Budhimaan

Home » Hindi Muhavare » पहाड़ से टक्कर लेना, अर्थ, प्रयोग(Pahad se takkar lena)

पहाड़ से टक्कर लेना, अर्थ, प्रयोग(Pahad se takkar lena)

परिचय: “पहाड़ से टक्कर लेना” एक ऐसा हिंदी मुहावरा है, जिसे किसी मजबूत और शक्तिशाली विरोधी से मुकाबला करने के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है।

अर्थ: जैसे कि पहाड़ अपनी ऊंचाई, मज़बूती और स्थिरता के लिए प्रसिद्ध है, इसी तरह इस मुहावरे का अर्थ है किसी शक्तिशाली या प्रबल विरोधी से सामना करना।

प्रयोग:

-> जब अभय ने अपनी कंपनी के सबसे बड़े बॉस से कम्पटीशन करने का निर्णय लिया, तो उसके मित्र ने कहा, “तुम तो पहाड़ से टक्कर ले रहे हो।”

-> मुंबई इंडियंस को IPL फाइनल में हराना मानो पहाड़ से टक्कर लेने जैसा है।

विवरण: जब हम किसी बड़ी समस्या या बड़े प्रतिद्वंद्वी से सामना करते हैं, तो वह स्थिति हमारे लिए कठिनाइयों भरी होती है। इस मुहावरे का उपयोग उसी समय होता है जब हमें अपनी क्षमता और आत्म-विश्वास को परीक्षित करना पड़ता है।

निष्कर्ष: “पहाड़ से टक्कर लेना” वाक्यांश हमें यह प्रेरित करता है कि कभी-कभी हमें अपनी सीमाओं को पार करके, बड़े और मजबूत विरोधी से सामना करना पड़ता है। इसका मतलब है कि हमें अपने आप में विश्वास रखना चाहिए और साहसिकता से चुनौतियों का सामना करना चाहिए।

Hindi Muhavare Quiz

पहाड़ से टक्कर लेना मुहावरा पर कहानी:

सुभाष गाँव का सबसे प्रतिष्ठित व्यक्ति था। उसके पास गाँव की सबसे बड़ी ज़मीन थी और वह अनाज भी बेचता था। लेकिन गाँव के बाहर एक शख्स था, सुधीर, जो सुभाष को अपना सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धी मानता था। सुधीर ने ठान लिया कि वह सुभाष को उसके व्यापार में हराएगा।

एक दिन, सुधीर ने अपनी दुकान को गाँव के बीच में स्थानांतरित किया और अनाज कम मूल्य पर बेचने लगा। सुभाष को समझ में आ गया कि सुधीर उससे प्रतिस्पर्धा कर रहा है। उसके मित्र ने कहा, “तुम अब पहाड़ से टक्कर ले रहे हो। यह आसान नहीं होगा।”

सुभाष ने ठान लिया कि वह इस चुनौती का सामना करेगा। वह अपनी दुकान में गुणवत्ता पूर्ण अनाज बेचने लगा और ग्राहकों को विशेष छूट भी दी। साथ ही, उसने गाँव के लोगों से उनकी जरूरतों के अनुसार अनाज प्रदान करने का प्रण भी लिया।

धीरे-धीरे, गाँववाले सुभाष की दुकान पर फिर से विश्वास करने लगे। वे समझ गए कि गुणवत्ता और ईमानदारी ही सबसे महत्वपूर्ण है। सुधीर की दुकान के सामने अब सुनसानी छा गई।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि किसी भी प्रतिस्पर्धी से सामना करने के लिए, हमें अपनी ताकतों पर भरोसा रखना चाहिए और अच्छाई और ईमानदारी से काम करना चाहिए।

शायरी:

पहाड़ से जब टक्कर ली मैंने खुदा से,

जिंदगी की राहों में आई मुश्किल का मौसम।

उस मौसम में भी खोली बाहों की पनाह,

दिल में आंदोलन था, जुबां पर था अदब का अलम।

फिर भी दिल को था विश्वास की जीत हमारी,

जैसे जल में रहता है, बिना खत्म हुए, एक शोला का गरम।

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of पहाड़ से टक्कर लेना – Pahad se takkar lena Idiom:

Introduction: “Pahad se takkar lena” is a Hindi idiom used to describe confronting a strong and powerful opponent.

Meaning: Just as a mountain is renowned for its height, strength, and stability, this idiom implies confronting someone powerful or a formidable opponent.

Usage:

-> When Abhay decided to compete with the top boss of his company, his friend said, “You are taking on a mountain.”

-> Defeating Mumbai Indians in the IPL final is akin to taking on a mountain.

Explanation: When we face a significant challenge or a major adversary, the situation is fraught with difficulties for us. This idiom is used precisely in contexts when our abilities and self-confidence are put to the test.

Conclusion: “Taking on a mountain” inspires us to believe that sometimes we have to go beyond our limits and face strong and tough opponents. This means we should have faith in ourselves and face challenges with courage.

Story of Pahad se takkar lena Idiom in English:

Subhash was the most respected individual in the village. He owned the largest land in the village and also sold grains. However, outside the village, there was a man named Sudhir, who considered Subhash his biggest competitor. Sudhir was determined to outdo Subhash in business.

One day, Sudhir relocated his shop to the center of the village and began selling grains at a lower price. Subhash realized that Sudhir was competing with him. His friend remarked, “You are now taking on a mountain. It won’t be easy.”

Subhash decided that he would face this challenge. He began selling high-quality grains in his shop and offered special discounts to customers. Additionally, he made a commitment to supply grains according to the needs of the villagers.

Gradually, the villagers began to trust Subhash’s shop again. They realized that quality and honesty were paramount. Sudhir’s shop, in contrast, began to lose its footfall.

This story teaches us that when facing any competitor, we should trust our strengths and work with integrity and goodness.

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का कोई विशेष इतिहास है?

नहीं, यह मुहावरा सामान्य भाषा का हिस्सा है और प्राचीन समय से प्रयोग में है।

क्या इस मुहावरे का कोई संबंध व्यक्तिगत जीवन से है?

हां, इस मुहावरे का उपयोग किसी व्यक्ति की मेहनत और उनके सामने आने वाली मुश्किलों को व्यक्त करने के लिए किया जाता है।

यह मुहावरा हमें क्या सिखाता है?

यह मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें मुश्किलों का सामना करना और उन्हें परास्त करना आवश्यक है।

क्या इस मुहावरे का कोई धार्मिक संदेश है?

नहीं, यह मुहावरा धार्मिक विषयों से संबंधित नहीं है, बल्कि यह व्यक्तिगत साहस और परिश्रम को बयान करता है।

क्या इस मुहावरे का कोई संबंध भारतीय संस्कृति या ऐतिहासिक घटनाओं से है?

यह मुहावरा भारतीय संस्कृति में साहस और उत्साह को प्रशंसित करने के लिए उपयोगी है, हालांकि इसका कोई विशेष ऐतिहासिक घटना से संबंध नहीं है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"गुरु और शिष्य की अद्भुत कहानी", "गुरु गुड़ से चेला शक्कर की यात्रा", "Budhimaan.com पर गुरु-शिष्य की प्रेरणादायक कहानी", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण और अर्थ"
Hindi Muhavare

गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया अर्थ, प्रयोग (Guru gud hi raha, chela shakkar ho gya)

परिचय: “गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया” यह हिन्दी मुहावरा शिक्षा और गुरु-शिष्य के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह बताता है

Read More »
"गुड़ और मक्खियों का चित्रण", "सफलता के प्रतीक के रूप में गुड़", "Budhimaan.com पर मुहावरे का सार", "ईर्ष्या को दर्शाती तस्वीर"
Hindi Muhavare

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ

Read More »
"गुरु से कपट मित्र से चोरी मुहावरे का चित्रण", "नैतिकता और चरित्र की शुद्धता की कहानी", "Budhimaan.com पर नैतिकता की महत्वता", "हिन्दी साहित्य में नैतिक शिक्षा"
Hindi Muhavare

गुरु से कपट मित्र से चोरी या हो निर्धन या हो कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Guru se kapat mitra se chori ya ho nirdhan ya ho kodhi)

परिचय: “गुरु से कपट, मित्र से चोरी, या हो निर्धन, या हो कोढ़ी” यह हिन्दी मुहावरा नैतिकता और चरित्र की शुद्धता पर जोर देता है।

Read More »
"गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे मुहावरे का चित्रण", "मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर सहयोग की भावना", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण"
Hindi Muhavare

गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे अर्थ, प्रयोग (Gud na de to gud ki-si baat to kare)

परिचय: “गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे” यह हिन्दी मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति यदि किसी चीज़

Read More »
"गुड़ खाय गुलगुले से परहेज मुहावरे का चित्रण", "हिन्दी विरोधाभासी व्यवहार इमेज", "Budhimaan.com पर मुहावरे की समझ", "जीवन से सीखने के लिए मुहावरे का उपयोग"
Hindi Muhavare

गुड़ खाय गुलगुले से परहेज अर्थ, प्रयोग (Gud khaye gulgule se parhej)

परिचय: “गुड़ खाय गुलगुले से परहेज” यह हिन्दी मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहां व्यक्ति एक विशेष प्रकार की चीज़ का सेवन करता

Read More »
"खूब मिलाई जोड़ी इडियम का चित्रण", "हिन्दी मुहावरे एक अंधा एक कोढ़ी का अर्थ", "जीवन की शिक्षा देते मुहावरे", "Budhimaan.com पर प्रकाशित मुहावरे की व्याख्या"
Hindi Muhavare

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Khoob milai jodi, Ek andha ek kodhi)

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी, यह एक प्रसिद्ध हिन्दी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां दो व्यक्ति

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।