Budhimaan

गई भैंस पानी में मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Gayi Bhains Paani Mein)

अर्थ: गई भैंस पानी में, किसी बात का कोई असर न होना या किसी कार्य को निष्फल होते हुए देखना।

वाक्य में प्रयोग: मैंने उसे बार-बार समझाया, पर सब व्यर्थ गया, अब तो लगता है गयी भैंस पानी में।

उत्पत्ति: जब भैंस पानी में चली जाती है, तो उसे वापस बुलाना या उस पर काबू पाना काफी कठिन होता है। इसी कठिनाई को देखते हुए यह मुहावरा उत्पन्न हुआ है, जिसका तात्पर्य यह है कि कोई कार्य या प्रयास व्यर्थ चला गया है।

अन्य जानकारी: यह मुहावरा आमतौर पर तब उपयोग होता है जब हम महसूस करते हैं कि हमारी कोई कोशिश अथवा प्रयास असफल हो गया है और अब उस पर कोई असर नहीं होगा।

Hindi Muhavare Quiz

गई भैंस पानी में मुहावरा पर कहानी:

अनिल ने हाल ही में एक नई कार खरीदी थी। वह इसे दिखाने के लिए अपने दोस्त सुमित को बुलाया। सुमित ने अनिल को सलाह दी कि वह अपनी नई कार को गांव की सड़क पर चलाए, ताकि सभी लोग उसे देख सकें।

अनिल ने सोचा कि यह एक अच्छा तरीका होगा सभी को अपनी नई कार दिखाने का, इसलिए उसने सुमित की सलाह को मानी। लेकिन, जब वह गांव की सड़क पर अपनी कार चला रहा था, तो वह एक बड़े गड्ढे में फंस गई। कार का नीचे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और अनिल को उसे मरम्मत करानी पड़ी।

अनिल निराश होकर सुमित के पास गया और उससे कहा, “तूने मुझे सलाह दी थी गांव की सड़क पर कार चलाने की, अब देख कितनी बड़ी समस्या हो गई। मेरी तो अब गयी भैंस पानी में।”

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि किसी भी सलाह को बिना सोचे-समझे अपनाने से पहले हमें उसे ध्यानपूर्वक मूल्यांकन करना चाहिए।

शायरी:

गयी भैंस पानी में, सोचे बिना जो काम कीं।
अनुभव से सिखा, हर चीर पर नहीं होती भींभ।
सलाह लो ज़रूर, पर सोच समझ कर चलो।
हर बार जो लाभ नहीं, कभी-कभी होती भूल भी।

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of गई भैंस पानी में – Gayi Bhains Paani Mein Proverb:

Meaning: For something to have no effect or to witness a futile effort.

Usage in a sentence: I explained to him repeatedly, but all went in vain; now it feels like “Gayi Bhains Paani Mein.”

Origin: When a buffalo goes into the water, it becomes quite difficult to call it back or gain control over it. Observing this difficulty, the proverb was formed, implying that an effort or attempt has gone futile.

Additional Information: This proverb is generally used when we feel that our effort or attempt has become ineffective or won’t yield any positive result.

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.

FAQ:

क्या “गई भैंस पानी में” का प्रयोग सकारात्मक या नकारात्मक अर्थ में होता है?

यह मुहावरा आमतौर पर नकारात्मक या हास्यास्पद संदर्भ में इस्तेमाल होता है, जिसका मतलब होता है कि कोई समस्यापूर्ण या अपरिवर्तनीय स्थिति है।

क्या इस मुहावरे का प्रयोग औपचारिक संचार में किया जा सकता है?

यह ज्यादातर अनौपचारिक बातचीत में इस्तेमाल होता है। औपचारिक सेटिंग्स में सीधी भाषा का उपयोग करना बेहतर होता है।

क्या इस मुहावरे के समान कोई अंग्रेजी मुहावरा है?

इसी भावना का अंग्रेजी मुहावरा हो सकता है “The ship has sailed,” जिसका मतलब होता है कि स्थिति बदलने के लिए अब बहुत देर हो चुकी है।

क्या यह मुहावरा भारत के किसी विशेष क्षेत्र से संबंधित है?

यह हिंदी भाषी क्षेत्रों में व्यापक रूप से समझा जाता है, हालांकि इसका उपयोग कुछ क्षेत्रों, विशेषकर उत्तर भारत में अधिक प्रचलित हो सकता है।

“गई भैंस पानी में” का ऐतिहासिक मूल क्या है?

इसका ठीक-ठीक ऐतिहासिक मूल स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह संभवतः ग्रामीण सेटिंग्स से आता है जहाँ भैंसों को पालना आम है, और शाब्दिक घटना जैसे कि पानी में जाने वाली भैंस को नियंत्रित करना या वापस लाना मुश्किल होता है, जो एक कठिन स्थिति को दर्शाता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

यह मुहावरा जानवर पर मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

यह मुहावरा ग से शुरू होने वाले मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"खुदा गंजे को नाखून न दे - मुहावरे का चित्रण", "जीवन में संसाधनों का उचित उपयोग दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर आवश्यकताओं की महत्वपूर्णता पर प्रकाश", "अनुचित आवंटन की विडंबना को उजागर करती तस्वीर", "समझदारी और व्यावहारिकता की सीख देता बुद्धिमानी छवि"
Uncategorized

खुदा गंजे को नाखून न दे अर्थ, प्रयोग (Khuda ganje ko nakhun na de)

परिचय: “खुदा गंजे को नाखून न दे” एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है, जो व्यंग्यात्मक ढंग से उस स्थिति का वर्णन करता है जब किसी व्यक्ति

Read More »
"खाल ओढ़ाए सिंह की मुहावरे का चित्रण", "असली पहचान और दिखावे के बीच का अंतर", "वास्तविकता बनाम आवरण का चित्र", "सिंह की खाल में छिपा स्यार का इलस्ट्रेशन", "Budhimaan.com पर जीवन की वास्तविकता का पाठ"
Hindi Muhavare

खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय अर्थ, प्रयोग (Khal odhaye singh ki, Siyar singh nahi hoye)

परिचय: “खाल ओढ़ाए सिंह की, स्यार सिंह नहीं होय” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जो यह बताता है कि केवल बाहरी दिखावे से किसी की

Read More »
जीवन-उतार-चढ़ाव-चित्रण, घी-चना-जीवन-मुहावरा-इमेज, जीवन-संघर्ष-और-सफलता-कला, हिंदी-मुहावरा-विवेचना, Budhimaan.com-जीवन-शैली-सुझाव
Hindi Muhavare

कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना अर्थ, प्रयोग (Kabhi ghee ghana, Kabhi mutthi bhar chana, Kabhi wo bhi manaa)

परिचय: “कभी घी घना, कभी मुट्ठी भर चना, कभी वो भी मना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में उतार-चढ़ाव और समय की अनिश्चितता

Read More »
"खाइए मनभाता पहनिए जगभाता मुहावरे का चित्रण", "गाँव की शादी में समाज के अनुरूप वेशभूषा में युवक", "सादगीपसंद खाने और समाजिक वस्त्रों में संतुलन", "Budhimaan.com पर जीवन शैली और संस्कृति"
Hindi Muhavare

खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता अर्थ, प्रयोग (Khaiye manbhata, Pahniye jagbhata)

परिचय: “खाइए मनभाता, पहनिए जगभाता” यह एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जो जीवन में एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की सलाह देता है। यह मुहावरा हमें

Read More »
"करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत मुहावरे का चित्रण", "सकारात्मक कार्यों में ऊर्जा निवेश करते व्यक्ति की छवि", "Budhimaan.com पर सकारात्मक योगदान की प्रेरणा", "विवादों की बजाय कर्म पर ध्यान केंद्रित करता किसान"
Hindi Muhavare

करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत अर्थ, प्रयोग (Karni na kartoot, Ladne ko majboot)

परिचय: “करनी न करतूत, लड़ने को मजबूत” एक हिंदी मुहावरा है जो उन व्यक्तियों के व्यवहार को उजागर करता है जो वास्तव में तो कुछ

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।