Budhimaan

Home » Hindi Muhavare » मुँह काला करना मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Muh kala karna)

मुँह काला करना मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Muh kala karna)

हिंदी मुहावरा चित्र, मुँह काला करना ग्राफिक, भारतीय संस्कृति में शरमसार होने का प्रतीक।

अर्थ: “मुँह काला करना” यह मुहावरा तब इस्तेमाल होता है जब किसी का बिना वजह अपमान किया जाए। इस मुहावरे का अर्थ है किसी की बेज्जत करना या उसे शरमसार करना।

प्रयोग: जब किसी को उसकी गलती के चलते बेइज्जती हो, या जब कोई अपनी गलती को मानता है और उससे शरम महसूस होती है, तो ‘मुँह काला करना’ मुहावरे का प्रयोग होता है।

उदाहरण: राम ने सभा में अपनी गलती को स्वीकारते हुए कहा, “मैंने अपना मुँह काला कर लिया है।”

विशेष टिप्पणी: इस मुहावरे का प्रयोग व्यक्ति की बेइज्जती या उसकी गलती को दर्शाने के लिए होता है, जिससे वह शरमसार होता है। यह मुहावरा हमें यह भी सिखाता है कि हमें अपनी गलतियों से सीखना चाहिए और उन्हें दोहराने से बचना चाहिए।

मुँह काला करना मुहावरा पर कहानी:

मोहन गाँव का सबसे बड़ा व्यापारी था। उसकी दुकानें गाँव के हर कोने में थीं और लोग उसे बहुत सम्मान देते थे। एक दिन, गाँव में मेला लगा और मोहन ने सोचा कि वह अपने व्यापार को और बढ़ाने के लिए मेले में एक बड़ा स्टॉल लगाएगा।

मोहन ने अपने स्टॉल पर बहुत सारी चीजें रखी और उम्मीद की कि लोग उससे बहुत सारी खरीददारी करेंगे। लेकिन उसने एक बड़ी गलती की। उसने अपने स्टॉल के सामने एक बड़ा पोस्टर लगाया जिस पर था, “सबसे सस्ती दाम में सामान!” लेकिन जब लोग उसके स्टॉल पर गए तो उन्होंने देखा कि वहाँ के मूल्य बाकी स्टॉल्स से ज्यादा थे।

लोग मोहन पर गुस्सा हुए और उसे धोखेबाज़ कहकर चले गए। मोहन को समझ में आया कि उसने अपना ‘मुँह काला’ कर लिया है। उसने अपनी गलती मानी और लोगों से माफी मांगी। वह समझ गया कि सिर्फ व्यापार बढ़ाने के लिए गलत जानकारी देना सही नहीं है।

शायरी:

जब गलती से भूल हो जाए अपनी,

मुँह काला हो, दिल भर आए शरम से।

फिर भी जीवन में आगे बढ़ना है,

गलतियों से सीख, नया सवेरा पाना है।

 

मुँह काला करना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of मुँह काला करना – Muh kala karna Idiom:

Meaning: The literal translation of “Muh kala karna” is “to blacken one’s face”, but its idiomatic meaning is to disgrace someone or to make someone feel ashamed.

Usage: This idiom is used when someone feels humiliated due to their mistake, or when someone acknowledges their error and feels embarrassed about it.

Example:

In a meeting, Ram admitted his mistake and said, “I have disgraced myself (literal translation: Muh kala karna).”

This idiom is employed to highlight a person’s humiliation or their error, making them feel remorseful. It also teaches us that we should learn from our mistakes and avoid repeating them.

Story of Muh kala karna idiom in English:

Mohan was the biggest trader in the village. He had shops in every corner of the village, and people respected him a lot. One day, a fair was organized in the village, and Mohan thought of setting up a large stall in the fair to expand his business.

Mohan displayed many items on his stall, hoping that people would buy a lot from him. But he made a big mistake. He put up a large poster in front of his stall that read, “Goods at the Cheapest Price!” However, when people visited his stall, they found that the prices were higher than the other stalls.

People got angry at Mohan and left, calling him a cheat. Mohan realized that he had “tarnished his reputation” (literal translation: “blackened his face”). He admitted his mistake and apologized to the people. He understood that giving false information just to boost business is not right.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

1 टिप्पणी

  1. पिंगबैक: List of Hindi Muhavare - Budhimaan

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"टुकड़ा खाए दिल बहलाए कहावत का प्रतीकात्मक चित्र", "कपड़े फाटे घर को आए कहावत की व्याख्या वाला चित्र", "आर्थिक संघर्ष दर्शाती Budhimaan.com की छवि", "भारतीय ग्रामीण जीवन का यथार्थ चित्रण"
Kahavaten

टुकड़ा खाए दिल बहलाए, कपड़े फाटे घर को आए, अर्थ, प्रयोग(Tukda khaye dil bahlaye, Kapde fate ghar ko aaye)

“टुकड़ा खाए दिल बहलाए, कपड़े फाटे घर को आए” यह हिंदी कहावत कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करने के संघर्ष को दर्शाती है। इस कहावत

Read More »
"टका सर्वत्र पूज्यन्ते कहावत का चित्रण", "धन और सामाजिक सम्मान का प्रतीकात्मक चित्र", "भारतीय समाज में धन का चित्रण", "हिंदी कहावतों का विश्लेषण - Budhimaan.com"
Kahavaten

टका सर्वत्र पूज्यन्ते, बिन टका टकटकायते, अर्थ, प्रयोग(Taka sarvatra pujyate, Bin taka taktakayte)

परिचय: हिंदी की यह कहावत “टका सर्वत्र पूज्यन्ते, बिन टका टकटकायते” धन के महत्व और समाज में इसके प्रभाव पर जोर देती है। यह कहावत

Read More »
"टेर-टेर के रोवे कहावत का प्रतीकात्मक चित्र", "Budhimaan.com पर व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान", "सामाजिक प्रतिष्ठा की रक्षा करती कहावत का चित्र", "हिंदी प्रवचनों की व्याख्या वाला चित्र"
Kahavaten

टेर-टेर के रोवे, अपनी लाज खोवे, अर्थ, प्रयोग(Ter-ter ke rove, Apni laj khove)

“टेर-टेर के रोवे, अपनी लाज खोवे” यह हिंदी कहावत व्यक्तिगत समस्याओं को बार-बार और सबके सामने व्यक्त करने के परिणामों को दर्शाती है। इस कहावत

Read More »
"ठग मारे अनजान कहावत का प्रतीकात्मक चित्र", "Budhimaan.com पर बनिया मारे जान कहावत का विश्लेषण", "धोखाधड़ी के विभिन्न रूप दर्शाती कहावत का चित्र", "हिंदी प्रवचनों की गहराई का चित्रण"
Kahavaten

ठग मारे अनजान, बनिया मारे जान, अर्थ, प्रयोग(Thag mare anjaan, Baniya maare jaan)

“ठग मारे अनजान, बनिया मारे जान” यह हिंदी कहावत विभिन्न प्रकार के छल-कपट की प्रकृति को दर्शाती है। इस कहावत के माध्यम से, हम यह

Read More »
"टका हो जिसके हाथ में कहावत का चित्रण", "समाज में धन की भूमिका का चित्र", "भारतीय कहावतों का चित्रात्मक प्रतिनिधित्व", "Budhimaan.com पर हिंदी कहावतों का विश्लेषण"
Kahavaten

टका हो जिसके हाथ में, वह है बड़ा जात में, अर्थ, प्रयोग(Taka ho jiske haath mein, Wah hai bada jaat mein)

“टका हो जिसके हाथ में, वह है बड़ा जात में” यह हिंदी कहावत समाज में धन के प्रभाव और उसकी महत्वपूर्णता पर प्रकाश डालती है।

Read More »
"टट्टू को कोड़ा और ताजी को इशारा कहावत का चित्रण", "बुद्धिमत्ता और मूर्खता पर आधारित हिंदी कहावत का चित्र", "Budhimaan.com पर हिंदी कहावतों की व्याख्या", "जीवन शैली और सीख का प्रतिनिधित्व करता चित्र"
Kahavaten

टट्टू को कोड़ा और ताजी को इशारा, अर्थ, प्रयोग(Tattoo ko koda aur tazi ko ishara)

“टट्टू को कोड़ा और ताजी को इशारा” यह हिंदी कहावत बुद्धिमत्ता और मूर्खता के बीच के व्यवहारिक अंतर को स्पष्ट करती है। इस कहावत के

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।