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पेट सब कुछ कराता है अर्थ, प्रयोग (Pet sab kuch karata hai)

परिचय: हिंदी भाषा में मुहावरे अक्सर जीवन के सरल और गहरे सत्यों को व्यक्त करते हैं। “पेट सब कुछ कराता है” ऐसा ही एक मुहावरा है जो जीवन में मूलभूत आवश्यकताओं के महत्व को दर्शाता है।

अर्थ: इस मुहावरे का अर्थ है कि जीवन में भौतिक और शारीरिक आवश्यकताएँ, खासकर भोजन, व्यक्ति को विभिन्न कार्य करने के लिए प्रेरित करती हैं। यह यह दर्शाता है कि बुनियादी जरूरतें व्यक्ति के निर्णय और कार्यों को प्रभावित करती हैं।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है जब किसी व्यक्ति के किसी कार्य को करने के पीछे उसकी मूलभूत आवश्यकताएँ प्रेरक शक्ति हों।

उदाहरण:

-> “विकास को वह नौकरी पसंद नहीं थी, लेकिन पेट सब कुछ कराता है, इसलिए उसने वह काम किया।”

-> “भूख बड़ी बलवान होती है, पेट सब कुछ कराता है, यही कारण है कि वह रोज इतनी मेहनत करता है।”

निष्कर्ष: “पेट सब कुछ कराता है” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में मूलभूत आवश्यकताएँ व्यक्ति के निर्णयों और क्रियाओं को निर्देशित करती हैं। यह मुहावरा जीवन के इस बुनियादी सत्य को प्रकाश में लाता है कि भौतिक और शारीरिक जरूरतें हमारे कार्यों और विकल्पों को प्रभावित करती हैं।

Hindi Muhavare Quiz

पेट सब कुछ कराता है मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में अनुभव नाम का एक युवक रहता था। अनुभव का सपना था कलाकार बनने का, लेकिन उसके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इस कारण अनुभव को अपने सपने को पीछे छोड़कर एक फैक्ट्री में काम करना पड़ा।

अनुभव के दिल में कला के प्रति उसका जुनून बरकरार था, लेकिन उसे पता था कि उसके परिवार के लिए उसकी कमाई जरूरी है। वह रोज सुबह उठकर फैक्ट्री जाता, कठिन परिश्रम करता और शाम को थका-हारा घर लौटता।

एक दिन, उसके एक मित्र ने उससे पूछा, “तुम्हें तो कला पसंद है, फिर यह काम क्यों करते हो?” अनुभव ने मुस्कुराकर कहा, “पेट सब कुछ कराता है। मुझे अपने परिवार का पेट भरना है, इसलिए यह काम करता हूँ।”

अनुभव की कहानी यह सिखाती है कि जीवन में कई बार हमें अपने सपनों और पसंद से समझौता करना पड़ता है, क्योंकि मूलभूत जरूरतें, जैसे कि भोजन और आश्रय, हमें अपने निर्णयों में व्यावहारिक बनाती हैं। “पेट सब कुछ कराता है” यह मुहावरा जीवन की इस वास्तविकता को दर्शाता है।

शायरी:

भूख के आगे जब इंसान झुकता है,

“पेट सब कुछ कराता है”, ये जहान समझता है।

रोटी की खातिर, जिंदगी के रंग बदल जाते हैं,

पेट की आग में, सपने और इरादे भी जल जाते हैं।

बड़े-बड़े वादे, जब पेट की आग में पिघलते हैं,

“पेट सब कुछ कराता है”, ये सबक जब दिल में उतरते हैं।

कभी कभार ज़मीर भी भूख से हार जाता है,

जीने की खातिर, इंसान क्या-क्या नहीं कर जाता है।

“पेट सब कुछ कराता है”, ये सच्चाई है जीवन की,

हर मजबूरी की ये कहानी, एक उम्र की निशानी है।

इसलिए याद रखो, जब भूख से लड़ना हो,

“पेट सब कुछ कराता है”, यही जीवन का मंत्र हो।

 

पेट सब कुछ कराता है शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of पेट सब कुछ कराता है – Pet sab kuch karata hai Idiom:

Introduction: In the Hindi language, idioms often express simple and profound truths of life. “पेट सब कुछ कराता है” is one such idiom that illustrates the importance of basic necessities in life.

Meaning: The meaning of this idiom is that physical and material needs, especially food, motivate a person to perform various tasks. It shows that basic needs influence a person’s decisions and actions.

Usage: This idiom is used when a person’s basic necessities are the driving force behind their actions.

Example:

-> “Vikas didn’t like that job, but the stomach makes you do everything, so he did it.”

-> “Hunger is powerful, the stomach makes you do everything, that’s why he works so hard every day.”

Conclusion: The idiom “पेट सब कुछ कराता है” teaches us that basic necessities in life guide a person’s decisions and actions. This idiom brings to light the fundamental truth that physical and material needs impact our actions and choices.

Story of ‌‌Pet sab kuch karata hai Idiom in English:

In a small village, there lived a young man named Anubhav. Anubhav dreamed of becoming an artist, but his family’s financial situation was not good. Therefore, he had to leave his dream behind and work in a factory.

Anubhav’s passion for art remained in his heart, but he knew that his earnings were essential for his family. He woke up every morning, went to the factory, worked hard, and returned home exhausted in the evening.

One day, a friend asked him, “You love art, so why do you do this job?” Anubhav replied with a smile, “The stomach makes you do everything. I need to feed my family, so I do this job.”

Anubhav’s story teaches us that in life, we often have to compromise our dreams and preferences because basic needs, such as food and shelter, make us practical in our decisions. The idiom “पेट सब कुछ कराता है” reflects this reality of life.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या “पेट सब कुछ कराता है” मुहावरे का कोई विरोधाभासी अर्थ है?

नहीं, यह मुहावरा किसी विरोधाभासी अर्थ को नहीं दर्शाता है, बल्कि यह संदेश देता है कि आदमी की प्राथमिकताएँ अक्सर उसके पेट की भूख को ही बुझाने के लिए होती हैं।

क्या “पेट सब कुछ कराता है” मुहावरे का कोई इतिहास है?

इस मुहावरे का कोई विशेष इतिहासिक प्रमाण नहीं है, लेकिन यह देशी भाषा में प्रचलित है।

क्या “पेट सब कुछ कराता है” मुहावरे का कोई विरोधाभासी अर्थ हो सकता है?

नहीं, यह मुहावरा किसी विरोधाभासी अर्थ को नहीं दर्शाता है, बल्कि यह सिर्फ भोजन की प्राथमिकता को दर्शाता है।

“पेट सब कुछ कराता है” मुहावरे का क्या संदेश है?

यह मुहावरा हमें यह बताता है कि मानव जीवन में भोजन की प्राथमिकता और भोजन की प्रतिस्पर्धा कितना महत्वपूर्ण है।

“पेट सब कुछ कराता है” मुहावरे का क्या सम्बन्ध आहार और स्वास्थ्य के साथ है?

यह मुहावरा हमें यह याद दिलाता है कि हमारा आहार हमारे स्वास्थ्य और भलाई के लिए कितना महत्वपूर्ण है, और भोजन की मात्रा और गुणवत्ता को सावधानी से चुनना चाहिए।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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