परिचय: “पहलू में रहना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जिसका प्रयोग अक्सर सामाजिक और व्यक्तिगत संदर्भों में होता है। यह मुहावरा भारतीय समाज में गहराई से स्थापित है और विभिन्न परिस्थितियों में इसका प्रयोग किया जाता है।
अर्थ: “पहलू में रहना” का अर्थ है किसी के साथ निकट संबंध रखना या किसी के साथ बहुत करीब रहना। यह मुहावरा आमतौर पर सहयोग, समर्थन, या साथ देने की भावना को दर्शाता है।
प्रयोग: इस मुहावरे का उपयोग उन परिस्थितियों में होता है जहां दो व्यक्तियों या समूहों के बीच गहरा संबंध या निकटता होती है। यह अक्सर मित्रता, पारिवारिक बंधन, या व्यावसायिक सहयोग के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण:
-> सुरेंद्र हमेशा अपने दोस्त सुरेश के पहलू में रहता है, चाहे कोई भी परिस्थिति हो।
-> परियोजना के दौरान, प्रबंधक ने अपनी टीम के पहलू में रहकर उन्हें पूरा समर्थन दिया।
निष्कर्ष: “पहलू में रहना” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में संबंधों की महत्ता क्या होती है और कैसे हम एक-दूसरे के सहयोग से विभिन्न परिस्थितियों में मजबूती से खड़े रह सकते हैं। यह हमें दूसरों के साथ निकटता और समर्थन की भावना को बनाए रखने की प्रेरणा देता है।
पहलू में रहना मुहावरा पर कहानी:
एक छोटे से गाँव में दो अच्छे दोस्त सुभाष और विनय रहते थे। सुभाष एक किसान था और विनय एक छोटा व्यापारी। दोनों बचपन से ही एक-दूसरे के साथ थे और हर सुख-दुःख में साथ निभाते थे।
एक वर्ष गाँव में भारी सूखा पड़ा। सुभाष की फसलें सूख गईं और उसकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई। उसे अपने परिवार की चिंता सता रही थी। इस मुश्किल समय में विनय ने सुभाष का पूरा साथ दिया। विनय ने न केवल सुभाष को आर्थिक मदद पहुंचाई, बल्कि उसके साथ मिलकर नई फसल के लिए योजना भी बनाई।
सुभाष के लिए यह समय बहुत कठिन था, लेकिन विनय के साथ उसे बहुत बल मिला। विनय ने उसे हर कदम पर सहायता प्रदान की और उसके पहलू में रहा। धीरे-धीरे, सुभाष की स्थिति में सुधार हुआ और उसकी फसलें भी लहलहा उठीं।
यह कहानी हमें “पहलू में रहना” मुहावरे का सही अर्थ समझाती है। विनय का सुभाष के साथ रहना और उसकी हर संभव मदद करना, यह दर्शाता है कि जब कोई हमारे करीब होता है और हर कठिनाई में हमारा साथ देता है, तो वह वास्तव में हमारे पहलू में रहता है। यह मुहावरा हमें सहयोग, समर्थन और मित्रता की महत्ता को सिखाता है।
शायरी:
ज़िन्दगी के सफर में, जब भी घिरे बादल काले,
दोस्त बने पहलू में रहने वाले।
हर तूफान में वो साया बनकर खड़े,
उस दोस्ती की बात ही कुछ और होती है भाई।
जब दुनिया से हर खुशी हो जाए जुदा,
तब उस पहलू में रहने वाले का साथ निभाया जुड़ा।
कहते हैं न, मुश्किल में जो साथ दे,
वही सच्चा दोस्त, वही असली राहत दे।
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब वो साथ चले,
पहलू में रहने वाले दोस्त की बात ही कुछ और होती है।
जो दिल से ना जुदा हो, जो हर पल साथ निभाए,
उसकी दोस्ती में सच्चाई, उसके साथ में राहत होती है।
अँधेरे में जब रोशनी की किरण बन जाए,
तब समझो पहलू में रहने वाला साथी साया है।
ज़िन्दगी के हर उतार-चढ़ाव में जो साथ निभाए,
वो दोस्ती, वो साथ, सच में अनमोल कहलाए।
आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।
Hindi to English Translation of पहलू में रहना – Pahloo mein rahna Idiom:
Introduction: “पहलू में रहना” is a prevalent Hindi idiom often used in social and personal contexts. This idiom is deeply rooted in Indian society and is used in various situations.
Meaning: The meaning of “पहलू में रहना” is to maintain a close relationship with someone or to be very close to someone. This idiom generally represents feelings of cooperation, support, or companionship.
Usage: This idiom is used in situations where there is a deep connection or closeness between two individuals or groups. It is often used in the context of friendship, family bonds, or professional collaboration.
Example:
-> Surendra always stays by his friend Suresh’s side, no matter the situation.
-> During the project, the manager supported his team by always being there for them.
Conclusion: The idiom “पहलू में रहना” teaches us the importance of relationships in life and how we can stand strong in various situations with the support of each other. It inspires us to maintain closeness and support with others.
Story of Pahloo mein rahna Idiom in English:
In a small village, there lived two good friends, Subhash and Vinay. Subhash was a farmer, and Vinay was a small trader. They had been together since childhood and supported each other through all ups and downs.
One year, the village faced a severe drought. Subhash’s crops dried up, and his financial situation worsened. He was worried about his family. In these tough times, Vinay stood by Subhash. Vinay not only provided financial assistance to Subhash but also collaborated with him to plan for new crops.
It was a difficult period for Subhash, but Vinay’s support gave him strength. Vinay helped him at every step and stayed by his side. Gradually, Subhash’s situation improved, and his crops flourished again.
This story explains the true meaning of the idiom “पहलू में रहना” (staying by someone’s side). Vinay’s act of being there for Subhash and helping him in every possible way shows that when someone is close to us and supports us in every difficulty, they truly stand by our side. This idiom teaches us the importance of cooperation, support, and friendship.
I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly
FAQs:
“पहलू में रहना” का व्यक्तिगत जीवन में क्या महत्व है?
यह मुहावरा व्यक्तिगत जीवन में यह दर्शाता है कि कभी-कभी किसी समस्या के साथ जुड़े रहकर उसका समाधान ढूंढना महत्वपूर्ण हो सकता है।
क्या इस मुहावरे का धार्मिक महत्व है?
हां, यह मुहावरा धार्मिक संदर्भों में भी प्रयोग होता है, जैसे एक विशेष धार्मिक आध्यात्मिक संदेश के साथ जुड़े रहना।
क्या यह मुहावरा समस्या के समाधान के लिए संवेदनशीलता को दर्शाता है?
जी हां, यह मुहावरा समस्या के समाधान के लिए संवेदनशीलता और धैर्य को दर्शाता है।
“पहलू में रहना” का उपयोग किसी समस्या के अनुभव के साथ कैसे किया जा सकता है?
इस मुहावरे का उपयोग करके हम किसी समस्या के अनुभव को समझ सकते हैं और उसके समाधान की दिशा में कदम उठा सकते हैं।
“पहलू में रहना” का व्यक्तिगत विकास में क्या योगदान हो सकता है?
यह मुहावरा व्यक्तिगत विकास में संघर्ष की समस्याओं को समझने और उन्हें हल करने के लिए सहायक हो सकता है।
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