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गिरेबान में झाँककर देखना अर्थ, प्रयोग(Girebaan mein jhankkar dekhna)

परिचय: “गिरेबान में झाँककर देखना” एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है जो आत्म-निरीक्षण और स्वयं की खामियों को समझने की प्रक्रिया को दर्शाता है। यह मुहावरा उस स्थिति का वर्णन करता है जब किसी को अपने आपको समझने और अपनी गलतियों को स्वीकार करने की जरूरत होती है।

अर्थ: “गिरेबान में झाँककर देखना” का अर्थ है खुद का आत्म-मूल्यांकन करना और अपनी कमियों को पहचानना। यह अपने आप में गहराई से देखने और अपनी गलतियों और कमजोरियों को स्वीकार करने की भावना को व्यक्त करता है।

प्रयोग: यह मुहावरा तब प्रयोग में लाया जाता है जब किसी व्यक्ति को आत्म-समीक्षा और आत्म-सुधार की आवश्यकता होती है, खासकर जब वह दूसरों की आलोचना कर रहा होता है।

उदाहरण:

-> विकास अक्सर दूसरों की गलतियां निकालता रहता है, उसे पहले अपने गरेबान में झाँककर देखना चाहिए।

-> सुधार की शुरुआत खुद से होती है, इसलिए हर किसी को समय-समय पर अपने गरेबान में झाँककर देखना चाहिए।

निष्कर्ष: “गिरेबान में झाँककर देखना” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि स्वयं की समीक्षा करना और आत्म-सुधार की दिशा में कदम बढ़ाना महत्वपूर्ण है। यह हमें यह भी याद दिलाता है कि दूसरों की आलोचना करने से पहले हमें खुद के अंदर की कमियों को समझना और सुधारना चाहिए।

Hindi Muhavare Quiz

गिरेबान में झाँककर देखना मुहावरा पर कहानी:

एक गाँव में अभय नाम का एक युवक रहता था। अभय अपने आपको बहुत समझदार समझता था और हमेशा दूसरों की गलतियों को निकालने में लगा रहता था। वह अपने दोस्तों, पड़ोसियों, यहाँ तक कि अपने परिवार वालों की भी छोटी-छोटी बातों पर आलोचना करता था।

एक दिन, गाँव के बुजुर्ग सरपंच ने अभय को बुलाया और कहा, “अभय, तुम हर समय दूसरों की गलतियां ढूँढते रहते हो। क्या तुमने कभी अपने गरेबान में झाँककर देखा है?”

अभय ने उत्तर दिया, “सरपंच जी, मैं तो सदैव सही होता हूँ।”

सरपंच मुस्कुराए और एक आईना अभय को दिया। “इस आईने में देखो और खुद से पूछो कि क्या तुममें कोई कमी नहीं है?”

अभय ने आईने में देखा और थोड़ी देर सोचने के बाद, उसे अहसास हुआ कि उसमें भी कई कमियाँ हैं। उसने समझा कि वह भी इंसान है और गलतियाँ कर सकता है।

उस दिन के बाद, अभय ने खुद में सुधार किया और दूसरों की आलोचना करने के बजाय उनकी मदद करने लगा। उसने सीखा कि “गिरेबान में झाँककर देखना” अपने आप में एक महत्वपूर्ण सबक है।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें हमेशा खुद में सुधार की तलाश करनी चाहिए और दूसरों की आलोचना करने से पहले खुद की कमियों पर विचार करना चाहिए।

शायरी:

आईने में खुद को देखने का वक्त नहीं,
हमें तो बस दूसरों की खामियां निकालने की आदत है।
गिरेबान में झाँकने की बात जब आई,
तो समझ में आया कि हर शख्स में कुछ न कुछ कमी बाकी है।

हर एक गलती का हिसाब किताब करते हैं हम,
पर अपनी गलतियों का लेखा-जोखा भूल जाते हैं।
जब ‘गिरेबान में झाँककर देखा’ खुद को,
तो एहसास हुआ, खुद में भी कई कहानियाँ छुपी हुई हैं।

दूसरों की गलतियों पर तो नजरें गड़ाई हैं,
पर खुद की गलतियों से नजरें चुराई हैं।
‘गिरेबान में झाँककर’ देखा जब खुद को,
तो समझ आया, सच्चाई से मुंह मोड़ना आसान नहीं है।

अपने अंदर की गलतियाँ पहचानने का वक्त आया है,
‘गिरेबान में झाँकने’ की इस घड़ी को समझना जरूरी है।
खुद की कमियों को स्वीकार करना ही सच्चा सबक है,
क्योंकि आत्म-सुधार का रास्ता खुद से ही शुरू होता है।

 

गिरेबान में झाँककर देखना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of गिरेबान में झाँककर देखना – Girebaan mein jhankkar dekhna Idiom:

Introduction: “गिरेबान में झाँककर देखना” (Girebaan mein jhankkar dekhna) is a famous Hindi idiom that signifies the process of self-inspection and understanding one’s own flaws. This idiom describes the situation when one needs to understand oneself and accept their mistakes.

Meaning: “गिरेबान में झाँककर देखना” means to evaluate oneself and recognize one’s own shortcomings. It expresses the sentiment of introspecting deeply and accepting one’s own mistakes and weaknesses.

Usage: This idiom is used when a person needs self-review and self-improvement, especially when they are criticizing others.

Example:

-> Vikas often points out others’ mistakes, but he should first look into his own collar.

-> Improvement starts with oneself, so everyone should introspect from time to time.

Conclusion: The idiom “गिरेबान में झाँककर देखना” teaches us that self-review and taking steps towards self-improvement are important. It also reminds us that before criticizing others, we should understand and improve our own flaws.

Story of ‌‌Girebaan mein jhankkar dekhna Idiom in English:

In a village, there lived a young man named Abhay. Abhay considered himself very wise and was always busy pointing out the mistakes of others. He criticized his friends, neighbors, and even his family members for small things.

One day, the elderly village head, the Sarpanch, called Abhay and said, “Abhay, you are always finding faults in others. Have you ever looked into your own ‘garment’s collar’ (introspected)?”

Abhay replied, “Sarpanch Ji, I am always right.”

The Sarpanch smiled and gave Abhay a mirror. “Look into this mirror and ask yourself if you have no flaws?”

After looking in the mirror and pondering for a while, Abhay realized that he too had many flaws. He understood that he was human and could make mistakes.

From that day on, Abhay improved himself and started helping others instead of criticizing them. He learned that “looking into one’s own garment’s collar” is an important lesson in itself.

This story teaches us that we should always seek to improve ourselves and consider our own shortcomings before criticizing others.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का उपयोग सिर्फ वाणिज्यिक संदर्भों में किया जाता है?

नहीं, इस मुहावरे का उपयोग सामाजिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक संदर्भों में भी किया जा सकता है।

इस मुहावरे का प्रयोग कब किया जाता है?

यह मुहावरा विशेषकर किसी व्यक्ति की नकारात्मक या सकारात्मक पहलूओं की जांच करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

क्या होता है गिरेबान में झाँककर?

गिरेबान में झाँककर का मतलब होता है एक व्यक्ति या स्थिति को गहराई से जांचना या अच्छी तरह समझना।

क्या गिरेबान में झाँककर का उपयोग केवल व्यक्तिगत संदर्भों में किया जा सकता है?

नहीं, यह मुहावरा व्यापारिक, सामाजिक, राजनीतिक, और और भी कई प्रकार के संदर्भों में प्रयोग किया जा सकता है।

गिरेबान में झाँककर का अन्य मुहावरों के साथ संबंध क्या है?

इस मुहावरे का संबंध अन्य मुहावरों जैसे “परदे के पीछे झाँकना” या “राज़ की रोशनी में झाँकना” से हो सकता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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