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खेल खिलाड़ी का, पैसा मदारी का अर्थ, प्रयोग (Khel khiladi ka, Paisa madari ka)

परिचय: “खेल खिलाड़ी का, पैसा मदारी का” यह हिंदी मुहावरा एक ऐसी स्थिति का वर्णन करता है जहाँ प्रयत्न और मेहनत करने वाला व्यक्ति लाभ से वंचित रह जाता है, जबकि लाभ किसी और को प्राप्त होता है। यह मुहावरा विशेष रूप से उन परिस्थितियों के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है जहाँ वास्तविक प्रयास करने वाले की तुलना में, लाभान्वित व्यक्ति वह होता है जिसने कम या कोई प्रयास नहीं किया हो।

अर्थ: मुहावरे का सीधा अर्थ है कि जिस व्यक्ति ने कार्य में मेहनत की होती है, उसे उसका उचित हिस्सा नहीं मिलता, जबकि कोई और, जिसने उतना प्रयास नहीं किया होता, उसका लाभ उठा लेता है।

प्रयोग: यह मुहावरा अक्सर व्यावसायिक, खेलकूद, या कलात्मक क्षेत्रों में उन स्थितियों के वर्णन के लिए प्रयोग किया जाता है जहाँ परिश्रम करने वाले को उसके परिश्रम का पूरा लाभ नहीं मिलता।

उदाहरण:

-> एक कलाकार जिसने एक शानदार पेंटिंग बनाई, लेकिन उसके प्रबंधक ने सभी श्रेय और लाभ अपने नाम कर लिया।

-> एक खिलाड़ी जो अपनी टीम के लिए खेलता है और मैच जिताता है, लेकिन टीम का मालिक या स्पॉन्सर सारा पैसा कमा लेता है।

निष्कर्ष: “खेल खिलाड़ी का, पैसा मदारी का” मुहावरा हमें जीवन और समाज में मौजूद अन्याय और असमानता के बारे में जागरूक करता है। यह हमें सिखाता है कि प्रयास और परिणाम के बीच हमेशा एक सीधा संबंध नहीं होता और कभी-कभी वास्तविक परिश्रम करने वालों को उनके प्रयासों का उचित पुरस्कार नहीं मिलता। यह हमें ऐसी स्थितियों के प्रति सचेत रहने और न्याय व समानता के लिए प्रयास करने की प्रेरणा देता है।

खेल खिलाड़ी का, पैसा मदारी का मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में विकास नाम का एक प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ी रहता था। विकास का सपना था कि वह एक दिन राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेले। अपने सपने को साकार करने के लिए विकास ने दिन-रात मेहनत की और अपने खेल में निखार लाया।

एक दिन, गाँव में एक बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हुआ, जिसमें कई प्रतिष्ठित टीमें भाग ले रही थीं। विकास को भी अपने गाँव की टीम का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। टूर्नामेंट के दौरान विकास ने अद्भुत प्रदर्शन किया और अपनी टीम को विजयी बनाया।

लेकिन, जब पुरस्कार वितरण का समय आया, तो सारा श्रेय और पुरस्कार टीम के मालिक और स्पॉन्सर्स को मिला। विकास और उसके साथी खिलाड़ियों को उनके योगदान के लिए कोई सम्मान या इनाम नहीं मिला। यह देखकर विकास बहुत निराश हुआ।

गाँव के एक बुजुर्ग ने विकास को समझाया, “बेटा, यही जीवन का सच है। ‘खेल खिलाड़ी का, पैसा मदारी का’। तुमने और तुम्हारे साथियों ने जितनी मेहनत और परिश्रम किया, वह सब कोई और ले उड़ा।”

इस घटना ने विकास को जीवन की एक महत्वपूर्ण सीख दी। उसने समझा कि प्रतिभा और मेहनत के साथ-साथ, अपने हक के लिए आवाज उठाना और समझदारी से कदम उठाना भी जरूरी है। विकास ने ठान लिया कि वह भविष्य में अपने प्रयासों का उचित मूल्य सुनिश्चित करेगा और अपने सपनों की ओर और भी दृढ़ता से बढ़ेगा।

शायरी:

खेल तो खिलाड़ी ने खेला, मगर मदारी ने माल उठाया,

दुनिया की इस रीत ने, हर खिलाड़ी का दिल दुखाया।

मेहनत करे जो दिन-रात, उसका नाम न हो जुबां पर,

कभी नाव गाड़ी पर, कभी गाड़ी नाव पर।

सपने वो सजाए रखे, आंखों में अपने हर दम,

मगर हकीकत में, “खेल खिलाड़ी का, पैसा मदारी का” बने संग्राम।

जीवन की इस दौड़ में, सच्चाई से करें सामना,

मेहनत का फल मिले न मिले, करना पड़ेगा हर हाल में मनमाना।

फिर भी न छोड़ें हम हिम्मत, न अपने सपनों से करें इनकार,

“खेल खतम, पैसा हजम” कह, चल पड़ें फिर से नई राह पर।

 

खेल खिलाड़ी का, पैसा मदारी का शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of खेल खिलाड़ी का, पैसा मदारी का – Khel khiladi ka, Paisa madari ka Idiom:

Introduction: “Khel khiladi ka, Paisa madari ka” is a popular Hindi idiom that describes a situation where the person who puts in the effort and hard work ends up without any gain, while someone else reaps the benefits. This idiom is particularly used in contexts where the beneficiary is someone who did not make as much or any effort compared to the actual doer.

Meaning: The literal meaning of the idiom is that the person who has worked hard in a task does not get his due share, whereas someone else, who might not have put in that much effort, ends up enjoying the benefits.

Usage: This idiom is often used in business, sports, or artistic fields to describe situations where the person who does the hard work does not get the full benefit, while someone else profits from their efforts.

Example:

-> An artist who creates a spectacular painting, but their manager takes all the credit and profit.

-> A player who plays for his team and wins the match, but the team owner or sponsor earns all the money.

Conclusion: “Khel khiladi ka, Paisa madari ka” idiom makes us aware of the injustices and inequalities present in life and society. It teaches us that there isn’t always a direct relationship between effort and outcome, and sometimes, those who genuinely work hard do not receive the rewards for their efforts. It encourages us to be vigilant about such situations and to strive for justice and equality.

Story of ‌‌Khel khiladi ka, Paisa madari ka Idiom in English:

In a small village lived a talented cricketer named Vikas. Dreaming of playing for the national cricket team, Vikas worked tirelessly to improve his game.

One day, a major cricket tournament was organized in the village, with many prestigious teams participating. Vikas got the chance to represent his village team. During the tournament, Vikas performed exceptionally well, leading his team to victory.

However, when the time came for award distribution, all credit and prizes went to the team owner and sponsors. Vikas and his fellow players received no recognition or reward for their contributions. This deeply disappointed Vikas.

An elder in the village explained to Vikas, “Son, this is the reality of life. ‘The game belongs to the player, but the money goes to the showman.’ The hard work and effort you and your teammates put in were taken by someone else.”

This incident taught Vikas an important life lesson. He realized that along with talent and hard work, it’s also crucial to advocate for one’s rights and take wise steps. Vikas resolved to ensure the rightful value of his efforts in the future and pursue his dreams with even more determination.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

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