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कानों कान खबर न होना, अर्थ, प्रयोग(Kano kan khabar na hona)

अर्थ: ‘कानों कान खबर न होना’ एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जिसका अर्थ होता है किसी बात का पता न चलना या किसी को किसी बारे में जानकारी न होना।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है जब हम चाहते हैं कि किसी विषय पर हमारी जानकारी गुप्त रहे या कोई बात किसी को न पता चले। उदाहरण स्वरुप, अगर हम चाहते हैं कि हमारा एक रहस्य सुरक्षित रहे और किसी को पता न चले, तो हम कह सकते हैं, “इस बारे में किसी को भी कानों कान खबर नहीं होनी चाहिए।”

उदाहरण:

-> अमन ने अंश से कहा, “मैं तुम्हें एक बड़ा रहस्य बता रहा हूँ, लेकिन इसके बारे में किसी को कानों कान खबर नहीं होनी चाहिए।”

विशेष टिप्पणी: इस मुहावरे में ‘कानों कान’ का उल्लेख उस समय का है जब सूचना को चुपचाप रखने का महत्व होता था। ‘कानों कान खबर न होना’ मुहावरा हमें यह बताता है कि कैसे रहस्य को सुरक्षित रखा जाता है और किसी विषय को गुप्त रखने की महत्वकांक्षा को दर्शाता है।

निष्कर्ष: ‘कानों कान खबर न होना’ मुहावरा हमें यह सिखाता है कि कुछ बार रहस्य को सुरक्षित रखना और सूचना को गुप्त रखना महत्वपूर्ण होता है। यह हमें सतर्क रहने और जानकारी को साझा करने में सावधानी बरतने की सलाह देता है।

Hindi Muhavare Quiz

कानों कान खबर न होना मुहावरा पर कहानी:

शहर के एक छोटे से इलाके में, सुरेंद्र और मुनीश दो अच्छे दोस्त थे। वे दोनों समुद्र किनारे पर मछुआरे का काम करते थे। एक दिन, सुरेंद्र ने एक सनसनीखेज खोज की। वह समुद्र की गहराई में एक सुनहरे रंग की चमकीली मछली को पकड़ लिया। वह मछली बहुत ही अनमोल थी और इसे बेचकर सुरेंद्र अच्छा पैसा कमा सकता था।

सुरेंद्र ने मुनीश को इस मछली के बारे में बताया, लेकिन उसने उसे चेतावनी दी, “इस मछली के बारे में किसी को भी कानों कान खबर नहीं होनी चाहिए।” सुरेंद्र नहीं चाहता था कि इस अनमोल मछली की खबर पूरे गाँव में फैल जाए और उसे किसी प्रकार की मुश्किल हो।

लेकिन, मुनीश था कुछ अलग। उसने अपने कुछ और दोस्तों को इस मछली के बारे में बता दिया और जल्द ही पूरे गाँव में इस अनमोल मछली की खबर फैल गई। इससे सुरेंद्र को कई मुश्किलें आने लगीं। प्रत्येक व्यक्ति उससे इस मछली को देखने और खरीदने की मांग करने लगा।

अंततः, सुरेंद्र ने उस मछली को एक व्यापारी को बेच दिया और वह शहर छोड़कर दूसरी जगह चला गया। मुनीश को समझ में आया कि उसकी लापरवाही से सुरेंद्र को कितनी परेशानी होती और वह पछताया कि उसने सुरेंद्र की बातों की अवहेलना की।

इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि कुछ बातें रहस्यमय होती हैं और उन्हें चुप रखना बेहतर होता है। ‘कानों कान खबर न होना’ मुहावरा हमें यही सिखाता है कि हर बार सच्चाई को बाहर नहीं लाना चाहिए।

शायरी:

कानों कान खबर न हो इस राज को जानने वाले,

जिंदगी के मेले में फिक्रों का बोझ संभाले।

जब भी दिल में उतरे उस ख़ामोशी की गहराई,

सोचता हूँ ज़िंदगी की, उस अदृश्य राहत की माया।

 

कानों कान खबर न होना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of कानों कान खबर न होना – Kano kan khabar na hona Idiom:

Meaning: ‘कानों कान खबर न होना’ (Kano kan khabar na hona) is a popular Hindi idiom which means to remain unaware of something or for something to remain a secret.

Usage: The idiom is used when we want our knowledge or information on a subject to remain concealed or when something should remain unknown. For instance, if we wish for a secret of ours to stay protected and unknown to others, we could say, “No one should have a whisper of this.”

Examples:

-> Aman told Ansh, “I am sharing a significant secret with you, but no one should get a whisper of this.”

Special Note: The mention of ‘कानों कान’ (ear to ear) in this idiom refers to the times when keeping information discreet was crucial. The phrase ‘कानों कान खबर न होना’ indicates the desire to keep certain matters confidential and illustrates the importance of secrecy.

Conclusion: The idiom ‘कानों कान खबर न होना’ teaches us that sometimes it’s essential to keep secrets and information guarded. It advises us to be cautious in sharing information and to remain vigilant.

Story of ‌‌Kano kan khabar na hona Idiom in English:

In a small part of the city, Surendra and Munish were close friends. They both worked as fishermen by the seaside. One day, Surendra made a sensational discovery. He caught a glittering golden fish from the depths of the sea. The fish was incredibly valuable, and selling it could have earned Surendra a substantial amount of money.

Surendra confided about the fish to Munish but cautioned him, “No one should have a whisper of this fish.” Surendra did not want news of this valuable fish to spread throughout the village, potentially causing him trouble.

However, Munish was different. He told a few of his friends about the fish, and soon the news of this precious catch spread across the village. As a result, Surendra faced numerous challenges. Every individual approached him, wanting to see and buy the fish.

Eventually, Surendra sold the fish to a merchant and left the town for another place. Munish realized the troubles his carelessness had brought upon Surendra and regretted not heeding his friend’s words.

This story teaches us that some things are meant to remain secret, and it’s often better to keep them that way. The idiom ‘no one should have a whisper’ conveys the lesson that one shouldn’t always bring the truth out into the open.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:


कानों कान खबर न होना मुहावरे का क्या अर्थ है?

इस मुहावरे का अर्थ है कि किसी को किसी चीज की जानकारी नहीं होती, वह अनजान होता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस सीतुति में हो सकता है?

यह मुहावरा किसी को किसी घटना या विषय की जानकारी न होने पर आवश्यकता बताने के लिए उपयोग हो सकता है।

क्या इस मुहावरे का कोई विशेष उपयोग है?

उत्तर: जी हां, इस मुहावरे का उपयोग किसी की अनजानी या अज्ञात बात को बयान करने के लिए किया जा सकता है।

क्या इस मुहावरे का कोई सामान्य उपयोग है?

उत्तर: हां, इस मुहावरे को सामान्यत: अनजानपन की स्थिति को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

क्या इसका कोई विरोधाभासी अर्थ है?

उत्तर: नहीं, इस मुहावरे का कोई विरोधाभासी अर्थ नहीं है, बल्कि यह एक सामान्य और सकारात्मक मुहावरा है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

यह मुहावरा मानव शरीर के अंगों पर आधारित मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

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