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तीन का टट्टू तेरह का जीन अर्थ, प्रयोग(Teen ka tattoo terah ka jeen)

परिचय: “तीन का टट्टू तेरह का जीन” यह एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जिसका उपयोग अक्सर उन स्थितियों में किया जाता है जहां किसी चीज का मूल्य उसकी गुणवत्ता से कहीं अधिक होता है। इस मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है कि एक सस्ते घोड़े के लिए बहुत महंगा साज-सज्जा (जीन) खरीदा गया है। यह मुहावरा उन परिस्थितियों को दर्शाता है जहां अनुपातहीन खर्च किया जाता है।

अर्थ: “तीन का टट्टू तेरह का जीन” मुहावरे का अर्थ है कि जब किसी छोटी या कम महत्वपूर्ण चीज पर अनावश्यक रूप से अधिक धन या संसाधन खर्च किए जाते हैं। यह अनुचित खर्च या असंतुलित निवेश को दर्शाता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां किसी व्यक्ति या संस्था ने किसी ऐसी चीज पर अत्यधिक खर्च किया हो जिसकी वास्तविक उपयोगिता या महत्व कम हो।

उदाहरण:

-> जब किसी कंपनी ने अपने कार्यालय की सजावट पर अत्यधिक खर्च किया, लेकिन उसके उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार नहीं किया।

-> एक व्यक्ति जो एक सस्ती कार खरीदता है, लेकिन उस पर महंगे एक्सेसरीज लगाता है।

निष्कर्ष: “तीन का टट्टू तेरह का जीन” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें हमेशा संतुलित और विचारशील तरीके से खर्च करना चाहिए। यह मुहावरा अनुचित खर्च करने के खिलाफ एक चेतावनी की तरह काम करता है और हमें यह याद दिलाता है कि हमें हमेशा उस चीज की असली कीमत और महत्व को समझना चाहिए जिस पर हम अपना पैसा और समय खर्च कर रहे हैं।

Hindi Muhavare Quiz

तीन का टट्टू तेरह का जीन मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में अभय नाम का एक युवक रहता था। अभय बहुत मेहनती और समझदार था, लेकिन कभी-कभी वह बिना सोचे-समझे फैसले ले लेता था। एक दिन, उसने अपने पिता से कुछ पैसे उधार लिए और एक टट्टू खरीदने का फैसला किया। अभय ने बाजार से एक साधारण सा टट्टू खरीदा, जिसकी कीमत बहुत कम थी।

लेकिन टट्टू के लिए जीन खरीदते समय, अभय ने बहुत महंगा और सजावटी जीन चुना। उसने जीन पर इतने पैसे खर्च कर दिए कि उसकी कीमत टट्टू की कीमत से कहीं ज्यादा हो गई। गाँव के लोग यह देखकर हैरान हो गए और उसे समझाने लगे कि इतने साधारण टट्टू के लिए इतना महंगा जीन खरीदना व्यर्थ है।

उन्होंने अभय से कहा, “यह तो ‘तीन का टट्टू तेरह का जीन’ वाली बात हो गई।” अभय ने जब इस मुहावरे का अर्थ समझा, तो उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने महसूस किया कि उसने जो किया वह वास्तव में अनुपयुक्त था और उसने ठान लिया कि आगे से वह ऐसी गलतियाँ नहीं दोहराएगा।

इस घटना ने अभय को सिखाया कि किसी भी चीज में निवेश करते समय उसके मूल्य और महत्व का सही आकलन करना जरूरी है। इस तरह अभय ने ‘तीन का टट्टू, तेरह का जीन’ मुहावरे के माध्यम से एक बहुत बड़ा सबक सीखा।

और इस प्रकार, अभय ने अपने गाँव में एक उदाहरण पेश किया कि कैसे कोई भी व्यक्ति अपनी गलतियों से सीखकर बेहतर निर्णय ले सकता है।

शायरी:

इस दुनिया की रीत निराली, जहां दिखावे की चमक है भारी,

टट्टू वहीं, जीन की कीमत कई करोड़ों की कहानी सारी।

खर्चे ज्यादा, सोच कम, यही है आज की रवानी,

‘तीन का टट्टू, तेरह का जीन’, ये कैसी दुनिया जवानी।

जिसकी झोली खाली, उसकी बातें भी हैं सस्ती,

जिनके हाथों में सोना, उनकी दुनिया बस्ती।

देख तमाशा दुनिया का, हर रोज नई दास्ताँ,

‘तीन का टट्टू, तेरह का जीन’, ये कहानी है बयाँ।

जोड़ी अजीब है इस जहान में, जहां दिखावा है सबसे बड़ा,

हर खर्च में छिपी है एक कहानी, जैसे रात में छिपा होगा चाँद अदा।

इस दुनिया की राहों में, जहां हर कदम पर इम्तिहान है,

‘तीन का टट्टू तेरह का जीन’, ये जीवन का सच्चा ज्ञान है।

 

तीन का टट्टू तेरह का जीन शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of तीन का टट्टू तेरह का जीन – Teen ka tattoo terah ka jeen Idiom:

Introduction: “Teen ka tattoo terah ka jeen” is a popular Hindi idiom often used in situations where the value of something is much higher than its quality. The literal meaning of this idiom is that a very expensive saddle (gear) has been purchased for a cheap horse. This idiom illustrates situations where disproportionate expenses are incurred.

Meaning: The idiom “Teen ka tattoo terah ka jeen” means that when excessive money or resources are unnecessarily spent on something small or of lesser importance. It signifies inappropriate expenditure or unbalanced investment.

Usage: This idiom is frequently used in scenarios where an individual or an organization has spent excessively on something whose actual utility or importance is low.

Example:

-> When a company spends excessively on decorating its office, but does not improve the quality of its products.

-> A person who buys a cheap car but installs expensive accessories on it.

Conclusion: The idiom “Teen ka tattoo terah ka jeen” teaches us that we should always spend in a balanced and thoughtful manner. It serves as a warning against inappropriate spending and reminds us to always understand the real value and importance of the things on which we are spending our money and time.

Story of ‌‌Teen ka tattoo terah ka jeen Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there lived a young man named Abhay. Abhay was very hardworking and intelligent, but sometimes he made decisions without much thought. One day, he borrowed some money from his father and decided to buy a pony. Abhay bought a simple pony from the market, which was very cheap.

However, when it came to buying a saddle for the pony, Abhay chose a very expensive and decorative one. He spent so much on the saddle that its cost far exceeded the price of the pony. The villagers were surprised to see this and started explaining to him that buying such an expensive saddle for a simple pony was pointless.

They said to Abhay, “This is just like ‘The Three Rupee Horse, Thirteen Rupee Saddle’ situation.” When Abhay understood the meaning of this idiom, he realized his mistake. He felt that what he had done was indeed inappropriate and resolved not to repeat such mistakes in the future.

This incident taught Abhay the importance of properly assessing the value and significance of any investment. Thus, through the idiom ‘The Three Rupee Horse, Thirteen Rupee Saddle’, Abhay learned a valuable lesson.

And in this way, Abhay set an example in his village of how anyone can make better decisions by learning from their mistakes.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

इस मुहावरे का इतिहास क्या है?

इस मुहावरे का इतिहास संभवतः प्राचीन समय में है, जब लोग चार्मिनार और गोल टकिया जैसी रचनात्मक चीजों का उपयोग करके समस्याओं का समाधान करते थे।

इस मुहावरे का उपयोग किस प्रकार किया जाता है?

यह मुहावरा उस समय उपयोग में आता है जब कोई व्यक्ति किसी समस्या या स्थिति को समझ नहीं पा रहा हो और उसे सही निर्णय नहीं लेने की क्षमता हो।

क्या है “तीन का टट्टू तेरह का जीन” का मतलब?

यह मुहावरा एक ऐसे स्थिति का वर्णन करता है जहाँ कोई व्यक्ति अपनी स्थिति को समझ नहीं पाता और अपनी स्थिति का सही आकलन नहीं कर पाता।

क्या इस मुहावरे का कोई वास्तविक अर्थ है?

नहीं, यह मुहावरा केवल एक व्यावहारिक और प्रत्यायनिक उदाहरण है जिससे एक सिद्धांतिक सन्देश स्पष्ट होता है।

यह मुहावरा किस भाषा से उत्पत्ति लिया है?

यह मुहावरा हिंदी भाषा से लिया गया है, जो उत्तर भारतीय संस्कृति का हिस्सा है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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