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जली कटी सुनाना मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Jali Kati Sunana)

अर्थ: ‘जली कटी सुनाना’ इस मुहावरे का अर्थ है किसी को बहुत ज्यादा डांटना या फटकारना।

प्रयोग: जब कोई व्यक्ति दूसरे को बहुत ज्यादा डांटता है या उसे बहुत ज्यादा फटकारता है, तो इस मुहावरे का प्रयोग किया जा सकता है।

उदाहरण: राम ने अपने छोटे भाई को उसकी गलतियों के लिए बहुत ज्यादा डांटा। उसके मित्र ने कहा, “राम ने तो उसकी जली कटी सुना दी।”

विशेष टिप्पणी: यह मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें दूसरों को उनकी गलतियों के लिए डांटना चाहिए, लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हम उन्हें बहुत ज्यादा न डांटें। हमें उन्हें संजीदगी से समझाना चाहिए और उन्हें उनकी गलतियों से सिखने का मौका देना चाहिए।

Hindi Muhavare Quiz

जली कटी सुनाना मुहावरा पर कहानी:

अनिल एक बहुत ही लापरवाह लड़का था। वह हमेशा अपने काम को तालते रहता था और अपने माता-पिता की बातों का कभी भी ध्यान नहीं देता था। उसके माता-पिता ने उसे कई बार समझाया कि वह अपने काम में ध्यान दे और अपनी जिम्मेदारियों का पालन करे, परंतु अनिल कभी भी सुनता नहीं था।

एक दिन, अनिल के पिताजी ने उसे कुछ महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स बैंक में जमा करने के लिए दिए। वे डॉक्यूमेंट्स बहुत ही महत्वपूर्ण थे और उन्हें उसी दिन जमा करना था। अनिल ने अपने पिताजी से वादा किया कि वह उन्हें समय पर जमा कर देगा।

परंतु, अनिल ने अपने दोस्तों के साथ बाहर जाने का प्लान बना लिया और वह पूरा दिन अपने दोस्तों के साथ मस्ती में गवा दिया। वह बिल्कुल भी उस महत्वपूर्ण काम के बारे में नहीं सोचा।

जब वह घर लौटा, तो उसके पिताजी ने उससे पूछा कि क्या वह डॉक्यूमेंट्स जमा कर दिए हैं। अनिल ने झूठ मूठ बहाने बनाए और कहा कि बैंक बंद था, इसलिए वह डॉक्यूमेंट्स नहीं जमा कर पाया।

अनिल के पिताजी को यह जानकर बहुत गुस्सा आया क्योंकि उन्हें पता था कि अनिल झूठ बोल रहा है। उन्होंने अनिल को बहुत डांटा और उसे उसकी लापरवाही के बारे में समझाया। उन्होंने कहा, “तुम्हारी वजह से हमें बहुत नुकसान हो सकता था। तुम्हें अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए।”

अनिल को अपने पिताजी की बातें समझ में आ गईं और वह अपनी गलतियों का एहसास करने लगा। वह अपने पिताजी से माफी मांगने चला गया और वादा किया कि वह आगे से कभी भी ऐसी गलती नहीं करेगा।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें हमेशा अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए और कभी भी अपने काम को तालना नहीं चाहिए। यदि हम अपने काम को तालते हैं, तो हमें बाद में उसके लिए ‘जाली कटी सुनानी’ पड़ सकती है।

शायरी:

जाली कटी सुनाना, ये है एक पुराना कहावत, जब कोई बहाने बनाए, और अपने काम से भागे छुपावत।

जिसने कभी भी नहीं सिखा, अपने काम की अहमियत, वही बनता है पात्र, जाली कटी की सजा की वजह।

अगर तुम चाहते हो, की तुम्हें कोई ना डांटे, तो अपने काम में लगो, और जाली कटी से बचो।

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of जली कटी सुनाना – Jali Kati Sunana Proverb:

Meaning: ‘Jali Kati Sunana’ literally translates to ‘to make someone listen to the sound of a whip’. The phrase is used to denote scolding or reprimanding someone severely.

Usage: This phrase is used when someone scolds or reprimands another person very severely.

Example: Ram scolded his younger brother a lot for his mistakes. His friend said, “Ram really gave him a piece of his mind.”

Special Note: This phrase teaches us that we should scold others for their mistakes, but we should also be careful not to scold them too much. We should explain things to them seriously and give them the opportunity to learn from their mistakes.

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.

FAQ

इस मुहावरे की उत्पत्ति कैसे हुई?

इसकी सटीक उत्पत्ति दस्तावेज़ नहीं की गई है, लेकिन यह संभवतः बोलचाल के भाषण से उत्पन्न हुआ है, जो शब्दों की सीधी और अक्सर कठोर स्वरूप की आलोचना करता है।

क्या यह मुहावरा औपचारिक या अनौपचारिक संदर्भों में प्रयोग किया जाता है?

इसका अधिक अनौपचारिक संदर्भों में प्रयोग होता है, खासकर व्यक्तिगत वार्तालापों में।

हिंदी में इस मुहावरे का सांस्कृतिक महत्व क्या है?

यह मुहावरा हिंदी संस्कृति में एक सामान्य रूप से उपयोग किया जाता है ताकि एक स्थिति का वर्णन किया जा सके जब किसी को कठिनाइयों या किसी कठोर या आलोचनात्मक तरीके से बात की जाती है।

अंग्रेजी या अन्य भाषाओं में इसी प्रकार के मुहावरे हैं?

अंग्रेजी में एक समान मुहावरा है “to give someone a piece of your mind,” जिसका भी यही अर्थ होता है कि किसी से बहुत खुलकर बात की जाती है, अक्सर आलोचनात्मक तरीके से।

क्या इस मुहावरे का प्रयोग सकारात्मक संदर्भ में किया जा सकता है?

आमतौर पर, इसका उपयोग आलोचना या डांट करने का वर्णन करने के लिए किया जाता है, इसलिए यह सकारात्मक संदर्भ में आमतौर पर प्रयोग नहीं होता है।

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यह मुहावरा ज से शुरू होने वाले मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

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