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गन्ना न दे, भेली दे अर्थ, प्रयोग(Ganna na de, Bheli de)

परिचय: “गन्ना न दे, भेली दे” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जिसका अर्थ है किसी चीज का बड़ा हिस्सा न देकर केवल छोटा हिस्सा देना। इसका प्रयोग अक्सर उस स्थिति में किया जाता है जब कोई व्यक्ति या संस्था बड़े वादे करती है लेकिन उन्हें पूरा न करके केवल एक छोटा हिस्सा ही प्रदान करती है।

अर्थ: मुहावरे का सीधा सा अर्थ है कि जब कोई बड़ी चीज की बजाय केवल उसका एक छोटा भाग देता है। इसका इस्तेमाल अक्सर उस समय किया जाता है जब बड़े लाभ या फायदे की उम्मीद में केवल छोटा सा लाभ मिलता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब किया जाता है जब कोई व्यक्ति या संगठन बड़ी बातें करता है लेकिन उसे पूरा न कर पाने पर केवल एक छोटी सी चीज ही प्रदान करता है।

उदाहरण:

-> कंपनी ने बड़े बोनस का वादा किया था लेकिन अंत में सिर्फ छोटा सा इनाम दिया, यानी गन्ना न दे, भेली दे।

-> राजनीतिक दलों के वादे अक्सर गन्ना न दे, भेली दे जैसे होते हैं।

निष्कर्ष: “गन्ना न दे, भेली दे” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि अक्सर बड़े वादे या अपेक्षाएँ पूरी नहीं होतीं और हमें केवल छोटी चीजें ही मिलती हैं। यह हमें वास्तविकता के धरातल पर रहने और अत्यधिक अपेक्षाएँ न रखने का संदेश देता है।

Hindi Muhavare Quiz

गन्ना न दे, भेली दे मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में बच्चों के बीच बहुत उत्साह था। गाँव में मेला आने वाला था, और बच्चों ने सुना था कि मेले में बहुत सारे खेल और मनोरंजन के साधन होंगे। उन्होंने सोचा कि मेले में जाकर वे बहुत मजे करेंगे और नई-नई चीजें देखेंगे।

मेले का दिन आया, और बच्चे अपने माता-पिता के साथ मेले में पहुँच गए। लेकिन जब वे मेले में पहुंचे, तो उनकी उम्मीदें टूट गईं। मेले में उन्हें न तो बहुत सारे खेल मिले और न ही ज्यादा मनोरंजन के साधन। सब कुछ बहुत सामान्य था, और कुछ खेल तो बहुत ही पुराने और बोरिंग थे।

बच्चों ने सोचा था कि वे मेले में जाकर खूब एन्जॉय करेंगे, लेकिन उन्हें केवल छोटी-मोटी चीजें ही मिलीं। उनके एक दोस्त ने कहा, “हमें लगा था कि मेला बहुत अच्छा होगा, लेकिन यहाँ तो ‘गन्ना न दे, भेली दे’ वाली बात हो गई।”

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि कभी-कभी जीवन में हमारी बड़ी उम्मीदें और अपेक्षाएं पूरी नहीं होतीं और हमें केवल छोटी चीजें ही मिलती हैं। इसलिए हमें हमेशा वास्तविकता के धरातल पर रहकर अपनी उम्मीदें बनानी चाहिए।

शायरी:

उम्मीदों का आसमां छूने चले थे हम,
कुछ ख्वाब आँखों में सजाये बैठे थे।
जो चाहा था गन्ना बनकर आए,
पर हाथ आई तो सिर्फ भेली रह गई।

ज़िंदगी के मेले में यूँ तो बहुत कुछ है,
पर दिल को छू जाए, ऐसी कम ही बातें।
ख्वाबों की दुनिया में जब हम खो जाते,
हकीकत में तो ‘गन्ना न दे, भेली दे’ हो जाती।

वादे हजारों की भीड़ में खो गए,
उम्मीदें जैसे रेत की तरह फिसली।
जिसे सोचा था गन्ना, वो तो दूर रहा,
हाथों में रह गई बस छोटी सी भेली।

ये किस्सा है ज़िंदगी का, एक सच्चा सबक,
जहां ख्वाब बड़े होते हैं, पर हकीकत कुछ और।
‘गन्ना न दे, भेली दे’ कहानी हर दिल की,
जहां उम्मीदें बड़ी, पर मिलती छोटी खुशियाँ ही होर।

 

गन्ना न दे, भेली दे शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of गन्ना न दे, भेली दे – Ganna Na De, Bheli De Idiom:

Introduction: “गन्ना न दे, भेली दे” (Ganna Na De, Bheli De) is a prevalent Hindi idiom, which means to give only a small part instead of a larger share of something. It is often used in situations where a person or an institution makes big promises but only delivers a small fraction of what was promised.

Meaning: The literal meaning of the idiom is to give only a small portion instead of something big. It is commonly used when, instead of expected significant benefits or gains, only a small advantage is obtained.

Usage: This idiom is employed when an individual or organization makes grand claims but, upon failing to fulfill them, provides only a minor thing.

Example:

-> The company had promised a large bonus, but in the end, it only gave a small reward, meaning ‘Ganna Na De, Bheli De’.

-> The promises of political parties often turn out to be like ‘Ganna Na De, Bheli De’.

Conclusion: The idiom “गन्ना न दे, भेली दे” teaches us that often big promises or expectations are not fulfilled, and we only receive small things. It sends the message to stay grounded in reality and not to harbor excessive expectations.

Story of ‌‌Ganna Na De, Bheli De Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there was a lot of excitement among the children. A fair was about to come to the village, and the children had heard that there would be many games and sources of entertainment at the fair. They thought they would have a lot of fun at the fair and see many new things.

The day of the fair arrived, and the children went to the fair with their parents. But when they reached the fair, their expectations were shattered. They did not find many games or much entertainment at the fair. Everything was very ordinary, and some of the games were very old and boring.

The children had thought they would enjoy a lot at the fair, but they only found trivial things. One of their friends said, “We thought the fair would be great, but here it turned out to be a case of ‘promising a sugarcane but giving a small piece instead’.”

This story teaches us that sometimes in life, our big expectations and hopes are not fulfilled, and we only receive small things. Therefore, we should always keep our expectations grounded in reality.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

इस मुहावरे का उपयोग किस विषय पर किया जाता है?

यह मुहावरा आमतौर पर समाज में अनैतिकता, धोखाधड़ी या अनुचित व्यवहार के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है।

क्या इस मुहावरे का उपयोग किसी के लिए अनुचित है?

नहीं, यह मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब किसी व्यक्ति की असंबलितता, लापरवाही या बेईमानी का वर्णन करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

क्या ‘गन्ना न दे, भेली दे’ मुहावरा का अर्थ है?

यह मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब किसी व्यक्ति ने उस वस्त्र, भोजन या सामग्री का दान करने की बजाय किसी अन्य वस्तु की बदले में उसे अन्य वस्त्र, भोजन या सामग्री का नामस्ते कर दिया हो।

इस मुहावरे का उपयोग कितनी वर्णनात्मक हो सकता है?

यह मुहावरा विभिन्न परिस्थितियों और संदर्भों में उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इसका मुख्य उपयोग अधिकतर नकारात्मक या अनैतिक व्यवहार को व्यक्त करने में होता है।

क्या ‘गन्ना न दे, भेली दे’ मुहावरे का उदाहरण दें?

एक उदाहरण है: “उसने दोस्त को बड़े प्यार से गन्ना न दे, भेली दे दिया, जबकि दोस्त को वहाँ पर आवश्यकता थी गन्ने की।”

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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