परिचय: हिंदी भाषा समृद्ध है अपने अनेक मुहावरों और लोकोक्तियों से, जो भाषा को और भी रोचक और जीवंत बनाते हैं। “तन-बदन में आग लगना” ऐसा ही एक प्रचलित मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर व्यक्ति की गहरी भावनाओं या प्रतिक्रियाओं को व्यक्त करने के लिए होता है।
अर्थ: “तन-बदन में आग लगना” मुहावरे का शाब्दिक अर्थ होता है किसी के पूरे शरीर में आग लग जाना। परंतु, लाक्षणिक अर्थ में इसका प्रयोग अत्यधिक क्रोध, उत्तेजना, या जोश को व्यक्त करने के लिए होता है। यह एक प्रकार की भावनात्मक प्रतिक्रिया को दर्शाता है।
प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग विशेष रूप से तब किया जाता है जब कोई व्यक्ति किसी बात पर अत्यधिक रूप से क्रोधित हो जाए या किसी चीज के प्रति उसकी भावनाएं अत्यंत तीव्र हों।
उदाहरण:
-> जब अमन को पता चला कि उसके दोस्त ने उसके पीठ पीछे उसकी बुराई की है, तो उसके तन-बदन में आग लग गई।
-> सुनकर कि उसकी प्रिय फुटबॉल टीम हार गई है, उसके तन-बदन में आग लग गई।
निष्कर्ष: “तन-बदन में आग लगना” मुहावरा भावनाओं की तीव्रता को बखूबी व्यक्त करता है। यह हिंदी भाषा की उस विशेषता का प्रतीक है जिसमें भावनाएं और विचार बड़े ही रोचक और प्रभावी ढंग से व्यक्त किए जा सकते हैं। ऐसे मुहावरे हमारी भाषा को और अधिक समृद्ध और जीवंत बनाते हैं।
तन-बदन में आग लगना मुहावरा पर कहानी:
एक बार की बात है, एक छोटे से शहर में अमन नाम का एक युवक रहता था। अमन बहुत ही मिलनसार और दयालु था, और उसके दोस्त भी उसे बहुत मानते थे। परंतु एक दिन, अमन को पता चला कि उसका सबसे अच्छा दोस्त नियांत, उसकी पीठ पीछे उसकी बुराई कर रहा है।
यह सुनकर अमन के तन-बदन में आग लग गई। वह क्रोध से लाल-पीला हो उठा और उसकी आँखें भी गुस्से से चमक उठीं। उसने सोचा, “मैंने नियांत के लिए हमेशा अच्छा ही किया, फिर वह मेरे बारे में ऐसे कैसे बोल सकता है?”
अमन नियांत से मिलने गया और उसने अपने दिल की भड़ास निकाली। नियांत को भी अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने अमन से माफी माँगी। उसने समझाया कि वह तो बस एक मजाक कर रहा था और उसका इरादा अमन को चोट पहुँचाने का नहीं था।
अमन ने नियांत की बात समझी और उसे माफ कर दिया। इस घटना ने अमन को सिखाया कि क्रोध में इंसान कैसे अपना संयम खो बैठता है और कैसे उसके तन-बदन में आग लग जाती है। उसने सीखा कि क्रोध को नियंत्रण में रखना और दूसरों की बातों को समझना कितना महत्वपूर्ण है।
और इस तरह, अमन और नियांत की दोस्ती और भी मजबूत हो गई, और वे फिर कभी ऐसी गलतफहमियों का शिकार नहीं हुए।
शायरी:
दिल में उठे तूफानों का, क्या जिक्र करें यारों,
तन-बदन में आग लगी, जब बेवफाई की बात आई।
दोस्ती की राहों में, जब धोखा नजर आया,
लब पे आ के रुक गए, हजारों सवाल क्यों हैं भाई।
हर जख्म का मरहम, हर दर्द की दवा नहीं,
तन-बदन में लगी आग, हर किसी को बुझा नहीं।
जिंदगी के सफर में, ऐसे भी मोड़ आएंगे,
तन-बदन की आग में, सबक सिखा जाएंगे।
ख्वाबों की दुनिया में, खुद को न खो बैठो,
तन-बदन की आग में, अपनों को न रो बैठो।
जीवन की इस राह में, सच्चाई का दामन थामे रखना,
तन-बदन में आग लगे, पर दिल में प्यार की बात रखना।
आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।
Hindi to English Translation of तन-बदन में आग लगना – Tan-badan mein aag lagana Idiom:
Introduction: The Hindi language is enriched with numerous idioms and proverbs, which make the language more interesting and lively. “तन-बदन में आग लगना” (Tan-badan mein aag lagana) is one such popular idiom, often used to express deep emotions or reactions of a person.
Meaning: Literally, the idiom “तन-बदन में आग लगना” means ‘to set fire to the whole body’. However, in a figurative sense, it is used to express extreme anger, excitement, or passion. It represents a kind of emotional response.
Usage: This idiom is particularly used when a person becomes extremely angry over something or when their emotions towards something are intensely strong.
Example:
-> When Aman found out that his friend had spoken ill of him behind his back, he felt as if fire had been set to his whole body.
-> On hearing that his favorite football team had lost, he felt as if fire had engulfed his whole body.
Conclusion: The idiom “तन-बदन में आग लगना” (Tan-badan mein aag lagana) excellently expresses the intensity of emotions. It symbolizes the special characteristic of the Hindi language, where feelings and thoughts can be expressed in a very interesting and effective manner. Such idioms make our language richer and more vibrant.
Story of Tan-badan mein aag lagana Idiom in English:
Once upon a time, in a small town, there lived a young man named Aman. Aman was very friendly and compassionate, and his friends held him in high regard. However, one day, Aman learned that his best friend, Niyaant, was speaking ill of him behind his back.
Upon hearing this, Aman’s blood boiled with anger, and his eyes sparkled with rage. He thought, “I have always been good to Niyaant, so how could he say such things about me?”
Aman confronted Niyaant and expressed his anger and disappointment. Niyaant also realized his mistake and apologized to Aman. He explained that he was only joking and had no intention of hurting Aman.
Aman understood Niyaant’s explanation and forgave him. This incident taught Aman how anger can make a person lose their composure and how important it is to control anger and understand others’ intentions.
As a result, Aman and Niyaant’s friendship grew stronger, and they never fell victim to such misunderstandings again.
I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly
FAQs:
इसका कैसे उपयोग किया जाता है?
जब कोई व्यक्ति बहुत गुस्से में होता है या किसी बात पर अत्यधिक प्रभावित होता है, तो उसे ‘तन-बदन में आग लगना’ कहा जाता है।
इस मुहावरे का क्या अर्थ है?
यह मुहावरा किसी की बहुत ज्यादा उत्तेजना या गुस्सा प्रकट करता है।
क्या ‘तन-बदन में आग लगना’ एक मुहावरा है?
जी हां, ‘तन-बदन में आग लगना’ एक हिंदी मुहावरा है।
इस मुहावरे का क्या उत्पत्ति है?
यह मुहावरा आग की तरह तेज और प्रभावशाली होने के लिए प्रयोग किया गया है।
क्या इस मुहावरे का कोई विशेष उपयोग है?
हां, इसे गहरे भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
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