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मखमल में टाट का पैबंद अर्थ, प्रयोग (Makhmal mein taat ka paiband)

परिचय: “मखमल में टाट का पैबंद” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जो अक्सर उस स्थिति का वर्णन करने के लिए प्रयोग किया जाता है जब कुछ अच्छे या सुंदर में एक भद्दा या अनुचित हिस्सा जुड़ जाता है। यह मुहावरा विषमता और असंगति की भावना को दर्शाता है।

अर्थ: इस मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है कि किसी मूल्यवान या सुंदर वस्तु में एक सस्ता या अनुपयुक्त तत्व जोड़ दिया गया है। लाक्षणिक रूप से, यह उस स्थिति को दर्शाता है जहाँ किसी उत्कृष्ट या सुंदर चीज़ में कुछ भद्दा या अयोग्य जोड़ा जाता है, जो समग्र रूप से उसे नकारात्मक बना देता है।

प्रयोग: यह मुहावरा आमतौर पर तब प्रयोग किया जाता है जब कोई उच्च गुणवत्ता या सौंदर्य की वस्तु अनुचित या निम्न स्तर की चीज़ से प्रभावित होती है।

उदाहरण:

-> उस खूबसूरत महल में वह बिना पेंट की दीवार “मखमल में टाट का पैबंद” लग रही थी।

-> राजा के दरबार में सभी योग्य मंत्री थे, लेकिन वह एक अयोग्य मंत्री “मखमल में टाट का पैबंद” था।

निष्कर्ष: “मखमल में टाट का पैबंद” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि कैसे एक अवांछित या अनुचित तत्व पूरे समूह या स्थिति की सुंदरता और महत्व को कम कर सकता है। यह मुहावरा हमें संतुलन और सामंजस्य की महत्ता का भी बोध कराता है। इस प्रकार, यह न केवल भाषा की शोभा बढ़ाता है बल्कि गुणवत्ता और सामंजस्य के महत्वपूर्ण पाठ भी सिखाता है।

मखमल में टाट का पैबंद मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक सुंदर राज्य में एक राजकुमारी रहती थी, जिसका नाम अनन्या था। राजकुमारी अनन्या को बहुत ही सुंदर पोशाकें पहनने का शौक था। उसके पास रेशम और मखमल की पोशाकें थीं, जिन्हें देख कर सभी उसकी प्रशंसा करते थे।

एक दिन, राज्य में एक बड़ा उत्सव होने वाला था। अनन्या ने उस अवसर के लिए एक खास पोशाक बनवाई। वह पोशाक मखमल से बनी थी और उस पर सोने की कढ़ाई थी। लेकिन, जब पोशाक तैयार हुई तो उसमें एक छोटी सी खामी नजर आई। उसमें एक जगह पर मखमल के बजाय टाट का एक टुकड़ा लगा दिया गया था।

जब अनन्या ने पोशाक पहनी, तो सभी की नजरें उसी टाट के टुकड़े पर गईं। पूरी पोशाक बहुत सुंदर थी, लेकिन वह टाट का पैबंद सबका ध्यान खींच रहा था। उस एक छोटी सी खामी ने पूरी पोशाक की शोभा को कम कर दिया था। अनन्या ने महसूस किया कि उस पोशाक को पहनने से उसके रूप की सुंदरता भी कम हो गई थी।

निष्कर्ष:

इस कहानी से हमें सिखने को मिलता है कि कैसे “मखमल में टाट का पैबंद” वाली स्थिति में, एक छोटी सी खामी भी पूरी चीज की सुंदरता और महत्व को कम कर सकती है। यह मुहावरा हमें यह भी बताता है कि समग्रता में सौंदर्य और संतुलन कैसे महत्वपूर्ण होते हैं।

शायरी:

मखमली राहों में जब टाट का पैबंद बन जाए,

ज़िन्दगी के सफर में वो मोड़ अजीब सा लग जाए।

सुनहरे ख्वाबों में एक धब्बा सा क्यों हो,

जब हर खुशी के पीछे, ग़मों का पहरा सा क्यों हो।

खुशियों की चादर में, एक टुकड़ा उदासी का,

जैसे बहारों की बगिया में, एक पत्ता ख़ामोशी का।

महफ़िल में रौशनी हो और एक कोना अंधेरा,

ज़िन्दगी के इस खेल में, हर खुशी हो और एक पहेली सवेरा।

ये जो “मखमल में टाट का पैबंद” है, सिखाता बहुत कुछ है,

जीवन की इस रंगीनी में, हर रंग का मतलब बहुत कुछ है।

 

मखमल में टाट का पैबंद शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of मखमल में टाट का पैबंद – Makhmal mein taat ka paiband Idiom:

Introduction: “Makhmal mein taat ka paiband” is a prevalent Hindi idiom used to describe situations where an unsightly or inappropriate part gets attached to something good or beautiful. This idiom represents a feeling of disparity and incongruity.

Meaning: The literal meaning of the idiom “मखमल में टाट का पैबंद” is adding a cheap or unsuitable element to something valuable or beautiful. Figuratively, it refers to a situation where something excellent or beautiful is marred by adding something ugly or unfit, negatively affecting the whole.

Usage: This idiom is generally used when a high-quality or beautiful object is impacted by an inappropriate or lower-grade item.

Example:

-> The unpainted wall in that beautiful palace was like “a patch of burlap on velvet.”

-> In the king’s court, all the ministers were competent, but that one incompetent minister was “a patch of burlap on velvet.”

Conclusion: The idiom “Makhmal mein taat ka paiband” teaches us how an unwanted or inappropriate element can diminish the beauty and importance of the entire group or situation. It also enlightens us on the importance of balance and harmony. Thus, this idiom not only embellishes the language but also imparts significant lessons on quality and harmony.

Story of ‌‌Makhmal mein taat ka paiband Idiom in English:

Once upon a time, in a beautiful kingdom, there lived a princess named Ananya. Princess Ananya had a fondness for wearing beautiful dresses. She owned dresses made of silk and velvet, which everyone admired.

One day, a grand festival was to be held in the kingdom. Ananya had a special dress made for the occasion. The dress was made of velvet and embroidered with gold. However, when the dress was ready, a small flaw was noticed. A piece of burlap had been mistakenly used in place of velvet at one spot.

When Ananya wore the dress, everyone’s attention was drawn to that piece of burlap. The entire dress was beautiful, but that patch of burlap caught everyone’s eye. That one small flaw diminished the beauty of the entire dress. Ananya felt that wearing the dress also reduced her own beauty.

Conclusion:

This story teaches us how, in situations described by “a patch of burlap on velvet,” even a small flaw can reduce the beauty and importance of the whole thing. The idiom also tells us how beauty and balance are important in totality.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

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