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ख़ूँटे से बाँध देना अर्थ, प्रयोग(Khoonte se baandh dena)

परिचय: ‘ख़ूँटे से बाँध देना’ यह एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो किसी को बेहद सीमित या प्रतिबंधित क्षेत्र में बाँधे रखने की बात कहता है। मूल रूप से यह जानवरों को ख़ूँटे से बाँधने की प्रथा से उपजा है, जिसे मनुष्यों की सीमित स्वतंत्रता या विकल्पों पर लागू करके देखा जाता है।

अर्थ: ‘ख़ूँटे से बाँध देना’ का अर्थ है किसी व्यक्ति की स्वतंत्रता को सीमित कर देना या उसे किसी विशेष स्थिति या स्थान पर बाँधे रखना। यह मुहावरा अक्सर किसी को उसके विचार या कार्यक्षेत्र में सीमित करने के अर्थ में इस्तेमाल होता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब किया जाता है जब किसी को बहुत ही सीमित दायरे में रखा जाता है या उसकी स्वतंत्रता में बाधा डाली जाती है।

उदाहरण:

-> जब अमन को उसके माता-पिता ने केवल विज्ञान विषय पढ़ने के लिए कहा, तो उसके रचनात्मकता की इच्छा को ‘ख़ूँटे से बाँध दिया गया’।

-> पूजा को उसके बॉस ने केवल एक ही प्रकार के काम पर लगाए रखा, जिससे उसकी प्रतिभा ‘ख़ूँटे से बाँध दी गई’।

निष्कर्ष: ‘ख़ूँटे से बाँध देना’ मुहावरा हमें बताता है कि सीमित स्वतंत्रता या विकल्पों का होना किसी व्यक्ति की क्षमता और संभावनाओं को कम कर सकता है। यह मुहावरा हमें स्वतंत्रता के महत्व और विकल्पों की विविधता की सराहना करने की ओर प्रेरित करता है।

Hindi Muhavare Quiz

ख़ूँटे से बाँध देना मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से शहर में गौरी नाम की एक लड़की रहती थी। गौरी में अद्भुत कला की प्रतिभा थी। वह पेंटिंग, नृत्य, और गायन में बेहद कुशल थी। लेकिन गौरी के माता-पिता चाहते थे कि वह केवल पढ़ाई पर ध्यान दे और डॉक्टर बने।

गौरी के माता-पिता ने उसकी कला की गतिविधियों को पूरी तरह रोक दिया और उसे केवल पढ़ाई में ही व्यस्त रखा। इससे गौरी बहुत दुखी हो गई। उसकी प्रतिभा और सपने ‘ख़ूँटे से बाँध दिए गए’ थे।

एक दिन, गौरी के स्कूल में एक कला प्रतियोगिता हुई। गौरी ने चुपके से उसमें भाग लिया और अपनी पेंटिंग प्रस्तुत की। उसकी पेंटिंग इतनी अद्भुत थी कि वह प्रतियोगिता जीत गई।

प्रतियोगिता के बाद, गौरी के माता-पिता को उसकी प्रतिभा का अहसास हुआ। उन्हें समझ में आया कि गौरी की कला को ‘ख़ूँटे से बाँधने’ से वे उसकी असली क्षमता को दबा रहे थे। उसके बाद, उन्होंने गौरी को उसके कला के प्रति जुनून को पूरा करने की आजादी दी।

निष्कर्ष:

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि ‘ख़ूँटे से बाँध देना’ किसी की प्रतिभा और सपनों को सीमित कर देता है। यह महत्वपूर्ण है कि हम प्रत्येक व्यक्ति को उनकी रुचि और क्षमता के अनुसार विकसित होने का अवसर दें।

शायरी:

सपनों को ख़ूँटे से बाँधकर, क्या मिलता है इंसान को,

उड़ने दो परिंदों को आज़ाद, खुली फ़िज़ा में उड़ान को।

जिंदगी के मेले में, सबकी अपनी-अपनी डगर,

ख़ूँटे से बाँध दो अगर, खो जाती है जिंदगी की सफ़र।

ख्वाबों का क्या है, वो तो उड़ान भरते हैं,

ख़ूँटे से बाँधो तो भी, वो दिल में बस जाते हैं।

ख़ूँटे पे बाँधी जिंदगी, आज़ादी को तरसती है,

हर पंछी को उड़ने की, अपनी खुद की तलाशती है।

कहते हैं लोग अक्सर, ख़ूँटे से बाँधो न अरमानों को,

देना है जिंदगी में, हर ख्वाब को अपनी पहचान को।

 

ख़ूँटे से बाँध देना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of ख़ूँटे से बाँध देना – Khoonte se baandh dena Idiom:

Introduction: ‘Khoonte se baandh dena’ is a common Hindi idiom that refers to restricting someone within a very limited or confined area. Originally derived from the practice of tying animals to a stake, it is applied metaphorically to the limited freedom or options of human beings.

Meaning: The phrase ‘Khoonte se baandh dena’ means to limit a person’s freedom or to keep them confined to a particular situation or place. This idiom is often used to imply restricting someone in their thoughts or field of work.

Usage: This idiom is used when someone is kept within a very limited scope or when their freedom is hindered.

Usage:

-> When Aman’s parents told him to only study science subjects, his desire for creativity was ‘tied to a stake’.

-> Pooja’s boss kept her confined to only one type of task, which ‘tied her talent to a stake’.

Conclusion: The idiom ‘Khoonte se baandh dena’ teaches us that having limited freedom or options can diminish a person’s abilities and potential. It encourages us to appreciate the importance of freedom and the diversity of choices.

Story of ‌‌Khoonte se baandh dena Idiom in English:

In a small town, there lived a girl named Gauri. Gauri was immensely talented in the arts. She excelled in painting, dancing, and singing. However, Gauri’s parents wanted her to focus solely on her studies and become a doctor.

Gauri’s parents completely stopped her from engaging in any artistic activities and kept her occupied only with her studies. This made Gauri very sad. Her talents and dreams were ‘tied to a stake’.

One day, there was an art competition at Gauri’s school. She secretly participated and presented her painting. Her painting was so marvelous that she won the competition.

After the competition, Gauri’s parents realized her talent. They understood that by ‘tying her art to a stake’, they were suppressing her true potential. Following this, they gave Gauri the freedom to pursue her passion for the arts.

Conclusion:

This story teaches us that ‘tying to a stake’ limits a person’s talent and dreams. It is important that we allow every individual the opportunity to develop according to their interests and abilities.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का कोई विशेष उपयोग होता है?

हाँ, इसे सामान्यत: नियंत्रण और सुरक्षा से संबंधित संदर्भों में उपयोग किया जा सकता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस परिस्थिति में हो सकता है?

यदि किसी व्यक्ति या स्थिति को नियंत्रित करना आवश्यक होता है, तो इस मुहावरे का उपयोग किया जा सकता है।

“ख़ूँटे से बाँध देना” मुहावरा का क्या अर्थ है?

इस मुहावरे का अर्थ होता है किसी को ठीक से सीधा करना या उसको नियंत्रित करना।

इस मुहावरे का उपयोग किस विषय में हो सकता है?

यह विभिन्न क्षेत्रों में किया जा सकता है, जैसे कि सरकारी नियंत्रण, व्यवसाय, या सामाजिक परिस्थितियों में।

क्या इस मुहावरे का कोई सांकेतिक अर्थ है?

नहीं, यह मुहावरा सीधे और शारीरिक अर्थ में होता है, कोई सांकेतिक अर्थ नहीं है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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