परिचय: ‘नस-नस फड़क उठना’ एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जो भावनात्मक उत्तेजना या गहरी चिंता को व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। इस मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है कि किसी व्यक्ति की हर एक नस में उत्तेजना या तनाव का अनुभव हो रहा है।
अर्थ: यह मुहावरा उन परिस्थितियों को दर्शाता है जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक तनाव, डर, उत्तेजना या भावनात्मक अशांति महसूस कर रहा हो। यह आंतरिक भावनाओं की तीव्रता को प्रदर्शित करता है।
प्रयोग: इस मुहावरे का उपयोग अक्सर उन स्थितियों में किया जाता है जहाँ किसी को बहुत अधिक चिंता या डर का सामना करना पड़ रहा हो। यह किसी व्यक्ति की अत्यधिक भावनात्मक प्रतिक्रिया या तीव्र उत्तेजना की स्थिति को व्यक्त कर सकता है।
उदाहरण:
-> परीक्षा के परिणाम आने पर अभय की नस-नस फड़क उठी।
-> उस डरावनी फिल्म को देख कर मेरी नस-नस फड़क उठी।
निष्कर्ष: ‘नस-नस फड़क उठना’ मुहावरा हमारी भावनाओं की तीव्रता को बहुत ही सटीक और प्रभावी ढंग से व्यक्त करता है। यह न केवल हमारी गहरी चिंताओं और डर को व्यक्त करता है, बल्कि भावनात्मक उत्तेजना या तनाव की स्थिति को भी दर्शाता है। इस प्रकार, यह मुहावरा हिंदी भाषा के समृद्ध व्याकरण और अभिव्यक्ति की शक्ति को प्रदर्शित करता है।
नस-नस फड़क उठना मुहावरा पर कहानी:
एक छोटे से गांव में अनुज नाम का एक युवक रहता था। वह अपने साहस और बहादुरी के लिए प्रसिद्ध था। एक दिन, गांव में खबर फैली कि जंगल के रास्ते में एक खतरनाक भूत देखा गया है। यह सुनकर गांववाले डर से कांप उठे।
अनुज ने तय किया कि वह इस भूत की सच्चाई का पता लगाएगा। रात का समय था, और चांदनी छिटकी हुई थी। अनुज जंगल की ओर बढ़ा। जैसे-जैसे वह जंगल के उस हिस्से के करीब पहुंचा जहां भूत को देखा गया था, उसकी नस-नस फड़क उठी। उसका हृदय तेजी से धड़क रहा था, और उसे लगा कि हर एक नस में डर की एक लहर दौड़ रही है।
अचानक, एक विशालकाय परछाई उसके सामने प्रकट हुई। अनुज ने अपने आप को संभाला और साहस के साथ उस परछाई की ओर बढ़ा। जैसे ही वह करीब पहुंचा, उसे एहसास हुआ कि वह कोई भूत नहीं, बल्कि एक बड़ा पेड़ था जिसकी छाया चंद्रमा की रोशनी में भयानक लग रही थी।
अनुज ने राहत की सांस ली और मुस्कुराया। उसने गांव वापस जाकर सभी को बताया कि कोई भूत नहीं है, बस एक भ्रांति थी। गांववाले खुश हुए और अनुज की बहादुरी की सराहना की।
इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि कभी-कभी हमारी अंदरूनी चिंताएं और डर हमें नस-नस फड़कने पर मजबूर कर देते हैं, लेकिन साहस और धैर्य से हम हर चुनौती का सामना कर सकते हैं।
शायरी:
जब से तेरी यादों का कारवां गुजरा है,
मेरी हर नस-नस में तूफान उठा है।
तेरी यादें बन गई हैं शाम की तन्हाई,
हर लम्हा मुझमें एक दर्द नया जगा है।
चाहत की राह में हर कदम ठोकर खाई,
फिर भी तेरी याद में नस-नस फड़क उठा है।
इश्क में ये कैसी आंधी, कैसी बरसात है,
तेरे बिना हर पल, हर घड़ी में हाहाकार मचा है।
अब तो हर रात मेरी, ख्वाबों का मेला है,
तेरी यादों की गलियों में मेरा दिल बसा है।
हर धड़कन में तेरी यादों का संगीत बजता है,
नस-नस में तेरा इश्क, मेरी रूह तक रचा है।
आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।
Hindi to English Translation of नस-नस फड़क उठना – Nas-Nas fadak uthna Idiom:
Introduction: ‘नस-नस फड़क उठना’ (Every nerve twitching) is a popular Hindi idiom used to express emotional excitement or deep anxiety. The literal meaning of this idiom is that every single nerve of a person is experiencing excitement or stress.
Meaning: This idiom illustrates situations where a person is feeling extreme stress, fear, excitement, or emotional turmoil. It represents the intensity of inner emotions.
Usage: This idiom is often used in situations where someone is facing a lot of anxiety or fear. It can express a person’s extreme emotional reaction or state of intense excitement.
Example:
-> Abhay’s every nerve twitched when the exam results were announced.
-> Watching that scary movie made every nerve in my body twitch.
Conclusion: The idiom ‘नस-नस फड़क उठना’ (Every nerve twitching) very accurately and effectively expresses the intensity of our emotions. It not only expresses our deep worries and fears but also shows the state of emotional excitement or stress. Thus, this idiom demonstrates the power of Hindi language’s rich grammar and expression.
Story of Nas-Nas fadak uthna Idiom in English:
In a small village, there lived a young man named Anuj. He was famous for his courage and bravery. One day, a rumor spread throughout the village that a dangerous ghost had been spotted on the jungle path. Hearing this, the villagers were terrified.
Anuj decided to find out the truth about this ghost. It was night, and the moonlight was scattered around. Anuj headed towards the jungle. As he approached the part of the jungle where the ghost had been seen, every nerve in his body started twitching. His heart was beating rapidly, and he felt as if waves of fear were coursing through every nerve.
Suddenly, a gigantic shadow appeared before him. Anuj composed himself and courageously moved towards the shadow. As he got closer, he realized that it wasn’t a ghost but a large tree whose shadow looked frightening in the moonlight.
Anuj sighed in relief and smiled. He went back to the village and told everyone that there was no ghost, just a misconception. The villagers were happy and praised Anuj’s bravery.
This story teaches us that sometimes our internal worries and fears can make us extremely anxious, but with courage and patience, we can face every challenge.
I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly
FAQs:
क्या “नस-नस फड़क उठना” एक स्वास्थ्य सम्बंधित मुहावरा है?
नहीं, “नस-नस फड़क उठना” एक अभिव्यक्ति सम्बंधित मुहावरा है, जो मानसिक स्थिति को व्यक्त करता है।
क्या “नस-नस फड़क उठना” मुहावरे का कोई विलोम शब्द है?
विशेष रूप से इस मुहावरे का कोई विलोम शब्द नहीं है, परंतु इसके भावनात्मक विपरीत के रूप में “शांत रहना” या “संयमित रहना” का प्रयोग किया जा सकता है।
“नस-नस फड़क उठना” मुहावरे का संबंध किस भाव से है?
यह मुहावरा मुख्य रूप से क्रोध या उत्तेजना के भाव से संबंधित है।
“नस-नस फड़क उठना” मुहावरे की उत्पत्ति क्या है?
इस मुहावरे की उत्पत्ति के बारे में सटीक जानकारी नहीं है, लेकिन यह भारतीय समाज में प्रचलित लोकोक्तियों और मुहावरों के संग्रह से आया है जो भावनाओं और स्थितियों को व्यक्त करने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
“नस-नस फड़क उठना” मुहावरे का अंग्रेजी में क्या अनुवाद होगा?
इस मुहावरे का अंग्रेजी में सीधा अनुवाद “Every vein throbbing” हो सकता है, जो क्रोध या उत्तेजना के भाव को व्यक्त करता है।
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