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कर्म ही पूजा है, अर्थ, प्रयोग(Karm hi pooja hai)

परिचय: हर भाषा में कुछ विशेष वाक्यांश होते हैं जो हमें जीवन के महत्वपूर्ण संदेश प्रदान करते हैं। हिंदी में “कर्म ही पूजा है” भी ऐसा ही मुहावरा है।

अर्थ: “कर्म ही पूजा है” इस मुहावरे का अर्थ है कि किसी भी व्यक्ति को अपने कार्य में पूरी श्रद्धा और समर्पण से जुटना चाहिए। अपने कर्म को ही भगवान की पूजा की भाँति करना चाहिए।

प्रयोग: जब किसी को यह समझाना हो कि वह अपने काम को हल्के में न ले और अपनी कर्तव्य निष्ठा को समझे, तब इस मुहावरे का प्रयोग होता है।

उदाहरण:

-> अनुज ने अपने दोस्त से कहा, “मुझे अपने परिवार की जिम्मेदारियों का अहसास है, और मैं समझता हूँ कि मेरा ‘कर्म ही पूजा है’।”

-> गुरु ने अपने शिष्य से कहा, “तुम्हें चाहिए कि तुम अपनी पढ़ाई को ‘कर्म ही पूजा’ मानकर उसमें पूरी तरह से लग जाओ।”

निष्कर्ष: “कर्म ही पूजा है” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें अपने काम में पूरी श्रद्धा और समर्पण से जुटना चाहिए। किसी भी काम को करते समय यदि हम उसमें पूरी तरह से जुट जाएं, तो वह ही हमारी सबसे बड़ी पूजा बन जाती है।

आशा है कि आपको इस मुहावरे का अर्थ और प्रयोग समझ में आया होगा। और भी हिंदी मुहावरों के बारे में जानने के लिए जरूर देखें Budhimaan.com।

Hindi Muhavare Quiz

कर्म ही पूजा है मुहावरा पर कहानी:

विकास और विशाल दो भाई थे। उनके पास एक छोटा सा खेत था जिसे वह दोनों मिलकर खेती करते थे। विकास का मानना था कि भगवान में विश्वास रखना चाहिए और रोज मंदिर जा कर पूजा करनी चाहिए, जबकि विशाल मानता था कि “कर्म ही पूजा है”।

एक दिन विकास ने सोचा कि वह अपने कर्मों में समर्पण करता है, पर अगर वह मंदिर जाकर पूजा करे तो भगवान उसकी मनोकामना जल्दी पूरी करेंगे। वह कुछ दिनों तक मंदिर में जाकर पूजा करने लगा, और खेत में काम करना कम कर दिया।

विशाल ने इसे देखा और समझा कि अब उसे अकेला ही खेत में सारा काम करना पड़ेगा। वह अपने कार्य में और अधिक समर्पित हो गया। जब फसल का समय आया, विशाल के खेत से अच्छी फसल आई, जबकि विकास के खेत में उससे कम फसल आई।

विकास ने विशाल से पूछा, “तुमने तो मंदिर नहीं गए, फिर भी तुम्हारे खेत से ज्यादा फसल क्यों आई?”

विशाल ने हंसते हुए कहा, “भाई, मैंने तो हमेशा कहा था कि ‘कर्म ही पूजा है’। मैंने अपने कर्म में श्रद्धा और समर्पण दिखाया और भगवान ने मेरी मेहनत को फल पहुंचाया।”

विकास को समझ में आ गया कि असली पूजा तो कर्म में है, और वह भी अपने काम में पूरी तरह से जुट गया। इस घटना से दोनों भाईयों ने समझा कि कर्म को ही असली पूजा मानना चाहिए, और उसमें पूरी तरह से समर्पित होना चाहिए।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि असली पूजा कर्म में है और हमें अपने कार्य में पूरी श्रद्धा और समर्पण से जुटना चाहिए।

शायरी:

कर्म की राहों पे चलता हूँ ज़िंदगी हसीन बनाता,

पूजा का अर्थ खोजता ज़हन, मेहनत में भगवान पा जाता।

ख्वाबों की तलाश में न भटकूँ, इसलिए अपने कर्म पे नज़र है,

जैसे आसमान में चाँद सितारे, मेरी आस्था भी उसी मेहनत में बसर है।

 

कर्म ही पूजा है शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of कर्म ही पूजा है – Karma hi Pooja hai Idiom:

Introduction: Every language has some unique phrases that convey important life lessons. In Hindi, “कर्म ही पूजा है” (Karma hi Pooja hai) is one such idiom.

Meaning: The phrase “कर्म ही पूजा है” translates to “Work itself is worship”. It signifies that one should be wholeheartedly dedicated to their work, treating their duties with the same reverence as they would offer to God in worship.

Usage: This idiom is used when emphasizing the importance of taking one’s work seriously and understanding the sanctity of one’s duties.

Examples:

-> Anuj told his friend, “I am aware of my family responsibilities, and I believe that my ‘work itself is worship’.”

-> The Guru told his disciple, “You should consider your studies as ‘work itself is worship’ and immerse yourself completely in it.”

Conclusion: The idiom “कर्म ही पूजा है” teaches us that we should be fully engrossed in our work with utmost dedication and devotion. When we are entirely committed to a task, it becomes our highest form of worship.

I hope you’ve understood the meaning and application of this idiom. For more insights on Hindi idioms, do visit Budhimaan.com.

Story of ‌‌Karma hi Pooja hai Idiom in English:

Vikas and Vishal were two brothers. They had a small farm that they both cultivated together. Vikas believed that one should have faith in God and should visit the temple daily for prayers, while Vishal believed that “work itself is worship.”

One day, Vikas thought that while he was dedicated to his work, if he prayed at the temple, God might grant his wishes faster. So, he began visiting the temple to pray for several days, reducing the time he spent working in the fields.

Vishal noticed this and realized he would now have to handle most of the farmwork on his own. He became even more dedicated to his work. When the harvest season arrived, Vishal’s part of the field yielded a better crop, while Vikas’s part produced a lesser yield.

Vikas asked Vishal, “You didn’t go to the temple, yet why did your field produce a better crop?”

Vishal, smiling, replied, “Brother, I’ve always said that ‘work itself is worship.’ I showed dedication and devotion in my work, and God rewarded my hard work.”

Vikas understood that the real worship lies in one’s deeds, and he too immersed himself fully in his work. From this incident, both brothers realized that one should consider their work as the true form of worship and should be wholly devoted to it.

This story teaches us that true worship lies in our deeds, and we should be entirely dedicated and devoted to our work.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का उदाहारण दे सकते हैं?

हाँ, उदाहारण के रूप में, एक व्यक्ति जो सच्ची सेवा और कर्म में लगा हुआ है और उसे अपना धर्म मानता है।

यह मुहावरा किस परिस्थिति में उपयोग होता है?

यह मुहावरा उस समय का स्पष्टीकरण करता है जब व्यक्ति को अपने कर्मों के माध्यम से अपनी भक्ति दिखानी होती है।

“कर्म ही पूजा है” मुहावरे का अर्थ क्या है?

“कर्म ही पूजा है” का अर्थ है कि किसी के लिए अपने कार्यों को ईश्वर की पूजा के समान मानना।

क्या इसका कोई धार्मिक संदेश है?

हाँ, इस मुहावरे में धार्मिक संदेश है कि ईश्वर की पूजा केवल पूजा-अर्चना में ही नहीं, बल्कि कर्मों में भी हो सकती है।

क्या इस मुहावरे का कोई विरोधाभास है?

नहीं, यह मुहावरा एक सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है जो कर्मयोग और निष्काम कर्म की महत्वपूर्णता को बताता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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