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कान खड़े होना, अर्थ, प्रयोग(Kaan khade hona)

परिचय: हिंदी भाषा में ‘कान खड़े होना’ एक प्रमुख मुहावरा है, जिसे आमतौर पर किसी खतरे या संकट के संकेत पर सावधान या सतर्क होने के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है।

अर्थ: ‘कान खड़े होना’ का अर्थ है किसी खतरे के संकेत को महसूस करना और सावधान या चौकन्ना हो जाना।

प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को खतरे का अहसास होता है या वह किसी खतरे के संकेत को समझता है, तो ‘कान खड़े होना’ मुहावरा प्रयोग होता है।

उदाहरण:

-> जब अनुभव ने रात के समय अजीब आवाज सुनी, उसके ‘कान खड़े हो गए’ और वह सावधान होकर उस आवाज का पता लगाने लौटा।

-> विकास जब जंगल में शेर की दहाड़ सुनी, उसके ‘कान खड़े हो गए’ और वह तुरंत जंगल से बाहर भागने लगा।

निष्कर्ष: ‘कान खड़े होना’ मुहावरा जागरूकता और सावधान होने की भावना को प्रकट करता है। यह हमें यह सिखाता है कि प्राकृतिक संकेतों और अपनी अंतरात्मा की आवाज को समझकर हम अनगिनत संकटों से बच सकते हैं।

Hindi Muhavare Quiz

कान खड़े होना मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक गाँव में विकास नाम का युवक रहता था। विकास और उसके दोस्तों ने तय किया कि वे जंगल में जाकर कुछ आम तोड़ेंगे।

जब वे जंगल में पहुँचे, तो विकास ने दूर पेड़ पर ज्यादा मीठे और पके हुए आम देखे। वह उस पेड़ की ओर बढ़ा, जबकि बाकी सभी दोस्त वहीं पर रुक गए। जैसे ही  विकास उस पेड़ के पास पहुंचा, उसने अचानक एक दहाड़ सुनी। उसके ‘कान खड़े हो गए’। वह समझ गया कि वह दहाड़ जंगल के विकासा, शेर की थी।

बिना किसी देरी किए, वह वहाँ से भागने लगा और अपने दोस्तों को भी चिल्लाकर चेतावनी दी। सभी दोस्त भी विकास के पीछे-पीछे भाग पड़े। वे सभी सुरक्षित तरीके से जंगल से बाहर पहुँचे।

बाहर पहुँचकर जब सभी ने पूछा कि विकास ने शेर को देखा कहाँ था, तो विकास ने उत्तर दिया, “मैंने शेर को नहीं देखा था, लेकिन उसकी दहाड़ सुनी थी। मेरे ‘कान खड़े हो गए’ और मैं समझ गया कि हमें खतरा हो सकता है।”

इस घटना से सभी दोस्तों को समझ में आया कि कभी-कभी संकेतों और अपनी अंतरात्मा की आवाज को समझना भी जरूरी होता है। उस दिन उन्हें ‘कान खड़े होना’ मुहावरे का सही अर्थ समझ में आ गया।

शायरी:

जब भी हवा के झोंके में डर का आभास हो,

उस पल की ख़ामोशी में दिल की आवाज हो । 

खतरों में खड़े हो जाएँ कान जब मन को अहसास हो, 

जैसे शायरी की ख़ास लाइनों में छुपा हर राज़ हो।

 

कान खड़े होना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of कान खड़े होना – Kaan khade hona Idiom:

Introduction: In the Hindi language, “Kaan khade hona” is a significant idiom, commonly used to describe someone becoming alert or cautious upon sensing danger or trouble.

Meaning: “Kaan khade hona” signifies sensing an impending danger and becoming vigilant or alert.

Usage: When an individual feels a sense of danger or perceives signs of potential harm, the idiom “Kaan khade hona” is employed.

Examples:

 -> When Anubhav heard a strange noise during the night, he became “alert” and cautiously went to investigate the source of the noise.

 -> When Vikas heard the roar of a lion in the jungle, he became “alert” and immediately began running out of the forest.

Conclusion: The idiom “Kaan khade hona” symbolizes awareness and vigilance. It teaches us that by understanding natural signs and listening to our inner voice, we can avoid countless dangers.

Story of ‌‌Kaan khade hona Idiom in English:

Once upon a time, in a village, there lived a young man named Vikas. Vikas and his friends decided to go to the forest to pick some mangoes. When they reached the forest, Vikas spotted some ripe and sweet mangoes on a distant tree. 

He approached that tree, while the rest of his friends stayed back. As Vikas got near the tree, he suddenly heard a roar. He was instantly “on alert” (literal translation: “Kaan khade hona”). He realized that the roar was that of a lion, the king of the jungle. Without wasting a moment, he started running and also shouted a warning to his friends. All his friends too followed suit and ran after him. 

They all safely managed to get out of the forest. Once outside, when everyone asked Vikas where he saw the lion, he replied, “I didn’t see the lion, but I heard its roar. I became ‘alert’ and understood that we might be in danger.” 

From this incident, all the friends realized that sometimes it’s important to understand the signs and listen to one’s intuition. That day, they truly understood the meaning of the idiom “Kaan khade hona.”

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

“कान खड़े होना” मुहावरे की उत्पत्ति कैसे हुई?

इस मुहावरे की उत्पत्ति जानवरों के व्यवहार से प्रेरित हो सकती है, जैसे कि जानवर खतरे का आभास होने पर अपने कान खड़े कर लेते हैं।

क्या “कान खड़े होना” मुहावरे का अंग्रेजी में कोई समानार्थी है?

इसका अंग्रेजी में समानार्थी मुहावरा है “to be all ears” जिसका अर्थ होता है पूरी तरह से ध्यान देना।

“कान खड़े होना” मुहावरे का उपयोग शिक्षा में कैसे किया जा सकता है?

इस मुहावरे का उपयोग भाषा शिक्षण में छात्रों को प्रतीकात्मक भाषा और मुहावरों की समझ विकसित करने के लिए किया जा सकता है।

“कान खड़े होना” मुहावरे का विपरीतार्थी मुहावरा क्या हो सकता है?

इसका विपरीतार्थी मुहावरा हो सकता है “ध्यान न देना” या “अनदेखी करना”, जो असावधानी या उपेक्षा को दर्शाता है।

क्या “कान खड़े होना” मुहावरे का कोई विशेष प्रयोग है?

इस मुहावरे का विशेष प्रयोग तब होता है जब किसी को किसी विशेष खतरे या संभावना का आभास हो और वह तुरंत सतर्क हो जाए।

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यह मुहावरा मानव शरीर के अंगों पर आधारित मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

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