Budhimaan

कोढ़ में खाज होना अर्थ, प्रयोग(Kodh mein khaj hona)

परिचय: हिंदी भाषा में मुहावरे का एक विशेष महत्व है। ये मुहावरे न केवल भाषा को समृद्ध बनाते हैं, बल्कि विचारों और भावनाओं को गहराई और प्रभावी ढंग से व्यक्त करने का एक माध्यम भी प्रदान करते हैं। “कोढ़ में खाज होना” ऐसा ही एक लोकप्रिय मुहावरा है।

अर्थ: इस मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है – एक समस्या में दूसरी समस्या का जुड़ जाना। यह उन परिस्थितियों को दर्शाता है जहां पहले से ही किसी बड़ी समस्या का सामना कर रहे व्यक्ति के जीवन में एक और समस्या आ जुड़ती है।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग आमतौर पर तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति या स्थिति की दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियाँ और भी बदतर हो जाती हैं। यह एक नकारात्मक अर्थ लिए हुए होता है।

उदाहरण:

-> अभय की नौकरी चली गई थी और ऊपर से उसके घर में चोरी हो गई, सच में कोढ़ में खाज हो गई।

-> पहले ही कंपनी का घाटा था, और अब उस पर लीगल नोटिस आ गया, कोढ़ में खाज हो गया।

निष्कर्ष: “कोढ़ में खाज होना” मुहावरा हमें यह दिखाता है कि कैसे कभी-कभी जीवन में एक के बाद एक समस्याएं आती रहती हैं। यह हमें यह भी सिखाता है कि दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में धैर्य और संयम बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। हर समस्या का समाधान समय के साथ आता है, और यह मुहावरा हमें उस वास्तविकता की याद दिलाता है।

Hindi Muhavare Quiz

कोढ़ में खाज होना मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में सुधीर नाम का एक किसान रहता था। सुधीर के पास थोड़ी सी जमीन थी जिस पर वह खेती करता था। एक साल, बहुत कम बारिश के कारण उसकी फसल बुरी तरह प्रभावित हुई। सुधीर काफी चिंतित था क्योंकि उसकी आय का एकमात्र साधन वही फसल थी।

एक दिन, जब सुधीर अपने खेतों की ओर जा रहा था, उसे पता चला कि उसके गाय के बछड़े को किसी जंगली जानवर ने घायल कर दिया है। सुधीर के लिए यह एक और बड़ी समस्या थी, क्योंकि उसकी गाय उसके परिवार के लिए दूध का मुख्य स्रोत थी।

उस शाम, जब वह अपने घर लौटा, तो उसकी पत्नी ने बताया कि उनके बेटे की तबियत खराब है और डॉक्टर ने कुछ दवाइयाँ और टेस्ट्स की सलाह दी है, जिनका खर्च काफी अधिक था।

सुधीर के मित्र ने उसे ढांढस बंधाते हुए कहा, “दोस्त, लगता है तुम्हारे जीवन में तो कोढ़ में खाज हो गया है। पहले ही फसल की समस्या और अब यह सब।”

सुधीर ने गहरी साँस ली और कहा, “हाँ, ऐसा लगता है। लेकिन मैं हार नहीं मानूंगा। मुश्किलें तो आती जाती रहती हैं। मैं इन सबका सामना करूंगा और अपने परिवार के लिए बेहतर जिंदगी बनाऊंगा।”

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में कई बार एक समस्या के बाद दूसरी समस्या आ सकती है, लेकिन हिम्मत और संघर्ष से हम इन सभी पर विजय पा सकते हैं।

शायरी:

जिंदगी ने दी हैं ठोकरें, हर कदम पर इम्तिहान है,

फिर भी मुस्कुराकर चलना, यही तो इंसान की पहचान है।

जब कोढ़ में खाज हो जाए, जब हर राह में बाधा हो,

तब भी चिरागों को जलाए रखना, जब तक साँस में साँस हो।

बारिश में भीगते हुए, सूखे सपनों को संजोया है,

हर दर्द को गले लगाया, जैसे हर दर्द अपना होया है।

जीवन के इस मेले में, हर रंग कुछ कहता है,

कभी हँसाता है तकदीर, कभी ये आंसू बहता है।

मुश्किलों का सामना कर, बना हूँ मैं फौलाद सा,

कोढ़ में खाज भी हुआ, तो क्या, जीना तो अभी बाकी है यारों, इरादा और भी अटल हो गया।

 

कोढ़ में खाज होना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of कोढ़ में खाज होना – Kodh mein khaj hona Idiom:

Introduction: In the Hindi language, idioms hold special significance. These idioms not only enrich the language but also serve as a medium to express thoughts and emotions with depth and effectiveness. “कोढ़ में खाज होना” (Kodh mein khaj hona) is one such popular idiom.

Meaning: The literal meaning of this idiom is – adding another problem to an existing one. It represents situations where an additional problem joins an already significant issue in someone’s life.

Usage: This idiom is commonly used when the unfortunate circumstances of a person or situation become even worse. It carries a negative connotation.

Example:

-> Abhay lost his job, and on top of that, there was a theft in his house, truly it was a case of ‘adding insult to injury’.

-> The company was already in loss, and now it has received a legal notice, it’s like ‘adding insult to injury’.

Conclusion: The idiom “कोढ़ में खाज होना” (adding insult to injury) shows us how problems sometimes keep piling up in life. It also teaches us the importance of maintaining patience and composure in unfortunate circumstances. Every problem finds its solution in time, and this idiom reminds us of that reality.

Story of ‌‌Kodh mein khaj hona Idiom in English:

In a small village, there lived a farmer named Sudhir. Sudhir owned a small piece of land where he cultivated crops. One year, due to scanty rainfall, his crops were severely affected. Sudhir was quite worried as the crops were his only source of income.

One day, while heading to his fields, Sudhir learned that a wild animal had injured the calf of his cow. This was another major problem for him, as the cow was the primary source of milk for his family.

That evening, when he returned home, his wife informed him that their son was ill and the doctor had prescribed some medicines and tests, which were quite expensive.

Sudhir’s friend consoled him, saying, “Friend, it seems like it’s a case of ‘adding insult to injury’ in your life. First the crop issue and now all this.”

Sudhir took a deep breath and said, “Yes, it seems so. But I will not give up. Challenges keep coming. I will face all of these and create a better life for my family.”

This story teaches us that in life, one problem can follow another, but with courage and struggle, we can overcome them all.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का कोई विशेष इतिहास है?

नहीं, इस मुहावरे का कोई विशेष इतिहास नहीं है, लेकिन यह लोकप्रियता में है और आम तौर पर उपयोग किया जाता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस संदर्भ में किया जाता है?

यह मुहावरा अक्सर किसी जगह की भीड़ और उसमें उतार-चढ़ाव को व्यक्त करने के लिए प्रयोग होता है।

कोढ़ में खाज होना का मतलब क्या है?

“कोढ़ में खाज होना” का मतलब होता है बहुत ज्यादा भीड़ और घमंड के साथ होने वाला शोर या उतार-चढ़ाव।

इस मुहावरे का वास्तविक अर्थ क्या है?

वास्तविक अर्थ में, यह व्यक्ति की अकेलापन और अज्ञानता को दर्शाता है।

यह मुहावरा किस भाषा से लिया गया है?

“कोढ़ में खाज होना” मुहावरा हिंदी भाषा से लिया गया है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"खुदा गंजे को नाखून न दे - मुहावरे का चित्रण", "जीवन में संसाधनों का उचित उपयोग दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर आवश्यकताओं की महत्वपूर्णता पर प्रकाश", "अनुचित आवंटन की विडंबना को उजागर करती तस्वीर", "समझदारी और व्यावहारिकता की सीख देता बुद्धिमानी छवि"
Uncategorized

खुदा गंजे को नाखून न दे अर्थ, प्रयोग (Khuda ganje ko nakhun na de)

परिचय: “खुदा गंजे को नाखून न दे” एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है, जो व्यंग्यात्मक ढंग से उस स्थिति का वर्णन करता है जब किसी व्यक्ति

Read More »
"खाल ओढ़ाए सिंह की मुहावरे का चित्रण", "असली पहचान और दिखावे के बीच का अंतर", "वास्तविकता बनाम आवरण का चित्र", "सिंह की खाल में छिपा स्यार का इलस्ट्रेशन", "Budhimaan.com पर जीवन की वास्तविकता का पाठ"
Hindi Muhavare

खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय अर्थ, प्रयोग (Khal odhaye singh ki, Siyar singh nahi hoye)

परिचय: “खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जो यह बताता है कि केवल बाहरी दिखावे से किसी की

Read More »
जीवन-उतार-चढ़ाव-चित्रण, घी-चना-जीवन-मुहावरा-इमेज, जीवन-संघर्ष-और-सफलता-कला, हिंदी-मुहावरा-विवेचना, Budhimaan.com-जीवन-शैली-सुझाव
Hindi Muhavare

कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना अर्थ, प्रयोग (Kabhi ghee ghana, Kabhi mutthi bhar chana, Kabhi wo bhi manaa)

परिचय: “कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में उतार-चढ़ाव और समय की अनिश्चितता

Read More »
"खाइए मनभाता पहनिए जगभाता मुहावरे का चित्रण", "गाँव की शादी में समाज के अनुरूप वेशभूषा में युवक", "सादगीपसंद खाने और समाजिक वस्त्रों में संतुलन", "Budhimaan.com पर जीवन शैली और संस्कृति"
Hindi Muhavare

खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता अर्थ, प्रयोग (Khaiye manbhata, Pahniye jagbhata)

परिचय: “खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता” यह एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की सलाह देता है। यह मुहावरा हमें

Read More »
"करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत मुहावरे का चित्रण", "सकारात्मक कार्यों में ऊर्जा निवेश करते व्यक्ति की छवि", "Budhimaan.com पर सकारात्मक योगदान की प्रेरणा", "विवादों की बजाय कर्म पर ध्यान केंद्रित करता किसान"
Hindi Muhavare

करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत अर्थ, प्रयोग (Karni na kartoot, Ladne ko majboot)

परिचय: “करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत” एक हिंदी मुहावरा है जो उन व्यक्तियों के व्यवहार को उजागर करता है जो वास्तव में तो कुछ

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।