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मिट्टी पलीद करना, अर्थ, प्रयोग(Mitti palid karna)

परिचय: हिंदी में कई मुहावरे हैं जो हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाने में सहायक होते हैं। “मिट्टी पलीद करना” भी इन्हीं मुहावरों में से एक है। आइए, इसके अर्थ और प्रयोग को विस्तार से जानते हैं।

अर्थ: “मिट्टी पलीद करना” का अर्थ है – किसी को अपमानित करना, किसी का जीवन दुखदायी बना देना, किसी चीज़ या स्थिति को बिगाड़ देना, या किसी के जीवन को कठिन बना देना।

उदाहरण:

-> अभय ने अपने सहयोगी को बीच में ही छोड़ दिया, और उसने उसकी मिट्टी पलीद कर दी।

-> जब से वह नई नौकरी में गया है, उसके प्रमुख ने उसकी मिट्टी पलीद कर दी।

-> पूजा का विश्वास तोड़कर, विशाल ने उसकी जिंदगी की मिट्टी पलीद कर दी।

महत्व: यह मुहावरा हमें यह बताता है कि जीवन में कितनी भी बुरी परिस्थितियां हो, किसी की जिंदगी की मिट्टी पलीद करना सही नहीं है। हर कोई अपने जीवन में संघर्ष कर रहा है, इसलिए हमें चाहिए कि हम दूसरों की इज्जत करें और उन्हें समर्थन प्रदान करें।

निष्कर्ष: “मिट्टी पलीद करना” यह मुहावरा हमें उस समय की याद दिलाता है जब हम किसी की सहायता कर सकते हैं या उन्हें समर्थन दे सकते हैं, लेकिन हम चुनते हैं कि उन्हें और अधिक कठिनाई में डाल दें। हमें हमेशा यह समझना चाहिए कि हमारी छोटी-छोटी क्रियाएँ भी किसी के जीवन पर बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं।

Hindi Muhavare Quiz

एक कहानी: मिट्टी पलीद करना

सुरेंद्र और विनीत दो दोस्त थे जो एक ही गाँव में रहते थे। सुरेंद्र बहुत मेहनती और समझदार था, जबकि विनीत हमेशा सुरेंद्र की प्रगति को देखकर जलता था।

सुरेंद्र एक दिन गाँव में एक नई दुकान खोली। वह बहुत ही प्रसन्न था और उम्मीद करता था कि उसका व्यापार अच्छा चलेगा। परंतु विनीत के लिए यह एक और मौका था सुरेंद्र की मिट्टी पलीद करने का।

सुरेंद्र ने विनीत की दुकान के सामने फैले अफवाहों के माध्यम से लोगों को बताया कि सुरेंद्र बेकार और खराब सामान बेचता है। वह लोगों के सामने सुरेंद्र की बुराई करता और उसे अपमानित करता।

सुरेंद्र की दुकान की चर्चा गाँव में हो रही थी, लेकिन अब वह चर्चा विनीत की फैलाई गई अफवाहों के कारण बदल गई थी। सुरेंद्र की जिंदगी मुश्किल में चली गई। उसका व्यापार अब नकारात्मक प्रतिक्रियाओं से भरा हुआ था।

एक दिन, सुरेंद्र को सच्चाई का पता चला। उसने समझा कि विनीत उसकी जिंदगी में बाधा डाल रहा है। लेकिन उसने विनीत से प्रतिशोध लेने का निर्णय नहीं लिया। वह चाहता था कि वह अपने काम और ईमानदारी से लोगों को दिखा सके कि वह कितना अच्छा है।

धीरे-धीरे, सुरेंद्र की मेहनत और सच्चाई लोगों को दिखाई देने लगी। लोग उसकी दुकान में वापस आने लगे और विनीत की फैलाई गई अफवाहों को नकारते हुए उसकी तारीफ़ करने लगे।

शायरी – Shayari

मिट्टी पलीद करने वालों की बातों से,
हमने अपना जीवन नहीं बाँधा है।
फूलों का अर्थ सिर्फ खिलना नहीं,
हर तूफान से उलझकर भी जीना है।

जिंदगी में बहुत से राज़ छुपे होते हैं,
कुछ खुदा के पास, कुछ ज़ख्मों के आगे।
जो लोग समझते हैं वो हमें तोड़ देंगे,
उन्हें ये नहीं पता, हर अधूरी कविता का भी एक पहेलू होता है।

 

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।


Hindi to English Translation of मिट्टी पलीद करना – Mitti palid karna
Idiom:

Introduction: In Hindi, there are many idioms that help illustrate various aspects of our lives. “मिट्टी पलीद करना” (mitti palid karna) is one such idiom. Let’s delve deeper into its meaning and usage.

Meaning: The phrase “मिट्टी पलीद करना” translates to – humiliating someone, making someone’s life miserable, spoiling something or a situation, or making someone’s life difficult.

Usage:

-> Abhay abandoned his colleague midway, thereby “spoiling his game”. 

-> Ever since he joined the new job, his boss has “made his life difficult”. 

-> By breaking Pooja’s trust, Vishal “ruined her life”.

Significance: This idiom reminds us that no matter how tough situations might be in life, it’s not right to make someone’s journey more difficult. Everyone is battling their own challenges in life, so it’s essential to respect others and offer them support.

Conclusion: The idiom “मिट्टी पलीद करना” evokes memories of times when we could assist or support someone, but instead, we choose to put them in further difficulty. We should always recognize that even our smallest actions can have a significant impact on someone’s life.

Story of ‌‌मिट्टी पलीद करना – Mitti palid karna Idiom:

Surendra and Vineet were two friends who lived in the same village. Surendra was very hardworking and intelligent, while Vineet was always jealous of Surendra’s progress.

One day, Surendra opened a new shop in the village. He was very happy and hoped that his business would do well. But for Vineet, this was another opportunity to tarnish Surendra’s reputation.

Vineet spread rumors in front of Surendra’s shop, telling people that Surendra sold useless and inferior goods. He bad-mouthed Surendra in front of others and tried to humiliate him.

Word about Surendra’s shop was spreading in the village, but now the talk had changed due to the rumors Vineet had spread. Surendra’s life took a turn for the worse. His business was now filled with negative reactions.

One day, Surendra discovered the truth. He realized that Vineet was creating obstacles in his life. However, he decided not to take revenge on Vineet. He wanted to prove to people through his work and honesty how good he was.

Gradually, Surendra’s hard work and truthfulness began to show. People started returning to his shop, dismissing the rumors spread by Vineet and praising him instead.

Conclusion: In life, we often encounter people who try to tarnish our reputation. But we should face these situations with our hard work and honesty. Goodness always prevails over evil.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या “मिट्टी पलीद करना” का कोई पर्यायवाची शब्द है?

हाँ, “इज्जत मिटाना” या “नाक कटाना” इसके पर्यायवाची शब्द हो सकते हैं।

“मिट्टी पलीद करना” मुहावरे की उत्पत्ति कैसे हुई?

इस मुहावरे की उत्पत्ति का सटीक इतिहास ज्ञात नहीं है, परंतु यह प्राचीन समय से हिंदी भाषा में प्रचलित है, जहां मिट्टी को अपवित्रता या असम्मान का प्रतीक माना जाता था।

मिट्टी पलीद करना मुहावरे का इंग्लिश में अनुवाद क्या होगा?

इसका इंग्लिश में अनुवाद “to bring shame upon” या “to tarnish someone’s reputation” हो सकता है।

क्या “मिट्टी पलीद करना” का कोई विलोम (विपरीत अर्थ) मुहावरा है?

“नाम रोशन करना” इसका विलोम मुहावरा हो सकता है, जिसका अर्थ होता है किसी का सम्मान या प्रतिष्ठा बढ़ाना।

“मिट्टी पलीद करना” मुहावरे का समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है?

इस मुहावरे का प्रयोग करने से समाज में व्यक्तियों के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता बढ़ती है, तथा यह व्यक्तियों को अपने कर्मों के प्रति सावधान रहने की प्रेरणा देता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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