Budhimaan

निन्यानवे का फेर अर्थ, प्रयोग (Ninyanve ka pher)

परिचय: हिंदी भाषा के मुहावरे अपने विशेष अर्थ और संदेश के लिए प्रसिद्ध हैं। “निन्यानवे का फेर” एक ऐसा ही मुहावरा है जो बहुत नजदीक पहुंचकर लक्ष्य को न प्राप्त कर पाने की स्थिति को दर्शाता है।

अर्थ: “निन्यानवे का फेर” का अर्थ है किसी कार्य में लगभग सफल होते हुए भी अंतिम समय में असफल हो जाना। यह मुहावरा उन परिस्थितियों को व्यक्त करता है जहां कोई व्यक्ति या उद्यमी अपने लक्ष्य के बहुत करीब पहुंचने के बावजूद सफलता प्राप्त नहीं कर पाता।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है जब किसी का प्रयास लगभग सफल होते-होते असफल हो जाता है।

उदाहरण:

-> “विकास ने नौकरी पाने के लिए बहुत मेहनत की, लेकिन अंतिम चरण में चूक जाने के कारण उसका प्रयास ‘निन्यानवे का फेर’ हो गया।”

-> “टीम ने जीत के इतने करीब पहुंचकर भी मैच हार गई, यह ‘निन्यानवे का फेर’ था।”

निष्कर्ष: “निन्यानवे का फेर” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि कभी-कभी जीवन में हम अपने लक्ष्यों के बहुत करीब पहुँचकर भी उन्हें हासिल नहीं कर पाते। यह हमें याद दिलाता है कि सफलता पाने के लिए निरंतर प्रयास और संघर्ष आवश्यक है।

Hindi Muhavare Quiz

निन्यानवे का फेर मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गांव में अनुभव नाम का एक युवक रहता था। अनुभव का सपना था कि वह एक दिन एक सफल व्यापारी बनेगा। इस दिशा में उसने कड़ी मेहनत और लगन से अपना एक छोटा व्यापार शुरू किया।

समय के साथ, अनुभव का व्यापार फलने-फूलने लगा। उसकी मेहनत रंग ला रही थी, और उसका व्यापार दिनों-दिन बढ़ता जा रहा था। आखिरकार वह दिन आया जब उसे एक बड़े अनुबंध का प्रस्ताव मिला। इस अनुबंध से अनुभव का सपना पूरा होने की कगार पर था।

लेकिन, जैसे ही अनुभव ने अनुबंध पर हस्ताक्षर करने की तैयारी की, अचानक एक अप्रत्याशित आपदा आई। एक प्राकृतिक आपदा ने उसके व्यापार को बुरी तरह प्रभावित किया, और वह बड़ा अनुबंध हाथ से निकल गया।

अनुभव का सपना अधूरा रह गया। वह समझ गया कि उसका प्रयास “निन्यानवे का फेर” बनकर रह गया। इस घटना ने उसे सिखाया कि कभी-कभी हम अपने लक्ष्यों के बहुत करीब पहुंचकर भी उन्हें हासिल नहीं कर पाते। हालांकि, अनुभव ने हार नहीं मानी और फिर से उठ खड़ा होने का संकल्प लिया, जानते हुए कि जीवन में सफलता के लिए निरंतर संघर्ष जरूरी है।

शायरी:

कोशिशों में लगा दिया, जिंदगी का हर पल,

“निन्यानवे का फेर” में, उलझा रहा ये हाल।

सपने जो देखे थे, करीब से दिखे जो ख्वाब,

हकीकत में बदलते, आया “निन्यानवे का फेर” आब।

जीवन की राह में, कई बार ये होता है,

कदम जब ठोकर खाएं, “निन्यानवे का फेर” रोता है।

हर शख्स की कहानी में, यह बात आम होती है,

“निन्यानवे का फेर” में, हर कोशिश नाकाम होती है।

फिर भी उम्मीद की लौ, दिल में जलाए रखना,

“निन्यानवे का फेर” में, फिर से संघर्ष का दामन थामना।

 

निन्यानवे का फेर शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of निन्यानवे का फेर – Ninyanve ka pher Idiom:

Introduction: Hindi idioms are famous for their unique meanings and messages. “निन्यानवे का फेर” is one such idiom that represents the situation of failing to achieve a goal despite being very close to it.

Meaning: The meaning of “निन्यानवे का फेर” is to almost succeed in a task but fail at the last moment. This idiom describes situations where a person or entrepreneur, despite being very close to their goal, fails to achieve success.

Usage: This idiom is used when someone’s effort almost succeeds but ultimately fails.

Example:

-> “Vikas worked hard to get a job, but his effort ended in ‘निन्यानवे का फेर’ due to a mistake in the final stage.”

-> “The team lost the match despite being so close to victory; it was a ‘निन्यानवे का फेर’.”

Conclusion: The idiom “निन्यानवे का फेर” teaches us that sometimes in life, we fail to achieve our goals even though we are very close to them. It reminds us that continuous effort and struggle are necessary to achieve success.

Story of ‌‌Ninyanve ka pher Idiom in English:

In a small village lived a young man named Anubhav. Anubhav dreamed of becoming a successful businessman one day. Towards this goal, he started a small business with great dedication and hard work.

Over time, Anubhav’s business began to flourish. His efforts were paying off, and his business was growing day by day. Finally, the day came when he received a proposal for a big contract. This contract was on the verge of fulfilling Anubhav’s dream.

However, just as Anubhav was about to sign the contract, an unexpected disaster struck. A natural calamity severely affected his business, and the big contract slipped through his fingers.

Anubhav’s dream remained unfulfilled. He realized that his effort had ended in “निन्यानवे का फेर” (ninety-nine turns). This incident taught him that sometimes we fail to achieve our goals even when we are very close to them. Nevertheless, Anubhav did not give up and resolved to rise again, knowing that continuous struggle is essential for success in life.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

“निन्यानवे का फेर” मुहावरे में “निन्यानवे” शब्द का क्या महत्व है?

“निन्यानवे” शब्द का प्रयोग इस मुहावरे में लगभग पूर्णता या समाप्ति के बिंदु को दर्शाने के लिए किया गया है, जहां केवल एक कदम या प्रयास से सफलता मिल सकती थी लेकिन नहीं मिल पाई।

“निन्यानवे का फेर” मुहावरे की उत्पत्ति क्या है?

इस मुहावरे की उत्पत्ति का सटीक इतिहास ज्ञात नहीं है, लेकिन यह भारतीय समाज में प्रचलित एक पारंपरिक मुहावरा है, जो लगभग सफलता प्राप्त करने के बावजूद विफलता के अनुभव को व्यक्त करता है।

क्या “निन्यानवे का फेर” मुहावरे का कोई सकारात्मक पहलू भी हो सकता है?

हालांकि यह मुहावरा मुख्य रूप से विफलता के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है, परंतु इसे सीखने और भविष्य में बेहतर प्रयास करने की प्रेरणा के रूप में भी देखा जा सकता है।

क्या इस मुहावरे का आधुनिक समाज पर कोई प्रभाव है?

आधुनिक समाज में भी, यह मुहावरा लोगों को अपने प्रयासों में निरंतरता और दृढ़ता की आवश्यकता की याद दिलाता है, साथ ही यह अंतिम क्षणों में हार न मानने की सीख देता है।

“निन्यानवे का फेर” मुहावरे का समकालीन जीवन में कैसे अनुप्रयोग किया जा सकता है?

आधुनिक जीवन में, इस मुहावरे का प्रयोग व्यक्तियों को लक्ष्य की ओर बढ़ते समय धैर्य और दृढ़ता बनाए रखने की प्रेरणा देने के लिए किया जा सकता है, और यह समझाने के लिए कि सफलता प्राप्त करने के लिए अंतिम प्रयास तक हार नहीं माननी चाहिए।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"खुदा गंजे को नाखून न दे - मुहावरे का चित्रण", "जीवन में संसाधनों का उचित उपयोग दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर आवश्यकताओं की महत्वपूर्णता पर प्रकाश", "अनुचित आवंटन की विडंबना को उजागर करती तस्वीर", "समझदारी और व्यावहारिकता की सीख देता बुद्धिमानी छवि"
Uncategorized

खुदा गंजे को नाखून न दे अर्थ, प्रयोग (Khuda ganje ko nakhun na de)

परिचय: “खुदा गंजे को नाखून न दे” एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है, जो व्यंग्यात्मक ढंग से उस स्थिति का वर्णन करता है जब किसी व्यक्ति

Read More »
"खाल ओढ़ाए सिंह की मुहावरे का चित्रण", "असली पहचान और दिखावे के बीच का अंतर", "वास्तविकता बनाम आवरण का चित्र", "सिंह की खाल में छिपा स्यार का इलस्ट्रेशन", "Budhimaan.com पर जीवन की वास्तविकता का पाठ"
Hindi Muhavare

खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय अर्थ, प्रयोग (Khal odhaye singh ki, Siyar singh nahi hoye)

परिचय: “खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जो यह बताता है कि केवल बाहरी दिखावे से किसी की

Read More »
जीवन-उतार-चढ़ाव-चित्रण, घी-चना-जीवन-मुहावरा-इमेज, जीवन-संघर्ष-और-सफलता-कला, हिंदी-मुहावरा-विवेचना, Budhimaan.com-जीवन-शैली-सुझाव
Hindi Muhavare

कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना अर्थ, प्रयोग (Kabhi ghee ghana, Kabhi mutthi bhar chana, Kabhi wo bhi manaa)

परिचय: “कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में उतार-चढ़ाव और समय की अनिश्चितता

Read More »
"खाइए मनभाता पहनिए जगभाता मुहावरे का चित्रण", "गाँव की शादी में समाज के अनुरूप वेशभूषा में युवक", "सादगीपसंद खाने और समाजिक वस्त्रों में संतुलन", "Budhimaan.com पर जीवन शैली और संस्कृति"
Hindi Muhavare

खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता अर्थ, प्रयोग (Khaiye manbhata, Pahniye jagbhata)

परिचय: “खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता” यह एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की सलाह देता है। यह मुहावरा हमें

Read More »
"करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत मुहावरे का चित्रण", "सकारात्मक कार्यों में ऊर्जा निवेश करते व्यक्ति की छवि", "Budhimaan.com पर सकारात्मक योगदान की प्रेरणा", "विवादों की बजाय कर्म पर ध्यान केंद्रित करता किसान"
Hindi Muhavare

करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत अर्थ, प्रयोग (Karni na kartoot, Ladne ko majboot)

परिचय: “करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत” एक हिंदी मुहावरा है जो उन व्यक्तियों के व्यवहार को उजागर करता है जो वास्तव में तो कुछ

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।