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तकदीर का खेल अर्थ, प्रयोग(Taqdeer ka khel)

परिचय: “तकदीर का खेल” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है, जिसका इस्तेमाल अक्सर उन स्थितियों में होता है जहाँ अनपेक्षित या अकल्पनीय घटनाएं होती हैं। यह मुहावरा जीवन की अप्रत्याशितता और किस्मत के अजीबोगरीब मोड़ों को दर्शाता है।

अर्थ: “तकदीर का खेल” का अर्थ है कि जीवन में जो कुछ भी होता है, वह किस्मत या भाग्य के चलते होता है। यह उन परिस्थितियों को दर्शाता है जहाँ परिणाम पूरी तरह से अप्रत्याशित होते हैं और इंसान के हाथ में कुछ नहीं होता।

प्रयोग: इस मुहावरे का उपयोग तब किया जाता है जब कोई घटना या परिणाम बिलकुल भी अपेक्षित न हो और उसे किस्मत का खेल माना जाए। इसे अक्सर उन स्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां नियंत्रण से परे चीजें होती हैं।

उदाहरण:

-> सुभाष की लॉटरी लगना तकदीर का खेल था, किसने सोचा था वह रातों-रात अमीर बन जाएगा।

-> अनीता का अचानक परदेस जाना भी तकदीर का खेल ही था, किसने सोचा था कि वह विदेश में अपना करियर बनाएगी।

निष्कर्ष: “तकदीर का खेल” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में कई बार ऐसी घटनाएँ होती हैं जिनका हम अनुमान नहीं लगा सकते। यह हमें यह भी बताता है कि किस्मत हमेशा एक अनजाने और अप्रत्याशित मोड़ ले सकती है, जिसे हम केवल स्वीकार कर सकते हैं। जीवन की इन अप्रत्याशित घटनाओं को समझना और उनके साथ तालमेल बिठाना ही जीवन का सार है।

Hindi Muhavare Quiz

तकदीर का खेल मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में अभय नामक एक साधारण युवक रहता था। वह दिन-रात मेहनत करता, परन्तु फिर भी उसकी आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हो पा रहा था। अभय हमेशा अपनी किस्मत को कोसता रहता था।

एक दिन अभय को पता चला कि गाँव में एक लॉटरी का आयोजन हो रहा है। उसने सोचा कि शायद यह उसकी किस्मत बदलने का मौका हो। अभय ने अपनी थोड़ी बचत से एक लॉटरी टिकट खरीदा।

लॉटरी के दिन अभय की धड़कनें तेज थीं। और फिर जब विजेता का नाम पुकारा गया, तो वह अभय ही था। अभय की लॉटरी लग गई थी और वह रातों-रात अमीर बन गया। उसकी जिंदगी में यह “तकदीर का खेल” था।

इस घटना ने अभय को सिखाया कि किस्मत कभी भी पलट सकती है। उसने अपनी जीती हुई राशि से न केवल अपना जीवन सुधारा, बल्कि गाँव के अन्य लोगों की मदद भी की।

निष्कर्ष:

इस कहानी से हमें सिखने को मिलता है कि “तकदीर का खेल” अक्सर हमें अप्रत्याशित रूप से सुखद आश्चर्य दे सकता है। यह हमें यह भी बताता है कि किस्मत कभी भी बदल सकती है, और हमें हमेशा आशा के साथ जीवन की ओर देखना चाहिए। अभय की कहानी यह दर्शाती है कि कभी-कभी जिंदगी में वह होता है जिसकी हमने कभी कल्पना नहीं की होती।

शायरी:

तकदीर के इस खेल में, कभी हार कभी जीत है,

किस्मत की राहों में, हर एक मोड़ अनकही प्रीत है।

कभी सूरज सा चमकता, कभी बादल में छुप जाता,

तकदीर का यह खेल तो, हर पल नया रंग दिखाता।

जिंदगी के इस मंच पर, कभी खुशी कभी आँसू हैं,

तकदीर के इस खेल में, जीवन के अनगिनत फाँसू हैं।

हर एक पल में क्या होगा, किसने यह जाना है,

तकदीर का यह खेल तो, बस एक अनसुलझा फसाना है।

तकदीर के इस खेल में, कोई राजा कोई रंक,

जीवन की इस बाजी में, हर किसी का अपना अंक।

 

तकदीर का खेल शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of तकदीर का खेल – Taqdeer ka khel Idiom:

Introduction: “तकदीर का खेल” (Taqdeer ka khel) is a popular Hindi idiom often used in situations where unexpected or unimaginable events occur. This phrase highlights life’s unpredictability and the strange twists of fate.

Meaning: “Taqdeer ka khel” signifies that whatever happens in life is due to fate or fortune. It represents situations where outcomes are entirely unpredictable and beyond human control.

Usage: This idiom is used when an event or outcome is entirely unexpected and considered a play of fate. It is often applied in situations where things are beyond control.

Example:

-> Subhash winning the lottery was a play of destiny; who would have thought he would become rich overnight?

-> Anita’s sudden move abroad was also a play of destiny; who would have thought she would build her career overseas?

Conclusion: The idiom “Taqdeer ka khel” teaches us that there are events in life that we cannot predict. It also tells us that fate can always take an unknown and unexpected turn, which we can only accept. Understanding and adapting to these unpredictable events in life is the essence of existence.

Story of ‌‌Taqdeer ka khel Idiom in English:

In a small village, there lived a simple young man named Abhay. He worked hard day and night, but still, his financial situation did not improve. Abhay was always cursing his fate.

One day, Abhay learned that a lottery was being organized in the village. He thought that this might be his chance to change his fortune. Abhay used his modest savings to buy a lottery ticket.

On the day of the lottery, Abhay’s heart was racing. And then, when the winner’s name was announced, it was Abhay. He had won the lottery and became rich overnight. This was the “Play of Destiny” in his life.

This event taught Abhay that fate could turn at any time. He not only improved his own life with his winnings but also helped others in the village.

Conclusion:

This story teaches us that the “Play of Destiny” can often bring us unexpected joy. It also tells us that fate can change at any moment, and we should always look towards life with hope. Abhay’s story demonstrates that sometimes life brings us things we never could have imagined.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या तकदीर हमेशा हमारे हित में होती है?

नहीं, तकदीर हमेशा हमारे हित में नहीं होती है, कई बार यह हमें परेशानी में डाल सकती है।

इस मुहावरे का मतलब क्या है?

इस मुहावरे का मतलब है कि मनुष्य अपने भाग्य को कभी नहीं जान सकता, और जीवन में आने वाली घटनाओं का अंत अनिश्चित होता है।

क्या है “तकदीर का खेल”?

“तकदीर का खेल” एक मुहावरा है जो व्यक्ति के जीवन में भाग्य या किस्मत की अनिश्चितता को व्यक्त करता है।

क्या हम अपनी तकदीर को बदल सकते हैं?

कुछ मायने में हां, हम अपने भविष्य को निर्धारित करने के लिए अपने कर्मों में परिवर्तन करके अपनी तकदीर को बदल सकते हैं।

क्या मुहावरा “तकदीर का खेल” का प्रयोग जीवन में देखा जा सकता है?

हां, बहुत से लोग अपने जीवन में “तकदीर का खेल” को अनुभव करते हैं, जहां उनके द्वारा किए गए निर्णय या प्रयास उनके भाग्य को परिणाम देते हैं।

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