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मुहं में खून लगना, अर्थ, प्रयोग(Muh me khoon lagna)

शीर्षक: “मुहं में खून लगना” – एक हिंदी मुहावरे का अध्ययन

परिचय: हिंदी भाषा में कई मुहावरे हैं जो हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को व्यक्त करते हैं। “मुहं में खून लगना” भी उन्हीं मुहावरों में से एक है।

अर्थ: “मुहं में खून लगना” का सीधा अर्थ है किसी चीज़ में बहुत ज्यादा रुचि या चाव हो जाना या लत लग जाना।

प्रयोग और विस्तार:

जब किसी व्यक्ति को किसी विषय में अधिक रुचि होती है या वह किसी चीज़ में पूरी तरह से लीन हो जाता है, तो इसे व्यक्त करने के लिए हम कहते हैं कि उसके ‘मुहं में खून लग गया है।’

इस मुहावरे का संबंध लत या आदत से भी किया जा सकता है। 

-> अनुभव को शराब की लत लग गयी है, अब वह बिना शराब के नहीं रह पाता। उसके मुँह में मनो खून लग गया हो।

निष्कर्ष: “मुहं में खून लगना” मुहावरा जब किसी को किसी चीज़ में बहुत ज्यादा रुचि हो, विशेष रूप से जब वह चीज़ उसकी एक आदत बन जाए, तो व्यक्त करने के लिए उपयुक्त है। हालांकि, हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि अधिकता में किसी भी चीज की आदत या लत हानिकारक हो सकती है। इसलिए, हमें अपने आदतों और रुचियों को संतुलित रखना चाहिए।

FAQs:

क्या मुहं में खून लगना एक वास्तविक घटना को दर्शाता है?

नहीं, यह एक मुहावरा है और वास्तविक रूप से खून लगने का अर्थ नहीं होता है।

मुहं में खून लगना का क्या अंतर है “खून खौलना” से?

“खून खौलना” का अर्थ होता है अत्यधिक उत्साहित या गुस्से में होना, जबकि “मुहं में खून लगना” अत्यधिक चिंतित या तनावपूर्ण होना है।

क्या मुहं में खून लगना केवल शारीरिक अवस्था को दर्शाता है?

नहीं, यह मानसिक या भावनात्मक अवस्था को भी दर्शाता है।

क्या मुहं में खून लगना केवल व्यक्तिगत स्तर पर होता है?

नहीं, यह सामाजिक, आर्थिक, या राजनीतिक स्तर पर भी हो सकता है।

क्या मुहं में खून लगने का कोई इतिहास है?

नहीं, यह एक सामान्य मुहावरा है और इसका कोई विशेष इतिहास नहीं है।

मुहावरे की कहानी: “मुहं में खून लगना”

प्रथम एक छोटे गाँव में रहते थे। वह बहुत ही शौकीन थे क्रिकेट खेलने का। बचपन से ही उसके मित्र उसे कहते थे, “रामु, तुझे तो क्रिकेट में खून लग गया है!”

वक्त बीता और प्रथम की इसी शौक की वजह से उसका चयन गाँव की क्रिकेट टीम में हो गया। उसकी प्रतिदिन की प्रैक्टिस, उसका समर्पण और उसकी लगन उसे गाँव के सबसे अच्छे खिलाड़ी में बदल दिया।

लेकिन जैसा-जैसा समय बीता, प्रथम का ध्यान सिर्फ क्रिकेट से नहीं, बल्कि क्रिकेट से मिलने वाली प्रशंसा और धन तक पहुँच गया। उसने अच्छे-अच्छे खिलाड़ी से जुआ खेलना शुरू कर दिया। जुए में उसकी इतनी रुचि बढ़ गई कि लोग कहने लगे, “रामु के मुहं में तो जुए का खून लग गया है।”

जुए की इस आदत की वजह से प्रथम ने अपना सब कुछ खो दिया – उसकी टीम, उसकी सम्मान, और उसके मित्र। जब उसे समझ में आया कि वह कहाँ गलत हो गया, तो उसने जुए की आदत को छोड़ दिया और अपने जीवन को सही दिशा देने की ठानी।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि “मुहं में खून लगना” अगर किसी अच्छी चीज के लिए हो, तो वह हमें सफलता दिला सकता है, लेकिन अगर वह किसी बुरी आदत के लिए हो, तो वह हमें नुकसान पहुँचा सकता है।

Shayari:

मुहं में खून जब लग जाये बे-क़रारी से,

ज़िंदगी की राह में बदल जाएं सारी तस्वीरें।

हर खुशी बन जाये जैसे बे-मानी की तरह,

मोहब्बत में जब दिल धड़के बेहिसाबी से।

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।


Hindi to English Translation of मुहं में खून लगना – Muh me khoon lagna
Idiom:

Introduction: There are many idioms in the Hindi language that depict various aspects of our lives. “मुहं में खून लगना” (Taste for Blood) is one such idiom.

Meaning: The direct translation of “मुहं में खून लगना” is developing an intense interest or inclination towards something or becoming addicted to it.

Usage and Elaboration:

When an individual develops a strong interest in a topic or becomes completely engrossed in something, it is expressed by saying that they have developed a ‘taste for blood’ in it.

This idiom can also relate to addiction or habituation.

-> Anubhav has become addicted to alcohol; now, he cannot live without it. It’s as if he has developed a ‘taste for blood’ in it.

Conclusion: The idiom “Taste for Blood” is apt to express when someone has a deep interest in something, especially when that interest turns into a habit. However, it’s essential to remember that becoming overly attached or addicted to anything can be harmful. Therefore, we must maintain a balance in our habits and interests.

Story of the Idiom: “Taste for Blood”

Pratham lived in a small village. He was very fond of playing cricket. From a young age, his friends would tell him, “Ramu, you’ve developed a ‘taste for blood’ for cricket!”

Time passed, and due to his passion for the game, Pratham was selected for the village cricket team. His daily practice, commitment, and dedication transformed him into one of the best players in the village.

However, as time went on, Pratham’s focus shifted from just the love of cricket to the fame and wealth it brought. He began gambling with renowned players. His interest in gambling grew to such an extent that people started saying, “Ramu has developed a ‘taste for blood’ for gambling.”

This addiction to gambling cost Pratham everything – his team, his respect, and his friends. When he realized where he had gone wrong, he decided to quit gambling and set his life back on the right path.

From this story, we learn that having a “taste for blood” for something good can lead to success, but if it’s for a bad habit, it can lead to one’s downfall.

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

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यह मुहावरा मानव शरीर के अंगों पर आधारित मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

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