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घुटनों के बल चलना अर्थ, प्रयोग (Ghutno ke bal chalna)

परिचय: “घुटनों के बल चलना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जो जीवन में कठिनाइयों या चुनौतियों का सामना करते समय असहायता या निर्बलता की स्थिति को व्यक्त करता है। यह मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहाँ व्यक्ति खुद को असमर्थ या लाचार महसूस करता है।

अर्थ: “घुटनों के बल चलना” का अर्थ है बेहद कठिनाइयों में जीवन यापन करना या जीवन की चुनौतियों के आगे नतमस्तक हो जाना। यह व्यक्ति की असहायता और कमजोरी को दर्शाता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है जब किसी व्यक्ति को अत्यधिक कठिनाइयों या समस्याओं का सामना करना पड़ता है और वह खुद को असहाय महसूस करता है।

उदाहरण:

-> बिजनेस में भारी नुकसान के बाद, रमेश को घुटनों के बल चलना पड़ा।

-> स्वास्थ्य समस्याओं ने उसे इतना कमजोर बना दिया कि उसका जीवन घुटनों के बल चलने जैसा हो गया।

निष्कर्ष: “घुटनों के बल चलना” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में कठिनाइयों का सामना करना अनिवार्य है, लेकिन उनसे उबरने का प्रयास भी जरूरी है। यह मुहावरा हमें धैर्य और संघर्ष की महत्ता का भी बोध कराता है।

Hindi Muhavare Quiz

घुटनों के बल चलना मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे गाँव में अनुज नाम का एक युवा किसान रहता था। अनुज बहुत मेहनती और संघर्षशील व्यक्ति था। एक बार उसके गाँव में सूखा पड़ गया, और उसकी फसलें बर्बाद हो गईं। अनुज के पास न तो खाने के लिए पर्याप्त अनाज था और न ही बाजार से खरीदने के लिए पैसे।

अनुज ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी स्थिति से उबरने के लिए हर संभव प्रयास किया। वह अपने खेतों में घुटनों के बल चलकर काम करने लगा। दिन-रात मेहनत करके, उसने फिर से अपने खेतों को हरा-भरा बनाया।

उसके इस परिश्रम और दृढ़ निश्चय को देखकर गाँव वाले भी उसकी मदद के लिए आगे आए। धीरे-धीरे अनुज की मेहनत रंग लाई, और उसके खेत फिर से अनाज से भर गए।

इस कहानी से हमें सीखने को मिलता है कि “घुटनों के बल चलना” यानी कठिनाइयों का सामना करते हुए भी आगे बढ़ते रहना। अनुज की कहानी हमें यह सिखाती है कि मुश्किलें चाहे जितनी भी बड़ी हों, अगर हमारी इच्छाशक्ति मजबूत हो, तो हम उनका सामना कर सकते हैं और विजयी हो सकते हैं।

शायरी:

जब जिंदगी ने आजमाइश की,
तो हमने घुटनों के बल चलना सीखा।
हर ठोकर में एक नई राह खुली,
इस सफर में हर कदम पर जीना सीखा।

कठिनाइयों का सागर जब भी गहरा हुआ,
हमने घुटनों के बल उसमें तैरना सीखा।
हर मुश्किल से लड़कर, हर चुनौती से जीतकर,
इस जीवन की उलझनों को सुलझाना सीखा।

जब भी दुनिया ने धकेला पीछे,
हमने घुटनों के बल आगे बढ़ना सीखा।
ना रुके, ना झुके, बस चलते रहे,
इन राहों में अपने सपनों को सच करना सीखा।

क्योंकि जीवन की राहें आसान नहीं होती,
हर मोड़ पर नई चुनौती होती है।
जो घुटनों के बल चलना सीख लेते हैं,
उनके लिए हर मुश्किल आसान होती है।

 

घुटनों के बल चलना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of घुटनों के बल चलना – Ghutno ke bal chalna Idiom:

Introduction: “घुटनों के बल चलना” is a prevalent Hindi idiom that expresses a state of helplessness or weakness while facing difficulties or challenges in life. This idiom describes situations where a person feels incapable or powerless.

Meaning: “घुटनों के बल चलना” means to live life amid extreme difficulties or to bow down in front of life’s challenges. It signifies a person’s helplessness and weakness.

Usage: This idiom is used when a person faces extreme difficulties or problems and feels helpless.

Example:

-> After facing a huge loss in business, Ramesh had to crawl on his knees.

-> Health issues made him so weak that his life became like crawling on his knees.

Conclusion: The idiom “घुटनों के बल चलना” teaches us that facing difficulties in life is inevitable, but striving to overcome them is also essential. This idiom also reminds us of the importance of patience and struggle.

Story of ‌‌Ghutno ke bal chalna Idiom in English:

In a small village lived a young farmer named Anuj. Anuj was a hardworking and resilient person. Once, a drought struck his village, destroying his crops. Anuj had neither enough grain to eat nor the money to buy from the market.

Anuj did not lose hope and made every possible effort to overcome his situation. He began to work in his fields on his knees. Day and night, he toiled and eventually revived his fields to be green and fertile again.

Seeing his hard work and determination, the villagers also stepped forward to help him. Gradually, Anuj’s efforts paid off, and his fields were once again filled with crops.

This story teaches us that “crawling on the knees” means continuing to move forward despite facing difficulties. Anuj’s story shows us that no matter how big the challenges are, if our willpower is strong, we can face them and emerge victorious.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का कोई वास्तविक अर्थ होता है?

नहीं, यह मुहावरा एक व्यावहारिक अर्थ धारण करता है और एक विशेष स्थिति को व्यक्त करने के लिए प्रयोग होता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस तरह से किया जाता है?

यह मुहावरा आमतौर पर किसी गंभीर स्थिति या समस्या के समाधान के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे किसी संघर्ष के दौरान मजबूती से आगे बढ़ना।

घुटनों के बल चलना क्या है?

घुटनों के बल चलना एक मुहावरा है जिसका अर्थ है किसी समस्या से निपटने या उसका सामना करने के लिए प्रयास करना।

क्या इस मुहावरे का उपयोग केवल हिंदी में होता है?

नहीं, यह मुहावरा अन्य भाषाओं में भी प्रचलित है, जैसे अंग्रेजी में “to stand on one’s knees”।

घुटनों के बल चलने का हिंदी में क्या अन्य रूप है?

इस मुहावरे का और एक प्रचलित रूप “घुटनों के बल खड़ा होना” है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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