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ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे अर्थ, प्रयोग (Oont ki chori aur niche-niche)

परिचय: हिंदी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ विचारों को प्रभावी और रोचक ढंग से प्रस्तुत करने का एक अनूठा तरीका हैं। “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे” भी ऐसा ही एक मुहावरा है जो एक विशेष प्रकार की विडंबना को दर्शाता है।

अर्थ: “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे” मुहावरे का अर्थ होता है बड़े और स्पष्ट अपराध को छिपाने का असफल प्रयास। यह उन परिस्थितियों को दर्शाता है जहाँ कोई व्यक्ति बड़ी गलती या अपराध करता है और फिर उसे छुपाने की नाकाम कोशिश करता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति द्वारा किए गए बड़े गलती या अपराध को छुपाने की असफल कोशिश की जा रही हो।

उदाहरण:

-> मंत्री जी ने भ्रष्टाचार के मामले में अपनी भागीदारी को छुपाने की कोशिश की, लेकिन सच तो ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे जैसा था।

-> अनुभव ने ऑफिस के पैसे चुराए और उसे छुपाने की कोशिश की, पर उसकी यह हरकत ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे वाली स्थिति बन गई।

निष्कर्ष: “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे” मुहावरा हमें सिखाता है कि बड़े अपराध या गलतियों को छुपाना न केवल मुश्किल होता है, बल्कि अक्सर यह नाकाम भी होता है। यह मुहावरा हमें ईमानदारी और सच्चाई के महत्व को समझाता है, और यह बताता है कि सत्य को छुपाने की कोशिश में अंततः सच्चाई सामने आ ही जाती है।

Hindi Muhavare Quiz

ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक चोर रहता था। उसका नाम था राजू। राजू बहुत ही चालाक और शातिर था। एक दिन उसने गाँव के बाहर एक बड़े से ऊँट को देखा जो एक धनी व्यापारी का था। राजू ने सोचा कि अगर वह इस ऊँट को चुरा लेगा, तो वह इसे बेचकर अच्छी खासी रकम कमा सकता है।

रात के अंधेरे में राजू ने चुपचाप ऊँट को चुरा लिया और उसे अपने घर के पीछे छिपा दिया। अगले दिन, जब व्यापारी को अपने ऊँट के चोरी होने का पता चला, तो उसने गाँव वालों को इकट्ठा किया और चोर को ढूंढने की बात कही।

राजू भी भीड़ में शामिल हो गया और ऊँट को ढूंढने का नाटक करने लगा। लेकिन जल्द ही गाँव वालों को उस पर शक हो गया। जब उन्होंने राजू के घर के पीछे जाकर देखा, तो वहाँ ऊँट छिपा हुआ था। राजू की चोरी पकड़ी गई, और वह गाँव वालों की नजरों में शर्मिंदा हो गया।

इस कहानी से हमें “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे” मुहावरे का अर्थ समझ में आता है। राजू ने एक बड़े और स्पष्ट अपराध को छुपाने की कोशिश की, लेकिन उसकी यह कोशिश विफल रही और उसका सच सामने आ गया। इसी प्रकार, यह मुहावरा हमें बताता है कि बड़े अपराध या गलतियों को छुपाना न केवल मुश्किल होता है, बल्कि अक्सर यह नाकाम भी होता है।

शायरी:

छोटी-छोटी बातों में, दिल बहलाने वाले,

बड़े अपराध छुपाते हैं, नीचे-नीचे चलने वाले।

ऊँट की चोरी की कहानी, बयां करती है ये बात,

सच को दबाने वाले, अंत में होते हैं औकात से बाहर।

जिस तरह ऊँट नहीं छिपता, खुले आसमान के नीचे,

वैसे ही सच नहीं छिपता, झूठ की इन दीवारों के पीछे।

गलतियों का पर्दाफाश, होता है एक दिन जरूर,

जैसे ऊँट की चोरी, आखिर में खुलती है सबके सामने।

इस दुनिया का दस्तूर है, सच को छुपा नहीं सकते,

ऊँट की चोरी की तरह, गलतियाँ भी छुपा नहीं सकते।

जो छिपाने की कोशिश करते, वो आखिर में खुद ही खुलते,

जैसे ऊँट की चोरी, और नीचे-नीचे वाले हरकते।

 

ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे – Oont ki chori aur niche-niche Idiom:

Introduction: In the Hindi language, idioms and proverbs are a unique way to present ideas effectively and interestingly. “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे” is one such idiom that depicts a specific type of irony.

Meaning: The meaning of the idiom “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे” is the unsuccessful attempt to hide a big and obvious crime. It illustrates situations where a person commits a significant mistake or crime and then unsuccessfully tries to conceal it.

Usage: This idiom is used when someone is unsuccessfully trying to hide a major mistake or crime they have committed.

Example:

-> The minister tried to conceal his involvement in the corruption case, but the truth was like “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे” (an obvious crime that cannot be hidden).

-> Anubhav stole money from the office and tried to hide it, but his act turned into a situation like “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे” (an apparent theft that cannot be concealed).

Conclusion: The idiom “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे” teaches us that hiding big crimes or mistakes is not only difficult but often unsuccessful. This idiom emphasizes the importance of honesty and truth, indicating that attempts to hide the truth eventually lead to the revelation of reality.

Story of ‌‌Oont ki chori aur niche-niche Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there lived a thief named Raju. Raju was very cunning and clever. One day, he saw a large camel outside the village, which belonged to a wealthy merchant. Raju thought that if he could steal the camel, he could sell it and make a good sum of money.

Under the cover of night, Raju quietly stole the camel and hid it behind his house. The next day, when the merchant discovered that his camel was stolen, he gathered the villagers and declared a search for the thief.

Raju joined the crowd and pretended to look for the camel. However, the villagers soon became suspicious of him. When they went behind Raju’s house, they found the hidden camel. Raju’s theft was discovered, and he was shamed in the eyes of the villagers.

This story helps us understand the meaning of the idiom “ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे.” Raju tried to hide a significant and obvious crime, but his attempt failed, and the truth was revealed. Similarly, this idiom tells us that hiding major crimes or mistakes is not only difficult but often unsuccessful.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

इस मुहावरे का उपयोग किस प्रकार किया जाता है?

यह मुहावरा किसी के काम करने के तरीके या किसी के कार्य में बुराई को व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है।

क्या है ‘ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे’ मुहावरा का अर्थ?

इस मुहावरे में ‘ऊँट की चोरी’ का अर्थ होता है किसी को बिना श्रेय के कोई काम करना या उसकी मेहनत को चोरी करना, और ‘नीचे-नीचे’ का अर्थ होता है किसी का स्थान या स्थिति बहुत ही नीचे होना।

क्या इस मुहावरे का कोई वास्तविक संदर्भ है?

जी हां, इस मुहावरे का कोई वास्तविक संदर्भ हो सकता है, जैसे किसी के काम की नकल करना या बिना प्रतिबद्धता के उसके श्रम का फायदा उठाना।

इस मुहावरे का उपयोग किसी के व्यवहार को व्यक्त करने के लिए किया जा सकता है?

हां, यह मुहावरा किसी के आचरण या काम के तरीके को दोषारोपण करने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।

क्या ‘ऊँट की चोरी और नीचे-नीचे’ मुहावरा कोई प्रेरक कथा या कहानी में उपयोग किया गया है?

हां, कई कहानियों और कथाओं में इस मुहावरे का उपयोग किया गया है, जिससे जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझाया गया है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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