Budhimaan

Home » Hindi Muhavare » सिर ऊँचा करना, अर्थ, प्रयोग(Sir uncha karna)

सिर ऊँचा करना, अर्थ, प्रयोग(Sir uncha karna)

Kavya on stage reciting poetry, Audience applauding Kavya's performance, Village gathering for poetry reading, Kavya's parents looking with pride

परिचय: ‘सिर ऊँचा करना’ एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है, जिसका उपयोग समाज में सम्मान और गर्व की भावना को प्रकट करने के लिए किया जाता है।

अर्थ: ‘सिर ऊँचा करना’ मुहावरे का अर्थ है अपने आप को समाज में सम्मानित और गर्वित महसूस करना। जब कोई व्यक्ति अपनी मेहनत और संघर्ष से कुछ अद्वितीय प्राप्त करता है, तो उसे अपना सिर ऊंचा करने की अनुमति होती है।

उदाहरण:

-> जैसे की “अमन ने कठिनाइयों को पार करते हुए अच्छे अंक प्राप्त किए और उसने अपने माता-पिता का सिर ऊँचा कर दिया।”

विवेचना: इस मुहावरे का उपयोग अक्सर उस समय किया जाता है जब किसी को अपनी उपलब्धियों पर गर्व होता है या जब वह अपने परिवार और समाज के लिए कुछ विशेष प्राप्त करता है। यह एक सकारात्मक भावना और आत्म-सम्मान की ओर संकेत करता है।

निष्कर्ष: ‘सिर ऊँचा करना’ एक ऐसा मुहावरा है जो हमें अपनी मेहनत और संघर्ष की महत्वपूर्णता को समझाता है। यह हमें यह भी सिखाता है कि सच्ची मेहनत और परिश्रम से ही असली सम्मान प्राप्त होता है।

अधिक जानकारी और अन्य हिंदी मुहावरों के लिए, Budhimaan.com पर जाएं।

सिर ऊँचा करना मुहावरा पर कहानी:

काव्या ने अपने स्कूल के दिनों से ही कविता लिखना शुरू किया था। उसकी कविताएँ उसके जीवन, उसके आस-पास के परिवेश और उसकी भावनाओं का चित्रण करती थीं। मेले में एक कवि सम्मेलन भी आयोजित हो रहा था और काव्या ने अपनी कविता पाठ करने का निर्णय लिया।

जब काव्या मंच पर पहुँची, तो वह थोड़ी घबराई हुई थी। पूरे गाँव की निगाहें उस पर थीं। लेकिन जैसे-जैसे वह अपनी कविता पाठ करने लगी, उसकी आवाज़ में विशेष प्रकार का आत्म-विश्वास आ गया। उसकी कविता ने लोगों को अपनी ओर मोहित कर लिया।

कविता पाठ के बाद, जब काव्या मंच से उतरी, तो लोगों ने उसे तालियों से सलामी दी। काव्या के माता-पिता गर्व से उसे देख रहे थे। वे समझ गए थे कि उनकी बेटी ने आज गाँव में उनका सिर ऊंचा कर दिया है।

काव्या की कविता, उसकी साधारण ज़िंदगी और उसकी भावनाओं को चित्रित करती थी, लेकिन उसका साहित्यिक प्रदर्शन ने उसे और उसके परिवार को गाँव में एक विशेष स्थान दिलाया।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि कभी-कभी अपने आप को प्रकट करने की हिम्मत और आत्म-विश्वास ही हमें अपने समाज में विशेष स्थान प्राप्त करवा सकता है। और जब हम किसी कारण से समाज में सिर ऊंचा करते हैं, तो वह अनुभूति अद्वितीय होती है।

शायरी:

सिर ऊंचा किया जब जीवन में हर तूफान से,

इश्क़ में बहके फिर भी रहे मैदान में खड़ा।

जिंदगी के उस मोड़ पर जब वक़्त भी थम जाए,

हर मुश्किल में भी वो आँखों में आग बरकरार रहे।

 

सिर ऊँचा करना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of सिर ऊँचा करना – Sir Uncha Karna Idiom:

Introduction: ‘Sir Uncha Karna’ is a popular Hindi idiom, used to convey a sense of pride and honor in society.

Meaning: The idiom ‘Sir Uncha Karna’ translates to feeling honored and proud of oneself in society. When an individual achieves something unique through their hard work and struggles, they are entitled to hold their head high.

Usage:

-> For instance, “Aman overcame challenges and scored well, making his parents proud.”

Discussion: This idiom is often used when someone feels proud of their achievements or when they accomplish something significant for their family or community. It indicates a positive sentiment and self-respect.

Conclusion: ‘Sir Uncha Karna’ is an idiom that teaches us the importance of our hard work and struggles. It also educates us that genuine respect is earned only through sincere effort and perseverance.

For more information and other Hindi idioms, visit Budhimaan.com.

Story of ‌‌Sir Uncha Karna Idiom in English:

Kavya had started writing poetry since her school days. Her poems depicted her life, the environment around her, and her emotions. A poetry gathering was being organized at the fair, and Kavya decided to recite one of her poems.

When Kavya stepped onto the stage, she was a little nervous. The entire village’s eyes were on her. However, as she began reciting her poem, a unique confidence resonated in her voice. Her poem captivated the audience.

After her recital, when Kavya stepped down from the stage, she was greeted with applause. Kavya’s parents looked at her with pride. They realized that their daughter had made them proud in the village that day.

Kavya’s poetry captured her ordinary life and emotions, but her literary performance earned her and her family a special place in the village.

This story teaches us that sometimes, the courage to express oneself and self-confidence can earn us a special place in our society. And when we manage to hold our head high in society for some reason, the feeling is unparalleled.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

घर का जोगी जोगड़ा कहावत छवि, प्रेमचंद्र का ज्ञान, Budhimaan.com पर प्रेरणादायक कहानी, गाँव के संत का प्रवचन, निकटता और सम्मान का चित्रण
Kahavaten

घर का जोगी जोगड़ा, आन गाँव का सिद्ध, अर्थ, प्रयोग(Ghar ka jogi jogda, Aan gaon ka siddh)

परिचय: “घर का जोगी जोगड़ा, आन गाँव का सिद्ध” यह हिंदी की एक प्रचलित कहावत है, जिसका अर्थ है कि अक्सर लोग अपने घर या

Read More »
जिन ढूंढ़ा तिन पाइयाँ कहावत छवि, अमन की आविष्कारशीलता, Budhimaan.com पर प्रेरणादायक कहानी, गाँव में नई मशीन का प्रदर्शन, कठिन परिश्रम की सफलता का चित्रण
Kahavaten

जिन ढूंढ़ा तिन पाइयाँ गहरे पानी पैठ, अर्थ, प्रयोग(Jin dhoondha paaiyan gahre pani paith)

परिचय: “जिन ढूंढ़ा तिन पाइयाँ गहरे पानी पैठ” यह हिंदी की एक प्रसिद्ध कहावत है, जो दृढ़ संकल्प और कठिन परिश्रम के महत्व को दर्शाती

Read More »
चील के घोसले में माँस कहाँ कहावत छवि, Budhimaan.com पर अनुभव की कहानी, व्यवसायिक संघर्ष का चित्रण, अनुभव का किराना दुकान, बड़ी कंपनी बनाम छोटा व्यवसाय
Kahavaten

चील के घोसले में माँस कहाँ, अर्थ, प्रयोग(Cheel ke ghosle mein maans kahan)

परिचय: “चील के घोसले में माँस कहाँ” यह हिंदी की एक प्रचलित कहावत है, जो यह बताती है कि कुछ स्थानों या परिस्थितियों में सफलता

Read More »
चोर लाठी दो जने कहावत चित्र, Budhimaan.com पर अंश और पिता की कहानी, एकता और साहस का प्रतीक, गाँव के परिदृश्य में वीरता, चुनौती का सामना करते पिता-पुत्र
Kahavaten

चोर लाठी दो जने और हम बाप पूत अकेले, अर्थ, प्रयोग(Chor lathi do jane aur ham baap poot akele)

परिचय: “चोर लाठी दो जने और हम बाप पूत अकेले” यह हिंदी की एक प्रचलित कहावत है, जो बल और साहस के महत्व को दर्शाती

Read More »
"चंदन-की-चुटकी-भरी-कहावत-इलस्ट्रेशन", "विशाल-और-अभय-की-प्रेरक-कहानी", "छोटे-सुंदर-घर-का-चित्र", "गुणवत्ता-बनाम-मात्रा-विचार", "Budhimaan.com-हिंदी-कहावत"
Kahavaten

चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ, अर्थ, प्रयोग(Chandan ki chutki bhari, Gadi bhara na kaath)

परिचय: चंदन की चुटकी भरी, गाड़ी भरा न काठ, इस कहावत का शाब्दिक अर्थ है कि चंदन की थोड़ी मात्रा भी महत्वपूर्ण होती है, जबकि

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।