों में भटकता, फैसलों की चौखट पर रुकता,

जीवन की इस उलझन में, हर रोज नया सवाल है।

मैं ‘तीन में न तेरह में’, खुद की तलाश में,

जीवन के इस सफर में, हर पथ एक नई आस है।

 

तीन में न तेरह में शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of तीन में न तेरह में – Teen mein na terah mein Idiom:

Introduction: “Teen mein na terah mein” is a famous Hindi idiom often used to describe situations where a person or thing doesn’t fit neatly into one specific condition or another. This idiom represents feelings of uncertainty and ambiguity.

Meaning: The meaning of “Teen mein na terah mein” is that a person or thing doesn’t fully belong to any of two distinct conditions or categories. It indicates situations where there is a lack of clear classification or identity.

Usage: This idiom is used when it’s unclear which category a person or thing belongs to, or when a person or thing is swinging between two opposing conditions or ideas.

Example:

-> A person who is neither completely traditional nor completely modern; they are in a “Teen mein na terah mein” situation.

-> A project that is neither in its initial phase nor in its final stage; this is an example of “Teen mein na terah mein.”

Conclusion: The idiom “Teen mein na terah mein” teaches us that we often face a lack of clarity in life. It also tells us that it’s not necessary to categorize every person or thing into a definite category. Through this idiom, we understand that sometimes ambiguity and uncertainty are also a part of life.

Story of ‌‌Teen mein na terah mein Idiom in English:

In a small village, there lived a young man named Vikas. Vikas was very talented and full of dreams. He always faced a dilemma – whether to manage his father’s farming business or to move to the city and build his career.

One day, Vikas decided to seek advice from the elders of the village. He shared his dilemma with them. The elders smiled and said, “Son, you are in a ‘Teen mein na terah mein’ situation.”

Vikas was a bit surprised to hear this. He asked, “What does that mean?” The elders explained that this idiom is used for situations where a person is stuck between two options and is unable to make a decision.

Vikas thought deeply about this and decided that he would stay in the village to help his father, and at the same time, continue his studies in the city during his free time.

Thus, Vikas found a way out of the ‘Teen mein na terah mein’ situation and chose a path that led to a balanced and happy life. He learned that sometimes in life, instead of choosing between two paths, it’s better to balance and walk them both.

And in this way, Vikas taught his fellow villagers how to live a successful and satisfying life by maintaining a balance between two opposing situations.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का उपयोग विद्यालयी या कार्यालय में किया जा सकता है?

हां, यह मुहावरा विभिन्न संदर्भों में उपयोग किया जा सकता है, विद्यालयी और कार्यालय में भी।

इस मुहावरे का उपयोग किस प्रकार की स्थिति के लिए किया जाता है?

यह मुहावरा एक परिस्थिति को व्यक्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है जहां किसी का समर्थन नहीं होता।

क्या ‘तीन में न तेरह में’ मुहावरा का अर्थ है कि किसी चीज का समर्थन न होना?

हां, यह मुहावरा उसी का संकेत करता है कि किसी चीज का समर्थन नहीं होना।

क्या यह मुहावरा केवल रूढ़िवादी व्यक्तियों के लिए है?

नहीं, यह मुहावरा सामान्य वार्तालाप में भी प्रयोग किया जा सकता है।

इस मुहावरे का प्रयोग किसी वार्तालाप में कैसे किया जा सकता है?

इस मुहावरे का प्रयोग करके किसी विवादित मुद्दे पर चर्चा को व्यक्त किया जा सकता है।

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