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नाम डुबोना मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Naam dubona)

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अर्थ: “नाम डुबोना” मुहावरे का अर्थ है किसी की प्रतिष्ठा या इज्जत को नुकसान पहुँचना। यानि, जब किसी की इज्जत या प्रतिष्ठा में गिरावट आए, तो हम कहते हैं कि उसका नाम डूब गया है।

उदाहरण:

-> “राजू ने चोरी की और पूरे गाँव में उसका नाम डूब गया।”

->”वह कम्पनी ने ग्राहकों से धोखा किया, इस से उसका नाम पूरी बाजार में डूब गया।”

वाक्य में प्रयोग: जब कोई व्यक्ति या संगठन अपनी क्रियावलियों के कारण अपनी प्रतिष्ठा खो देता है, तो “नाम डुबोना” जैसा मुहावरा प्रयुक्त होता है।

विशेष टिप्पणी:

प्रतिष्ठा या इज्जत हर व्यक्ति या संगठन के लिए महत्वपूर्ण होती है। परंतु कभी-कभी गलत निर्णय या कार्य वली से यह प्रतिष्ठा खो दी जाती है। ऐसे में, समाज में उस व्यक्ति या संगठन का नाम डूब जाता है।

“नाम डुबोना” इस बात को दर्शाता है कि कितनी भी बड़ी प्रतिष्ठा हो, गलत कार्य से वह एक पल में खो सकती है। इसलिए, हमें सदैव सही मार्ग पर चलने और अपनी इज्जत की रक्षा करने का प्रयास करना चाहिए।

आशा है कि आपको “नाम डुबोना” मुहावरे का अर्थ और प्रयोग समझ में आ गया होगा। अगले समय आप इस मुहावरे का प्रयोग जरूर कीजियेगा। धन्यवाद!

नाम डुबोना मुहावरा पर कहानी:

राजू गाँव का सबसे प्रतिष्ठित व्यक्ति था। लोग उसे उसकी ईमानदारी और सच्चाई के लिए जानते थे। उसका नाम इतना ऊँचा था कि गाँववाले अपने बच्चों को भी उसकी कहानियाँ सुनाते थे।

लेकिन एक दिन, गाँव में भारी संख्या में चावल गायब हो गए। लोग चिंतित हो गए और सभी अपने-अपने घर में चावल की गिनती शुरू की। जब चावलों की चोरी का मामला सभी के सामने आया, तो सभी ने तय किया कि वे चोर को ढूंढेंगे।

कुछ दिनों बाद, एक गाँववाले ने राजू के घर में गायब हुए चावल का बोरा पाया। यह समाचार गाँव में तेजी से फैल गया। राजू, जिसे लोग उसकी ईमानदारी के लिए जानते थे, अब उसी की चोरी के लिए प्रमुख संदेहास्पद बन गया।

जब राजू को इस चोरी के बारे में पता चला, वह चौंक गया। वह निरंतर अपनी मासूमियत की बात कर रहा था, लेकिन लोगों ने उस पर यकीन नहीं किया। उसकी पहले की प्रतिष्ठा अब उसके लिए बड़ी समस्या बन गई थी। उसका नाम पूरे गाँव में डूब गया।

कुछ ही दिनों में, सच्चाई सामने आ गई। राजू के पड़ोसी ने चावल चुराए थे और उसे डर लग रहा था कि उसे पकड़ लिया जाएगा, इसलिए उसने चावल का बोरा राजू के घर में छुपा दिया था।

राजू की मासूमियत साबित हो गई, लेकिन उसकी प्रतिष्ठा पहले जैसी नहीं रही। उसका नाम डूब चुका था और उसे अब फिर से लोगों का यकीन पाने में समय लगा।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि प्रतिष्ठा बनाने में सालों लगते हैं, लेकिन उसे खोने में सिर्फ एक पल का समय लगता है।

शायरी:

जिसे आँधियाँ रोक न सकी, वो कश्ती नाम डूबा जाए,

हर ख्वाब अब उसका, ख़ामोशी से समा जाए।

दिल की गहराइयों में छुपी, वह धड़कन क्यों थम जाए,

नाम जब डूबा, तो जीवन में, हर रंग भी फीका पड़ जाए।

 

नाम डुबोना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of नाम डुबोना – Naam dubona Idiom:

Meaning: The idiom “Naam dubona” signifies the tarnishing or damaging of someone’s reputation or honor. In other words, when someone’s honor or prestige is diminished, it is said that their name has been drowned.

Usage: When an individual or organization loses its reputation due to its actions, the idiom “Naam dubona” is employed.

Examples:

-> “Raju committed theft and his name got tarnished throughout the village.”

-> “The company deceived its customers, causing its name to be tarnished in the entire market.”

Special Note:

Reputation or honor is essential for every individual or organization. However, sometimes, due to wrong decisions or actions, this reputation can be lost. In such cases, the individual or organization’s name gets “drowned” in society.

The idiom “Naam dubona” illustrates that no matter how significant the prestige, a single wrong action can lead to its loss in a moment. Therefore, we should always strive to tread the right path and safeguard our honor.

Hopefully, you now understand the meaning and usage of the idiom “Naam dubona”. Next time, do consider using this idiom. Thank you!

Story of ‌‌Naam dubona Idiom in English:

Raju was the most esteemed individual in the village. People knew him for his honesty and truthfulness. His reputation was so high that villagers would narrate his stories to their children.

However, one day, a substantial amount of rice went missing in the village. The residents became concerned, and everyone began checking the rice in their homes. When the matter of the rice theft came to light, everyone decided to search for the thief.

A few days later, a villager found the sack of the missing rice in Raju’s house. This news spread rapidly throughout the village, leaving everyone in shock. Raju, who was known for his honesty, now became the prime suspect of the theft.

When Raju learned of the theft accusation, he was taken aback. He continuously asserted his innocence, but people did not believe him. His once-pristine reputation became a significant issue for him. His name was tarnished throughout the village.

In just a few days, the truth came out. It was Raju’s neighbor who had stolen the rice. Fearing that he would be caught, the neighbor hid the sack of rice in Raju’s house.

Raju’s innocence was proven, but his reputation was not the same anymore. His name had been tarnished, and it took him time to regain the trust of the people.

This story teaches us that it takes years to build a reputation, but only a moment to lose it.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

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