Budhimaan

ओर-छोर न मिलना अर्थ, प्रयोग (Oar-chhor na milna)

“ओर-छोर न मिलना” एक प्रचलित हिन्दी मुहावरा है जो अक्सर उन स्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां किसी चीज का कोई निश्चित अंत या सीमा न हो।

परिचय: इस मुहावरे का उपयोग भाषा में एक अनिश्चितता या असीमता की भावना को व्यक्त करने के लिए होता है। यह उस परिस्थिति का वर्णन करता है जहाँ किसी विषय या वस्तु की सीमाएँ स्पष्ट न हों।

अर्थ: “ओर-छोर न मिलना” का अर्थ है कि किसी बात या स्थिति की कोई स्पष्ट सीमा नहीं है, या फिर वह अनंत है। यह उन परिस्थितियों के लिए प्रयुक्त होता है जहाँ चीजें अनिर्धारित और अस्पष्ट होती हैं।

प्रयोग: यह मुहावरा विभिन्न प्रकार के संदर्भों में उपयोगी होता है, जैसे कि अनिश्चित योजनाओं, अस्पष्ट विचारों, या अनंत काल के विषयों को दर्शाने के लिए।

उदाहरण:

किसी व्यक्ति की बातचीत में अगर कोई स्पष्ट उद्देश्य न हो और वह बिना किसी ठोस निष्कर्ष के चलती रहे, तो कहा जा सकता है कि उसकी बातचीत का “ओर-छोर नहीं मिलता”।

निष्कर्ष: “ओर-छोर न मिलना” मुहावरा व्यक्ति के विचारों या बातचीत की अनिश्चितता और अस्पष्टता को दर्शाता है। यह हमें यह भी सिखाता है कि स्पष्टता और निर्धारितता विचारों और योजनाओं में महत्वपूर्ण होती हैं।

Hindi Muhavare Quiz

ओर-छोर न मिलना मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में अंश नाम का एक लड़का रहता था। अंश के मन में हमेशा नए-नए सपने और योजनाएं आती रहती थीं, लेकिन वह कभी भी उन पर अमल नहीं कर पाता था।

एक दिन उसने सोचा कि वह एक बगीचा बनाएगा। वह उत्साहित होकर अपने दोस्तों को इस योजना के बारे में बताने लगा। लेकिन कुछ ही दिनों में उसका मन बदल गया और वह अब एक छोटी सी दुकान खोलने का सपना देखने लगा।

अंश के दोस्तों ने देखा कि अंश की योजनाओं का कोई ओर-छोर नहीं था। वह हर बार एक नई योजना बनाता और पुरानी को अधूरा छोड़ देता। उसकी योजनाएं और सपने अनिश्चित और अस्पष्ट होते थे, जिनका कोई निष्कर्ष नहीं निकलता था।

एक दिन, उसके एक शिक्षक ने उसे समझाया कि जीवन में सपने देखना जरूरी है, लेकिन उन्हें साकार करने के लिए एक ठोस योजना और समर्पण की आवश्यकता होती है। उन्होंने उसे “ओर-छोर न मिलना” मुहावरे का अर्थ समझाया और बताया कि कैसे यह उसके जीवन पर लागू होता है।

अंश ने शिक्षक की बात समझी और फिर से अपने सपनों और योजनाओं पर काम करना शुरू किया, इस बार एक ठोस योजना और निश्चित लक्ष्य के साथ। उसने सीखा कि जीवन में अनिश्चितता और अस्पष्टता से दूर रहना और एक स्पष्ट दिशा में कदम बढ़ाना महत्वपूर्ण है।

इस प्रकार, अंश ने “ओर-छोर न मिलना” के मुहावरे का महत्व समझा और अपने जीवन में इसे लागू करने का प्रयास किया।

शायरी:

ख्वाबों की इस दुनिया में, ओर-छोर नहीं मिलता,

हर मोड़ पर नया सवाल, यहाँ सुकून नहीं मिलता।

जैसे बहता दरिया कभी, किनारा नहीं पाता,

वैसे हर ख्वाहिश का यहाँ, अंजाम नहीं आता।

सोचता हूँ गहराई से, पर गहराई में क्या है?

ये जिंदगी की राह में, मंजिल का पता क्या है?

ख्वाबों के पीछे भागता, जैसे बच्चा बादल,

इस दौड़ में जो खो गया, वो है सबसे नादान।

अंधेरों में रोशनी की, तलाश में यहाँ हर कोई,

पर “ओर-छोर न मिलना”, ये राहत का दोई।

जीवन की इस जंग में, सपनों का दामन थामे,

“ओर-छोर न मिलना”, इस सफर का नाम है।

 

ओर-छोर न मिलना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of ओर-छोर न मिलना – Oar-chhor na milna Idiom:

“ओर-छोर न मिलना” is a prevalent Hindi idiom often used in situations where something lacks a definite end or boundary.

Introduction: This idiom is used in language to express a sense of uncertainty or infinity. It describes a situation where the limits of a subject or object are not clear.

Meaning: The meaning of “ओर-छोर न मिलना” is that a particular matter or situation has no clear boundary, or it is infinite. It is used for circumstances where things are indeterminate and vague.

Usage: This idiom is useful in various contexts, such as to describe uncertain plans, vague ideas, or topics concerning infinity.

Example:

If someone’s conversation lacks a clear purpose and continues without any solid conclusion, it can be said that the conversation has “ओर-छोर नहीं मिलता” (no end or boundary).

Conclusion: The idiom “ओर-छोर न मिलना” illustrates the uncertainty and ambiguity in a person’s thoughts or conversation. It also teaches us that clarity and definiteness are important in thoughts and plans.

Story of ‌‌Oar-chhor na milna Idiom in English:

In a small village, there was a boy named Ansh. Ansh always had new dreams and plans in his mind, but he was never able to implement them.

One day, he thought of creating a garden. He excitedly started telling his friends about this plan. However, within a few days, his mind changed, and he started dreaming of opening a small shop.

Ansh’s friends noticed that his plans had no definite beginning or end. Every time, he would come up with a new plan and leave the previous one unfinished. His plans and dreams were uncertain and unclear, with no concrete conclusions.

One day, one of his teachers explained to him that while it is important to dream in life, realizing those dreams requires a solid plan and dedication. The teacher explained the meaning of the idiom “ओर-छोर न मिलना” and how it applied to his life.

Ansh understood his teacher’s advice and started working on his dreams and plans again, this time with a solid plan and a definite goal. He learned that it is important to steer clear of uncertainty and ambiguity in life and to move forward with a clear direction.

Thus, Ansh understood the importance of the idiom “ओर-छोर न मिलना” and tried to apply it in his life.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का उदाहरण दे सकते हैं?

हाँ, जैसे: “वह दोस्ती का परिचायक बनाने की कोशिश कर रहा था, पर उसके और मेरे बीच ‘ओर-छोर न मिला’।”

इस मुहावरे का प्रयोग किस संदर्भ में होता है?

यह मुहावरा व्यक्तिगत, सामाजिक या राजनीतिक संदर्भों में उपयोग में आता है, जब किसी काम में सफलता नहीं मिलती या दोनों में समानता नहीं होती।

क्या ‘ओर-छोर न मिलना’ मुहावरा का अर्थ है?

ओर-छोर न मिलना’ मुहावरा का अर्थ होता है किसी काम में सफलता न मिलना या किसी संबंध में समानता न होना।

क्या यह मुहावरा केवल हिंदी में ही प्रयोग होता है?

नहीं, ‘ओर-छोर न मिलना’ जैसे मुहावरे भारतीय संस्कृति का हिस्सा है, लेकिन इसके समक्ष उपयुक्त अनुवाद करके इसका प्रयोग अन्य भाषाओं में भी किया जा सकता है।

क्या इस मुहावरे का कोई विपरीत अर्थ होता है?

नहीं, ‘ओर-छोर न मिलना’ का कोई विपरीत अर्थ नहीं होता है। यह सफलता की कमी या समानता के अभाव को दर्शाता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"खुदा गंजे को नाखून न दे - मुहावरे का चित्रण", "जीवन में संसाधनों का उचित उपयोग दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर आवश्यकताओं की महत्वपूर्णता पर प्रकाश", "अनुचित आवंटन की विडंबना को उजागर करती तस्वीर", "समझदारी और व्यावहारिकता की सीख देता बुद्धिमानी छवि"
Uncategorized

खुदा गंजे को नाखून न दे अर्थ, प्रयोग (Khuda ganje ko nakhun na de)

परिचय: “खुदा गंजे को नाखून न दे” एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है, जो व्यंग्यात्मक ढंग से उस स्थिति का वर्णन करता है जब किसी व्यक्ति

Read More »
"खाल ओढ़ाए सिंह की मुहावरे का चित्रण", "असली पहचान और दिखावे के बीच का अंतर", "वास्तविकता बनाम आवरण का चित्र", "सिंह की खाल में छिपा स्यार का इलस्ट्रेशन", "Budhimaan.com पर जीवन की वास्तविकता का पाठ"
Hindi Muhavare

खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय अर्थ, प्रयोग (Khal odhaye singh ki, Siyar singh nahi hoye)

परिचय: “खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जो यह बताता है कि केवल बाहरी दिखावे से किसी की

Read More »
जीवन-उतार-चढ़ाव-चित्रण, घी-चना-जीवन-मुहावरा-इमेज, जीवन-संघर्ष-और-सफलता-कला, हिंदी-मुहावरा-विवेचना, Budhimaan.com-जीवन-शैली-सुझाव
Hindi Muhavare

कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना अर्थ, प्रयोग (Kabhi ghee ghana, Kabhi mutthi bhar chana, Kabhi wo bhi manaa)

परिचय: “कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में उतार-चढ़ाव और समय की अनिश्चितता

Read More »
"खाइए मनभाता पहनिए जगभाता मुहावरे का चित्रण", "गाँव की शादी में समाज के अनुरूप वेशभूषा में युवक", "सादगीपसंद खाने और समाजिक वस्त्रों में संतुलन", "Budhimaan.com पर जीवन शैली और संस्कृति"
Hindi Muhavare

खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता अर्थ, प्रयोग (Khaiye manbhata, Pahniye jagbhata)

परिचय: “खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता” यह एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की सलाह देता है। यह मुहावरा हमें

Read More »
"करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत मुहावरे का चित्रण", "सकारात्मक कार्यों में ऊर्जा निवेश करते व्यक्ति की छवि", "Budhimaan.com पर सकारात्मक योगदान की प्रेरणा", "विवादों की बजाय कर्म पर ध्यान केंद्रित करता किसान"
Hindi Muhavare

करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत अर्थ, प्रयोग (Karni na kartoot, Ladne ko majboot)

परिचय: “करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत” एक हिंदी मुहावरा है जो उन व्यक्तियों के व्यवहार को उजागर करता है जो वास्तव में तो कुछ

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।